लिलीः इस गीत के बाद अब सुनते आज के प्रोग्राम का आखिरी सांग, हम-तुम फ़िल्म से, बोल हैं सांसों को सांसों में ढलने दो जरा। इस गीत की फरमाईश की है रॉयल लिस्नर्स क्लब ढोली सकरा बिहार से जसीम अहमद, विनीता कुमारी, लवली कुमारी, शोभा कुमारी, श्वेत कमल, संजय दुबे आदि श्रोताओं ने।
अनिलः दोस्तो हमें आपके फरमाइशी पत्रों का इंतजार रहेगा, आपको ये प्रोग्राम कैसा लगता है, हमें जरूर लिखिएगा, आपके लिए पत्र या हमारी वेबसाइट दोनों ऑप्शन उपलब्ध हैं, उम्मीद है कि आप अगले पोग्राम के अपनी पसंद के सांग जल्द ही हमें भेजेंगे, तो अब देर किस बात की है, उठाईए पैन या फिर सीधे जाइए सीआरआई की वेबसाईट पर, और लिख भेजिए अपनी पसंद के सांग। लेकिन इस उम्मीद के साथ कि अगले हफ्ते इसी समय, इसी दिन आपसे फिर मुलाक़ात होगी। तब तक के लिए, हमें इज़ाजत दें...बाय-बाय, नमस्ते, शब्वा खैर, अलविदा।





