भारत सरकार ने 9 फरवरी को आंकडे जारी कर कहा कि चालू वित्त वर्ष (2014-15) के दौरान सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर 7.4 प्रतिशत रहने का अनुमान है। हालांकि, यह जीडीपी वृद्धि आंकड़े आर्थिक वृद्धि की गणना पद्धति और आधार वर्ष में बदलाव के बाद सामने आये हैं।
आंकड़े बताते हैं कि चालू वित्त वर्ष(आगामी मार्च के अंततक) में वास्तविक जीडीपी 1065 खरब 70 अरब (106.57 लाख करोड़) रुपए रहने का अनुमान है। विश्लेषकों का मानना हैं कि मोदी सरकार इस महीने की 28 तारिख को बजट पेश करेगी। जारी नये आर्थिक वृद्धि दर और मुद्रास्फीति को देखते हुए भारतीय केन्द्रीय बैंक पर ब्याज दरों में कटौती करने का दवाब रहेगा।
गत 30 जनवरी 2015 को भारत सरकार ने अचानक ही जीडीपी वृद्धि आंकड़े जारी कर दिये। वर्ष 2013-14 की आर्थिक वृद्धि को 4.7 प्रतिशत से संशोधित कर 6.9 प्रतिशत तक कर दी। जीडीपी वृद्धि आंकड़े में आए इस बदलाव को लेकर भारत सरकार ने कहा है कि मुख्य रूप से अंतरराष्ट्रीय तौर तरीकों के साथ जुड़ना है।
(अखिल पाराशर)