चीनी प्रधानमंत्री ली खछ्यांग 20 से 22 जनवरी तक दावोस में विश्व आर्थिक मंच के वर्ष 2015 वार्षिक सम्मेलन उपस्थित हुए और स्विट्जरलैंड की यात्रा पर हैं। चीनी अंतरराष्ट्रीय मुद्दे के अनुसंधान केंद्र के यूरोप मसले से जुड़े विशेषज्ञ शिंग ह्वा ने हाल ही में सीआरआई संवाददाता के साथ हुए एक विशेष साक्षात्कार में कहा था कि प्रधानमंत्री ली खछ्यांग की मौजूदा यात्रा एक तरफ़ ध्यानाकर्षक वैश्विक मुद्दे समेत चीनी आर्थिक विकास के भविष्य का प्रदर्शन है। दूसरी तरफ़ राजनीतिक आपसी विश्वास के आधार पर बैंकिंग क्षेत्र को केंद्र बनाकर चीन और स्विट्जरलैंड के बीच विभिन्न क्षेत्रों में गहरे सहयोग का विस्तार करना है।
दावोस आर्थिक मंच के मौजूदा वार्षिक सम्मेलन के उद्घाटन समारोह में प्रधानमंत्री ली खछ्यांग भाषण देने वाले पहले विदेशी राजनेता बने। उन्होंने "आर्थिक वृद्धि के धीमा होने की नई सामान्यता के बावजूद चीन में अधिक स्थिर वृद्धि बनी रहेगी"शीर्षक पर भाषण भी दिया। शिंग ह्वा के विचार में ली खछ्यांग के भाषण से वर्तमान में चीनी आर्थिक स्थिति पर अंतरारष्ट्रीय समुदाय का जटिल रुख जाहिर हुआ है। उन्होंने कहा कि विश्व की नज़र चीन पर बनी हुई है, चीन अपने स्तर पर प्रयास कर रहा है। इसके साथ ही चीन विभिन्न प्रकार की चुनौतियों का भी सामना कर रहा है। शिंग ह्वा ने कहा कि विश्व के सामने खुद को साबित करने के लिए चीन सरकार प्रयासरत है।
ली ख्छ्यांग की स्विट्जरलैंड यात्रा की चर्चा करते हुए शिंग ह्वा ने कहा कि आर्थिक क्षेत्र में द्विपक्षीय नया सहयोग चीन और यूरोपीय संघ के बीच पुल बनेगा। जिससे चीन और स्विट्जरलैंड के बीच, यहां तक कि चीन और यूरोप के बीच आर्थिक और व्यापारिक संबंधों के लिए वास्तविक और दूरगामी महत्व होगा।
(श्याओ थांग)