चीनी प्रधानमंत्री ली खछ्यांग 20 से 22 जनवरी तक दावोस आर्थिक मंच के वर्ष 2015 वार्षिक सम्मेलन में भाग लेंगे और स्विट्जरलैंड की यात्रा करेंगे। जिनेवा स्थित सीआरआई संवाददाता ने हाल में जिनेवा स्थित चीनी राजदूत वू हाईलोंग और स्विट्जरलैंड स्थित चीनी राजदूत श्यु चिंगहू के साथ साक्षात्कार किया।
वर्ष 2010 में ली खछ्यांग ने उप प्रधानमंत्री के तौर पर तत्कालीन दावोस मंच में हिस्सा लिया था। इस वर्ष की भागीदारी उनके लिए दूसरी बार है। राजदूत वू हाईलोंग ने जानकारी देते हुए कहा कि मौजूदा मंच में ली खछ्यांग तीन प्रमुख कार्यक्रमों में भाग लेंगे। पहला, 21 जनवरी के दोपहर बाद आयोजित दावोस मंच के उद्घाटन समारोह में हिस्सा लेकर भाषण देना। दूसरा, 21 जनवरी के दोपहर बाद विश्व आर्थिक मंच(WEF) के अधीन अंतरराष्ट्रीय उद्योग व वाणिज्यिक परिषद के उद्यमियों के साथ वार्ता करना। तीसरा, डब्ल्यूईएफ़ के कार्यकारी अध्यक्ष क्लाउस स्क्वैब से मुलाकात।
विश्व आर्थिक मंच के मौजूदा दावोस वार्षिक सम्मेलन का मुख्य विषय"नई वैश्विक स्थिति"है। जो मुख्य तौर पर वर्तमान विश्व में राजनीतिक, आर्थिक, सामाजिक और तकनीकी जैसे क्षेत्रों में हो रहे तेज़ और अहम बदलावों पर केंद्रित है। राजदूत वू हाईलोंग के विचार में चीन और विश्व के बीच संबंध लगातार घनिष्ठ हो रहा है, नई वैश्विक स्थिति और चीन के विकास के बीच भी घनिष्ठ संबंध है। उन्होंने कहा कि विश्व में राजनीतिक, आर्थिक, सामाजिक, वैज्ञानिक और तकनीकी परिवर्तन से चीन पर दूरगामी प्रभाव पड़ेगा। दूसरी तरफ़ चीन का विकास विश्व की नई स्थिति पर अहम असर डालेगा। चीन की अर्थव्यवस्था, व्यापार और निवेश पर विभिन्न देश ध्यान देते हैं। इसके साथ ही चीनी बाज़ार, पूंजी और पर्यटकों का विभिन्न देश स्वागत करते हैं। इस तरह चीन कैसी कूटनीतिक नीति अपनाएगा, इस पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय अधिक ख्याल रखेगा।
दावोस मंच में उपस्थित होने के अवसर पर प्रधानमंत्री ली खछ्यांग स्विट्जरलैंड की कार्य यात्रा भी करेंगे। स्विट्जरलैंड स्थित चीनी राजदूत श्यु चिंगहू ने कहा कि प्रधानमंत्री बनने के बाद ली खछ्यांग का यह दूसरा स्विट्जरलैंड दौरा है। इस दौरान वे स्विट्जरलैंड संघीय अध्यक्ष सिमोनेट्टा सोम्मारुगा के साथ वार्ता करेंगे और भविष्य में द्विपक्षीय संबंधों के विकास का रोडमैप निश्चित करेंगे। साथ ही दोनों देशों के नेता बैंकिंग, अर्थव्यवस्था, व्यापार, वैज्ञानिक अनुसंधान, खाद्य पदार्थ और औषधि जैसे क्षेत्रों में अहम आम सहमतियां हासिल करेंगे।
(श्याओ थांग)