चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता ह्वा छुनयिंग ने 26 जनवरी को कहा कि अमेरिका और भारत दोनों एशिया-प्रशांत क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। आशा है कि अमेरिका-भारत संबंधों से इस क्षेत्र में शांति, स्थिरता और समृद्धि आगे बढ़ाई जाएगी।
इन दिनों अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा भारत की यात्रा पर हैं, साथ ही उन्होंने भारत को परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह में शामिल होने का सुझाव भी दिया। इसपर ह्वा छुनयिंग ने कहा कि चीन का मानना है कि परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह व्यापक होने से यह समूह ज्यादा प्रभावशाली और आधिकारिक होना चाहिए। साथ ही समूह के मानक और प्रक्रिया के अनुसार सदस्य देशों को एक साथ फैसला करना चाहिए। चीन को मालूम है कि भारत ने परमाणु अप्रसार जगत में वादा किया और प्रयास भी किया है।
उन्होंने कहा कि भारत को इस समूह में शामिल करना समूह की आंतरिक समस्या है, सदस्य देशों को विचार विमर्श करना चाहिए। चीन इस कदम का स्वागत करता है।
(दिनेश)