चीन की वास्तुकला में मकान की छत पर सजावट को महत्व दिया जाता है। हान राजवंश( ईसा पूर्व 206—220) से ही चीन में मकानों की छत पर छी नामक जानवर लगाया गया। छी एक प्रकार का ह्वेल है। लोगों के विचार में ह्वेल के मुह से निकले जल अग्नि को बूझ सकता है। बाद में छत पर मछली या ड्रगैन का माडल रखने का रीति-रिवाज शुरू हुआ। इस का मतलब आग्नि कांड से बचना है। बाद में मंगलसूचक के रूप में अनेक जानवरों के माडलों भी छत पर रखना शुरू किया गया। ये मंगलसूचक जानवर चीनी मिट्टी से बने हैं। कभी कभी छत पर बिल्ला का माडल भी पाया जाता है। चित्र में जो मिट्टी का बिल्ला है, उस का मुह खुला है और आंखे चढाते दिखाई देती है।