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सुप्रसिद्ध महिला चीनी राजनीतिज्ञ

 

सुङ छिंग लिंग

  

सुङ छिंग लिंग (1893-1981), राजनीतिज्ञ, समाज कार्यकर्ता तथा चीन लोक गणराज्य के प्रमुख नेताओं में से एक थी। सुङ छिंग लिंग दक्षिण चीन के क्वांग तुंग प्रांत के वन छांग (वन छांग आज के हाईनान प्रांत में ) की निवासी थी । वर्ष 1913 में वे अमरीका के जेर्जिया स्टेट के मेकिनविस्ली महिला युनिवर्सिटी से स्नातक हुईं। वर्ष 1915 में उन का डाक्टर सुन यात सेन से विवाह हुआ। वर्ष 1925 डाक्टर सुन यात सेन का देहांत होने के बाद वे निरंतर रुस व चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के साथ सहयोग तथा किसानों व मज़दूरों को सहायता की तीन नीतियों पर कायम रहती थीं। वर्ष 1927 और 1929 में वे अंतरराष्ट्रीय साम्राज्यवाद विरोधी संघ द्वारा मानसेवी अध्यक्ष पर चुनी गयी । श्रीमति सुङ छिंग लिंग विश्व फासिस्ट विरोधी कमेटी के प्रमुख नेताओं में से एक थीं । वर्ष 1931 में वे स्वदेश वापस लौटी और सामाजिक कल्याण कार्य में लग्न होने लगी। उन्होंने तत्कालीन जापानी आक्रमण विरोधी देशभक्तिपूर्ण आंदोलन में भाग लिया, तत्कालीन क्वो मिन तांग पार्टी की सरकार की जापान के साथ समझौता कर आत्मसमर्पन और चीनी जनता का दमन करने की नीति की आलोचना की। वर्ष 1932 में उन्होंने चीनी नागरिक अधिकार रक्षा संघ की स्थापना की और लोकतांत्रिक अधिकारों की रक्षा में लगे क्रांतिकारियों को बचाने का काम किया। वर्ष 1933 में श्रीमति सुङ छिंग लिंग सुदूर साम्राज्यवाद विरोधी संघ की चीनी शाखा की अध्यक्ष चुनी गयीं। चीन में जापानी आक्रमण विरोधी युद्ध छिड़ने के बाद उन्होंने हांगकांग में चीन रक्षा संघ का गठन किया और जापानी आक्रमण विरोधी युद्ध के समर्थन में चिकित्सा दवाओं व सामग्रियों को एकत्र करने का काम किया।

वर्ष 1945 के सितम्बर में चीन में जापानी आक्रमण युद्ध में विजय पाने के बाद श्रीमति सुङ छिंग लिंग ने अमरीकी जनता से अमरीका सरकार को चांग काई सक के गृह युद्ध का समर्थन करने से रोकने की अपील की। उन्होंने चीनी कल्याण कोष की स्थापना की और बाल महिलाओं के कल्याण कार्यों में लग्न हुई । चीन लोक गणराज्य की स्थापना के बाद श्रीमति सुङ छिंग लिंग केंद्रीय सरकार की उपाध्यक्ष चुनी गयीं, इस के बाद वे उप राष्ट्राध्यक्ष , चीनी राष्ट्रीय जन प्रतिनिधि सभा की स्थायी कमेटी की उपाध्यक्ष, अखिल चीन महिला संघ की मानसेवी अध्यक्ष और चीनी जनता की बाल रक्षा राष्ट्रीय कमेटी की अध्यक्षा का पद संभाले हुई थी । वर्ष 1950 में चीनी जन राजनीतिक सलाहकार सम्मेलन की प्रथम बैठक में उन्हें विश्व शांति परिषद की सदस्य चुनी गयीं। वर्ष 1951 में श्रीमति सुङ छिंग लिंग को अंतरराष्ट्रीय शांति मजबूती का स्तालिन पुरस्कार मिला। वर्ष 1952 में वे एशिया व प्रशांत क्षेत्र की शांति संपर्क कमेटी की अध्यक्ष चुनी गयी थीं।

  छाई छांग

  छाई छांग(1900-1990), 4वीं और 5वीं चीनी राष्ट्रीय जन प्रतिनिधि सभा की स्थायी कमेटी की उपाध्यक्ष थी । वे मशहूर सर्वहारा वर्ग की क्रांतिकारी , चीनी महिला आंदोलन की अग्रदूत एवं श्रेष्ठ नेता और अंतरराष्ट्रीय प्रगतिशील महिला आंदोलन की मशहूर कार्यकर्ता थीं। छाई छांग मध्य चीन के हू नान प्रांत के शांग शिंग की निवासी थीं, जो आज की श्वांग फ़ंग काऊंटी में है।

जब छाई छांग छोटी उम्र में थीं, वे फ्रांस में काम करने के साथ पढ़ने गई । वर्ष 1923 में वे चीनी कम्युनिस्ट पार्टी में भाग लिया । वर्ष 1934 के अक्तूबर में उन्होंने लाल सेना के 12 हजार 500 किलोमीटर लम्बे अभियान में शरीक हुईं। वर्ष 1949 में नये चीन की स्थापना के बाद वे अखिल चीन महिला संघ की प्रथम, दूसरी व तीसरी अध्यक्ष और चौथी मानसेवी अध्यक्ष थीं। वे चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की 8वीं, 9वीं, 10वीं और 11वीं केंद्रीय कमेटी की सदस्य थीं, और प्रथम , दूसरीव तीसरी चीनी राष्ट्रीय जन प्रतिनिधि सभा की स्थायी कमेटी की सदस्य थीं और 4वीं व 5वीं चीनी राष्ट्रीय जन प्रतिनिधि सभा की स्थायी कमेटी की उपाध्यक्ष भी थीं।

  तंग ईंग छाओ

  तंग ईंगछाओ (1904-1992), सर्वहारा वर्ग की क्रांतिकारी, राजनीतिज्ञ व मशहूर सामाजिक कार्यकर्ता और चीनी महिला आंदोलन की अग्रदूत थीं। श्रीमति तंग ईंगछाओ के पूर्वज का निवास स्थान मध्य चीन के ह नान प्रांत में था, जबकि उन का जन्मस्थान दक्षिण पश्चिमी चीन के क्वांग शी के नाई निंग शहर में हुआ। वर्ष 1919 में वे साम्राजवाद व सामंतवाद विरोधी चार मई आंदोलन में शरीक हुईं। उन्होंने स्वर्गीय चीनी प्रधान मंत्री चओ एन लाई आदि के साथ थ्येन चिन शहर के छात्र देशभक्ति आंदोलन का नेतृत्व किया। वर्ष 1925 में उन का श्री चओ एन लाई के साथ विवाह हुआ। उन्होंने लाल सेना के मशहूर 12 हजार 500 किलोमीटर के लम्बे अभियान में शरीक किया। उन्हें अंतरराष्ट्रीय आक्रमण विरोधी आंदोलन के सम्मेलन की चीनी परिषद की सदस्य चुनी गयी थीं। चीन लोक गणराज्य की स्थापना के बाद, वे प्रथम से तीसरी अखिल महिला संघ की उपाध्यक्ष और संघ के पार्टी दल की उपाध्यक्ष चुनी गयी थीं। वे चौथीं महिला संघ की मानसेवी अध्यक्ष थीं। राष्ट्रीय बाल रक्षा जन कमेटी की उपाध्यक्ष और वैदेशिक मैत्री संघ की प्रधान चुनी गयी। वे चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की आठवीं से 12वीं केन्द्रीय कमेटी की सदस्य थीं , वे 11वीं और 12वीं केन्द्रीय कमेटी के पोलिट ब्यूरो की सदस्य, पार्टी की केंद्रीय अनुशासन जांच कमेटी की दूसरी सचिव , प्रथम से तीसरी चीनी राष्ट्रीय जन प्रतिनिधि सभा की स्थाई कमेटी की सदस्य , चौथी व पांचवीं चीनी राष्ट्रीय जन प्रतिनिधि सभा की स्थाई कमेटी की उपाध्यक्ष और चीनी जन राजनीतिक सलाहकार सम्मेलन की प्रथम राष्ट्रीय कमेटी की सदस्य औऱ छठी राष्ट्रीय कमेटी की अध्यक्ष थीं।

   शी ल्यांग

   शी ल्यांग (1900-1985) , च्यांग सू प्रांत के छांग च्ओ शहर के निवासी थीं। वे पांचवी व छठी चीनी राष्ट्रीय जन प्रतिनिधि सभा की स्थायी कमेटी की उपाध्याक्ष, चीनी जन राजनीतिक सलाहकार सम्मेलन की पांचवीं राष्ट्रीय कमेटी की उपाध्यक्ष और चीन लोक गणराज्य की प्रथम न्याय मंत्रालय की मंत्री थीं। वे चीनी महिला आंदोलन की अग्रदूत और नेताओं में से एक थीं, वे राजनीतिज्ञ व मशहूर महिला वकील थीं। वर्ष 1931 में उन्होंने वकील का कैरियर शुरू किया । वर्ष 1936 में उन्हें जापानी आक्रमण विरोधी देशोद्धार आंदोलन का नेतृत्व करने की वजह से क्वो मिंग तांग पार्टी की सरकार द्वारा गिरफ़्तार किया गया। नये चीन की स्थापना के बाद उन्होंने केंद्रीय जन सरकार की न्याय मंत्री और राज्य परिषद की राजनीति व कानून कमेटी की सदस्य नियुक्त थीं और पहली से छठी चीनी राष्ट्रीय जन प्रतिनिधि सभा की प्रतिनिधि रही थीं, दूसरी से चौथी चीनी राष्ट्रीय जन प्रतिनिधि सभा की स्थायी कमेटी की सदस्य रही थीं, पांचवी चीनी राष्ट्रीय जन प्रतिनिधि सभा की स्थायी कमेटी की सदस्य तथा उस की कानून कमेटी की उप प्रधान , और पांचवीं चीनी राष्ट्रीय जन प्रतिनिधि सभा के दूसरे पूर्णाधिवेशन में उपाध्यक्ष चुनी गयीं। छठी चीनी राष्ट्रीय जन प्रतिनिधि सभा की स्थाई कमेटी वे उपाध्यक्ष थीं। चीनी जन राजीतिक सलाहकार सम्मलन की प्रथम से चौथी राष्ट्रीय कमेटी की सदस्य और पांचवीं राष्ट्रीय कमेटी की उपाध्यक्ष थीं। वे लोंकतांत्रिक संघ की प्रथम केन्द्रीय कमेटी के पोलिट ब्यूरो की सदस्य थीं, संघ के प्रथम से तीसरी उपाध्यक्ष और चौथी व पांचवीं अध्यक्ष थीं। वे अखिल चीन महिला संघ की प्रथम से चौथी उपाध्यक्ष भी रहीं।

  वू ई

  वू ई(1938---), चीन लोक गणराज्य की उप प्रधान मंत्री हैं । वे मध्य चीन के हू पेई प्रांत के वू हाई शहर के निवासी हैं। वे पेइचिंग पेट्रोल कालेज के तेल शौधन विभाग से स्नातक हुई थीं। वे उच्च इंजीनियर भी हैं । वर्ष 1962 के अप्रैल माह में उन्होंने चीनी कम्युनिस्ट पार्टी में शरीक किया। वर्ष 1962 के अगस्त माह में उन्होंने नौकरी शुरू की । उन्होंने क्रमशः तेल कारखाने की वर्कशॉप की तकनिशयन, दफ्तर के कर्मचारी तथा कारखाने के उप प्रधान का पद संभाला। वर्ष 1983 से 1998 तक उन्होंने पेइचिंग के येन शान तेल व रसायन कंपनी की उप मैनेजर और चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की कंपनी शाखा कमेटी की सचिव का पद संभाला। वर्ष 1998 से 1991 तक वे पेइचिंग की उप मेयर रही थीं। वर्ष 1991 से 1993 तक वे चीनी वैदेशिक आर्थिक व व्यापारिक संपर्क मंत्रालय की उप मंत्री और चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के मंत्रालय शाखा कमेटी की उप सचिव नियुक्त की गयी। वर्ष 1993 से वे चीनी वैदेशिक आर्थिक व व्यापारिक सहयोग मंत्रालय की मंत्री और चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के मंत्रालय शाखा पार्टी की सचिव बनीं। वर्ष 1998 से 2003 तक वे स्टेट कौंसर रही । वर्ष 2003 के मार्च में उन्हें उप चीनी प्रधान मंत्री नियुक्त हुई । वर्ष 2003 के अप्रैल माह में उन्होंने चीनी स्वास्थ्य मंत्री का पद भी संभाला। वू ई चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की 13वीं केंद्रीय कमेटी की वेकल्पिक सदस्य, 14वीं ,15वीं और 16वीं केंद्रीय कमेटी की सदस्य हैं। 15वीं केन्द्रीय कमेटी के पोलिट ब्यूरो की वेकल्पिक सदस्य और 16वीं केन्द्रीय कमेटी के पोलिट ब्यूरो की सदस्य हैं।

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