चीनी राष्ट्राध्यक्ष शी चिनफिंग ने 17 से 19 सितंबर तक भारत की यात्रा की और 18 सितंबर को हाथ मिलाकर पुनरुत्थान के सपने का अनुसरण करें शीर्षक भाषण दिया। भारत के जनरेशन नॉउ मीडिया प्राइवेट लिमिटेड के टिप्पणीकार मालान ने कहा कि शी चिनफिंग का भाषण, विशेषकर चीन-भारत संबंधों के बारे में उनकी बातें रोमांचक रहीं।
मालान ने कहा कि शी चिनफिंग के भाषण में दो ख़ास बातें सामने निकल कर आयी हैं। पहला, शी चिनफिंग ने कहा कि चीन और भारत को हाथ में हाथ डालकर साझा विकास करना चाहिए। यह सही और अहम है। दूसरा, शी चिनफिंग ने कहा कि चीन अगले पांच सालों में दक्षिण एशिया में 30 अरब अमेरिकी डॉलर की पूंजी लगाएगा और दक्षिण एशियाई देशों को 20 अरब डॉलर का उदार ऋण देगा। इसके साथ साथ चीन दक्षिण एशियाई देशों के साथ सांस्कृतिक आदान-प्रदान भी बढ़ाएगा। मालान ने कहा कि युवा पीढ़ी देश का भविष्य है। उन्हें प्रसन्नता है कि शी चिनफिंग युवाओं के बीच आदान-प्रदान पर इतना ध्यान देते हैं।
(ललिता)