027 बेटों को शिक्षा

2017-05-09 19:13:23 CRI

027 बेटों को शिक्षा

बेटों को शिक्षा 折箭训子

"बेटों को शिक्षा"नाम की कहानी को चीनी भाषा में"ज़ च्यान श्वुन ज़ी"(zhé jiàn xùn zǐ) कहा जाता है। इस में"ज च्यान"का अर्थ है तीर को तोड़ना है, जबकि"श्वुन ज़ी"का अर्थ है बेटे को शिक्षा देना। यह प्राचीन चीन में अल्पसंख्यक जाति की एक मशहूर कथा है।

आज से 1500 साल पहले, उत्तर पश्चिम चीन में थु यू हुन नाम की जाति रहती थी। वहां राजा आ छाई के बीस पुत्र थे।

एक दिन, रजा आ छाई ने सभी पुत्रों को सामने बुलाया और उनसे कहा:"तुम मेरे लिए एक-एक तीर लाओ।"

बीस पुत्रों ने बीस तीर पेश किए। राजा आ छाई ने उनके सामने सभी तीरों को एक-एक कर तोड़ कर जमीन पर फेंका। फिर राजा ने पुत्रों को उनके चाचा के लिए एक-एक तीर लाकर दिलवाया।

राजा आ छाई ने पुत्रों के चाचा मुलियान से एक तीर तोड़ने को कहा। मुलियान ने बड़ी आसानी से एक तीर तोड़ दिया। राजा ने फिर मुलियान से शेष 19 तीरों को एक साथ तोड़ने को कहा। लेकिन मुलियान पूरी शक्ति लगा कर भी उन्हें तोड़ने में कामयाब नहीं हो पाया। तब राजा आ छाई ने पुत्रों को यह शिक्षा देते हुए कहा:"देखो, एक तीर बड़ी आसानी से तोड़ा जा सकता है, लेकिन कई तीरों को एक साथ तोड़ना बहुत मुश्किल है, इसका साफ़ मतलब है कि एकता में शक्ति होती है। अगर तुम बीस भाई एकजुट होकर काम करोगे, तो तुम्हें कोई भी नहीं हरा सकता"

"बेटों को शिक्षा"यानी चीनी भाषा में"ज़ च्यान श्वुन ज़ी"(zhé jiàn xùn zǐ) नाम की कहानी से सीख मिलती है कि एकता में बल होता है।

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चंग राज्य के व्यक्ति का जूता खरीदना 郑人买履

"चंग राज्य के व्यक्ति का जूता खरीदना"नाम की कहानी को चीनी भाषा में"चंग रन माई ल्यु"(zhèng rén mǎi lǚ) कहा जाता है। इस में"चंग"प्राचीन काल में एक राज्य का नाम था,"रन"तो मानव या व्यक्ति है, जबकि"माई"का अर्थ है खरीदना और"ल्यु"का अर्थ है जूता।

प्राचीन चीन का चंग राजवंश था। उस राजवंश का एक नागरिक अपने लिए एक जोड़ा जूता खरीदना चाहता था। अपने लिए ठीक जूता खरीदने के लिए उसने दुकान में जाने से पहले घर में अपने पांव के नाप का एक कागज़ी नमूना काट कर बनाया।

वह चंग राजवंशी व्यक्ति पैदल चलकर दस मील दूर के एक बाजार पहुंचा। बाजार बड़ा था। उसमें कई रंग के जूते बिकते थे, लेकिन उस व्यक्ति को एक भी जूता पसंद नहीं आया। अन्त में एक दुकान में उसे एक जोड़ा जूता पसंद आया और उसे खरीदने का मन भी किया।

चंग राजवंशी ने जब अपनी जेब में कागज़ के जूते का नमूना निकालने के लिए हाथ डाला, तो पता लगा कि कागज़ का वह नमूना जेब में नहीं है। उसे वह घर पर ही भूल गया है। वह व्यक्ति तुरंत दौड़कर वापस घर लौटा और कागज़ का नमूना लेकर फिर बाजार की ओर जाने लगा।

घर से बाज़ार की दूरी दस मील थी। आने-जाने में बहुत समय खर्च हो गया। जब वह हांफते हुए दोबारा बाजार पहुंचा, तब तक बाजार बन्द हो चुका था। बीस मील का रास्ता उसने व्यर्थ में ही तय किया, और जूता नहीं खरीद सका।

किसी ने उस व्यक्ति से पूछा कि जूता खरीदने के लिए आपके पास पांव तो हैं, उनकी नाप लेकर तुमने जूता खरीदने की कोशिश क्यों नहीं की?तो उस व्यक्ति ने जवाब में कहा:"मुझे कागज़ के नमूने पर भरोसा है, पांव पर नहीं।"

"चंग राज्य के व्यक्ति का जूता खरीदना"यानी चीनी भाषा में"चंग रन माई ल्यु"(zhèng rén mǎi lǚ) एक व्यंगात्मक कथा है, चंग राजवंश का वह व्यक्ति अपने पांव की नाप लेकर बनाए गए कागज़ी नमूने पर विश्वास करता था, पर अपने पांव पर नहीं। वाकई में है ना बेवकूफ़।

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