|
दक्षिण पश्चिमी चीन के युनान प्रांत में 20 से अधिक अल्पसंख्यक जातियों के लोग रहते हैं। इन जातियों की महिलाओं को सब कढ़ाई में कुशल है। वे वस्त्र बनने के कपड़े पर सुंद्र चित्र लगाती हैं,। युन्नान प्रांत में कढ़ाई कला की इतिहास बहुत पुराना है, शायद दो तीन हजार साल पुराना है। आज भी यहां कढ़ाई का कला बहुत प्रचलित है। वस्त्र बनाने में कढ़ाई कला का प्रयोग विशाल तौर पर किया जाता है।
युनान प्रांत के ताली क्षेत्र में पाई लोग रहते हैं। पाई लोगों के शाल, कमरबंद, फीते और जुतों पर कढ़ाई से सज्जित है। चित्र में पाई जाति की लड़की का जो वस्त्र है, यह आम दिनों में पहनती है, उस में कढ़ाई से सज्जित है। सिर पर लगाने का सामान श्वेत है, उस पर लाल चोटी भी है, लाल चोटी का मतलब है कि यह कुमारी है। कपड़ा गहरा लाल रंग का है, उस पर बटन जांदी का है। अंदर का वस्त्र हल्का निला है, कमरबंद पर भी कढ़ाई से सज्जित है।
|