चीनी राष्ट्राध्यक्ष शी चिनफिंग ने 9 नवंबर को वर्ष 2014 एपेक सीईओ शिखर सम्मेलन में भाषण देकर एशिया-प्रशांत स्वप्न की चर्चा की। अंतरराष्ट्रीय मीडिया ने इस भाषण पर सरगर्मी के साथ प्रतिक्रिया दी। कुछ मीडिया का कहना है कि मिलकर एशिया-प्रशांत स्वप्न पूरा करने की अपील से यह जाहिर है कि चीन एशिया-प्रशांत क्षेत्र की नयी आर्थिक और राजनीतिक व्यवस्था स्थापित करने का प्रयास कर रहा है।
सिंगापुर के अखबार ल्येन ह चाओ बाओ ने बताया का चीनी सपना पेश करने के बाद शी चिनफिंग ने 9 नवंबर को पहली बार एशिया-प्रशांत स्वप्न का विचार प्रस्तुत किया। इससे ये पता चलता है कि चीन एशिया-प्रशांत की नयी आर्थिक औऱ राजनीतिक व्यवस्था की स्थापना का प्रयास कर रहा है, जिसका आधार समावेशी,खुलापन, सहयोग और साझा विजय है।
ब्रिटिश अखबार फाइनैंशियल टाइम्स ने एशिया-प्रशांत स्वप्न पर भी ध्यान दिया। उसने शी चिनफिंग का हवाला देते हुए कहा कि भावी पांच वर्ष चीन का आयात निर्यात 100 खरब अमेरिकी डॉलर से अधिक होगा। फाइनैंशियल टाइम्स ने बताया कि इससे विश्व के लिए चीन का योगदान उजागर किया गया है।
रॉयटर्स और ब्लूमबर्ग न्यूज ने शी चिनफिंग के भाषण पर भी बड़ा ध्यान दिया है।