भारतीय प्रोफेसर प्रियदर्शी मुखर्जी को चीनी संस्कृति के प्रचार-प्रसार के लिए विशेष योगदान पुरस्कार से नवाजा गया है। हाल में 8 वें चीनी पुस्तक संबंधी विशेष योगदान पुरस्कार का ऐलान किया गया। समारोह 26 अगस्त को पेइचिंग के जन बृहद भवन में आयोजित होगा।
मुखर्जी जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय के प्रोफेसर हैं और भारत में सबसे प्रसिद्ध अनुवादकों में से एक भी हैं। नवम्बर 2013 में उनके द्वारा अनुवादित "चीनी जेल में हो ची मिन्ह की जेल डायरी"भारत के कोलकाता में प्रकाशित हुई। जिसमें हो ची मिन्ह की 121 कविताएं शामिल हैं।
मुखर्जी भारतीय सांस्कृतिक संबंध कमेटी द्वारा चीन के शनचेन विश्वविद्यालय में भेजे गए पहले विजिटिंग प्रोफेसर भी हैं। उन्होंने चीनी संस्कृति से संबंधित कई रचनाओं का अनुवाद किया है, उदाहरण के लिये, "लूशून कविता(बंगाली अनुवाद)","चीनी समकालीन माला(हिन्दी अनुवाद)"और "ऐछिंग कविता एवं दंतकथाएं(बंगाली अनुवाद)"आदि। उन्होंने चीन और भारत के बीच सांस्कृतिक आवाजाही के लिए व्यापक योगदान दिया है।