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    भारत और चीन आदान प्रदान के नये प्रस्थान पर खड़े हैं : प्रणव मुखर्जी
    2014-12-16 16:51:15 cri

    भारत के राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने 15 दिसंबर को कहा कि पिछले कुछ वर्षों में भारत-चीन संबंधों में चौतरफा विकास हुआ है। अब दोनों देश चौतरफा आदान-प्रदान के नये प्रस्थान पर खड़े हैं।

    मुखर्जी ने चीन-भारत सांस्कृतिक आदान प्रदान के बारे में एक पुस्तक के चीनी भाषा संस्करण के लांच पर बधाई संदेश भेजकर कहा कि इस सितंबर चीनी राष्ट्राध्यक्ष शी चिनपिंग की सफल भारत यात्रा दोनों देशों के रणनीतिक साझेदारों के विषयों के विस्तार में एक मील का पत्थर है। दोनों देश सहयोग बढ़ाकर विश्व शांति और विकास के लिए महत्वपूर्ण समर्थन देंगे।

    मुखर्जी ने विश्वास जताया कि दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक आवाजाही द्विपक्षीय संबंधों के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।

    राज्य सभा सांसद तरूण विजय ने "एन ओडिशी इन तिब्बत ---कैलास मानसरोवर की तीर्थयात्रा" नामक पुस्तक को लिखा है। हाल ही में चीन के सछ्वांग विश्वविद्यालय के दक्षिण एशिया अनुसंधान केंद्र ने इस पुस्तक का अनुवाद कर प्रकाशित किया। लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने 15 दिसंबर को राष्ट्रपति भवन में इस पुस्तक के चीनी संस्करण के लांच के लिए एक समारोह का आयोजन किया।

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