चीन के परम्परागत काष्ठ व्यवसाय में लेखन यंत्र का उपरोयग अक्सर किया जाता है। लेखन यंत्र के माध्यम से रेखा खिंचती है। लेखन यंत्र के पीछे एक चक्कर पर धागा रखा है, आगे के स्याही भंडार में स्याही रखी है। भंडार में तो स्याही भरने के लिए कपास रखा है। रेखा खिंचती समय धागा के सिर को एक निश्निच बिंदु पर बांधता है, फिर धागा के सिर से यंत्र के बीच का धागा को उंगलियों से बजाया जाएगा, तो काष्ठ पर साफ़ साफ़ काली रेखा खिंच गई।
लेखन यंत्र की आकृत्ति भिन्न भिन्न है। आड़ू, मछली या ड्रगैन, चाहे आपलो पसंद है, तो ले सकते हैं। लेखन यंत्र के चक्कर के दोनों किनारों पर अलग अलग शेर काटा गया है। शेर के पहले पांवों के बीच एक सिक्का है, धागा तो सिक्के से मुंह से बाहर निकालता है।