इस कस्बे में और एक विशेष स्थानीय लोककला है, जो परंपरागत चीनी शेर-नृत्य सा लगता है। लेकिन नृत्य करने के तरीके में बड़ा फर्क है। परंपरागत चीनी शेर-नृत्य ऐसा है, जो कई आदमी एक साथ मिलकर शेर के भेष का धारण कर और शेर के शरीर के विभिन्न अंग बनकर प्रस्तुत करते है। पर इस कस्बे का शेर-नृत्य ऐसा है, जो कई आदमी उक्त वैसा करने के अलावा एक दूसरे से रस्सियों से बंधकर आपस में तालमेल बिठाते हुए प्रस्तुत करते हैं। इस तरह शेर की अंग-भंगिमाएं और भी सटीक सी लगती हैं।
इस कस्बे को छोड़कर हमारे संवाददाता पूर्वी चीन सागर में ल्यान ह्वा नामक एक छोटे से टापू पर आए। इस टापू पर बहुत कम लोग रहते हैं, चारों तरफ़ सुनसान है और प्राकृतिक दृश्य बहुत सुन्दर है। टापू अपने लुंग छ्वान नामक चश्मे से जाना जाता है। मीठा पानी वाला यह चश्मा रहस्यमय सा लगता है, क्योंकि उसमें जो मीठा पानी उपलब्ध है, वह कहां से आता है, इसका अब भी कोई पता नहीं है। विशेषज्ञों को भी सालों से संबंधित शोध करने के बावजूद हार मानी पड़ी। स्थानीय परंपरा के अनुसार सिर्फ पुरूष इस चश्मे के अंदर जाकर पानी पी सकते हैं, स्त्रियों को केवल चश्मे के मुख पर बैठी पुरूषों को देखने की अनुमति है। बेशक हर बार पुरूष चश्मे के अन्दर से पानी लेकर स्त्रियों को पिलाते हैं। कहा जाता है कि इस चश्मे का पानी सेहत के लिए बेहद फायदेमंद है, जो कई बीमारियों के इलाज में भी मददगार साबित है। स्थानीय लोगों ने यहां तक कहा कि यह पानी गर्भधारण में स्त्रियों का सहायक है, बल्कि वह गर्भ का लिंग तय कर सकता है। यदि दंपति बेटा चाहता है, तो वह यह पानी ज्यादा पीकर अपनी इच्छा पूरी कर सकता है। वाह, बड़ा कमाल है ना, बस विज्ञान की दृष्टि से यह सिर्फ एक मजाक है। पर इससे आप देख करते हैं कि इस चश्मे की स्थानीय लोगों के दिलों में क्या स्थिति है?