भारत की यात्रा कर रहे चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने 8 जून को नई दिल्ली में भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के साथ वार्ता की।
वांग यी ने वार्ता में कहा कि चीन और भारत विश्व के बहुध्रुवीकरण में बढ रही दो महत्पूर्ण शक्तियां हैं। चीन-भारत संबंध 21वीं सदी में सबसे बडी जीवन शक्ति और निहित शक्ति संपन्न द्विपक्षीय संबंध है। दोनों देशों के स्वप्न एक दूसरे से जुड़े हैं। चीन भारत के विकास का स्वागत और समर्थन करता है और भारत के विकास की शुभकामनाएं भी देता है। चीन भारत के साथ अधिक घनिष्ठ और अधिक चौतरफा विकास-साझेदारी की स्थापना कर शांतिपूर्ण विकास, सहयोगी विकास और निरंतर विकास करने को इच्छुक है।
भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने बताया कि चीन विश्व में बडे प्रभाव संपन्न वाला बडा देश है और विश्व की दूसरी सबसे बडी अर्थव्यव्सथा है। भारत की नयी सरकार चीन के साथ संबंधों को बडा महत्व देती है और चीन के प्रति सकारात्मक रूख अपनाकर द्विपक्षीय संबंधों को नये स्तर पर पहुंचाएगी। यह भारतीय जनता की इच्छा भी है।
दोनों पक्षों ने द्विपक्षीय संबंध बढाने के लिए चार पहलुओं में समानताएं संपन्न कीं। पहला, उच्च स्तरीय आवाजाही बनाए रखते हुए रणनीतिक संपर्क मजबूत किया जाए। दूसरा, व्यावहारिक सहयोग पर जोर दिया जाए। चीन और भारत दो बड़े बाजारों को जोड कर क्षेत्रीय एकीकरण बढाकर विश्व का नया विकास इंजन निर्मित किया जाए। तीसरा, सांस्कृतिक आदान प्रदान मजबूत किया जाए। इस साल चीन-भारत मित्रवत आदान प्रदान वर्ष के विभिन्न कार्यक्रमों का बखूबी अंजाम दिया जाए। वीजा प्रक्रिया का सरलीकरण किया जाए। चौथा, सीमा सवाल का समुचित निपटारा किया जाए।