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चीन में नकाब ऑपेरा का इतिहास बहुत पुराना है। इस की उत्पत्ति आदिम समाज में टोटम या गणचिन्ह की पूजा में नकाब के यज्ञ से हुई। 3600 साल पहले बूत व रोग उतारने के लिए यह एक यज्ञ रस्म बनी। यही नकाब का नृत्य नाट्य। चीन के स्थानीय ऑपेरा या नृत्य नाट्य पर इस का भारी महत्व होता है।
नकाब के नृत्य नाट्य के आधार पर नकाब ऑपेरा तैयार हो गई। नकाब ऑपेरा में अभिनेता अभिनेत्री के चेहरों पर नकाब लगाये जाते हैं। वे भूत या भगवान के रूप में नाचते गाते हैं और भगवान की दास्तान दिखाते हैं।
दक्षिण पश्चिमी चीन के क्वेईचओ प्रांत में आज भी नकाब सभ्यता पाई चजाती है। यहां नकाब ऑपेरा का मजा उठा सकते हैं। तहच्यांग जिले में नकाब ऑपेरा कलामंडलियों की संख्या साठ से अधिक है और अभिनेता अभिनेत्री सौसे अधिक।
नकाब आम तौर पर विलो काष्ठ या पोपप्लर काष्ठ से बना है। चित्र में जो नकाब है, इस का चेहरा काला है, आंखें चढ़ती हैं।
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