चीन के आर्थिक विकास के भविष्य पर विश्वास होने के चलते आज़मी ने अपने दो बच्चों को भी चीन में बुला लिया। उनका एक बेटा क्वांगचो में व्यापार कर रहा है और दूसरा हपेई प्रांत के एक विश्वविद्यालय में वास्तुकला इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहा है।
आज दोपहर को आज़मी के दफ़्तर में एक अतिथि आए। वे हैं यीवू के विश्व व्यापारी संघ के निदेशक चाओ चीकांग। विश्व व्यापारी संघ एक एनजीओ है, जिसमें सरकारी अधिकारियों से गठित सलाहकार आयोग और विदेशी व्यापारियों से गठित कार्रवाई कमेटी शामिल हैं। विदेशी व्यापारी चीनी सलाहकारों से व्यापारिक नीति और नियम के बारे में पूछ सकते हैं, समर्थन ले सकते हैं और कार्रवाई कमेटी द्वारा आयोजित जन कल्याण कार्यक्रम में भी भाग ले सकते हैं। चाओ चीकांग ने कहाः
"आज़मी हमारे जन कल्याण कार्यक्रम में सक्रिय हैं। वे अन्य विदेशी व्यापारियों के साथ हर महीने कल्याण कार्यक्रम का आयोजन करते हैं, जैसा कि गरीब स्कूलों को दान देना।"
आज़मी के लिए कल्याण का काम पहले से ही शुरू हुआ। वर्ष 2008 में चीन के स्छ्वान प्रांत की वनछ्वान काउंटी में ज़बरदस्त भूकंप आया था, उन्होंने 20 हज़ार चीनी युआन का दान दिया था। वर्ष 2015 में उन्होंने यीवू के नर्सिंग होम में सहायता करने के कार्यक्रम में भी भाग लिया था। आज़मी ने कहा कि वे चीन में सुधार और खुले द्वार की नीति से लाभ उठाते हैं और यीवू में आरामदेह जीवन का आनंद उठाते हैं। स्थानीय समाज को योगदान देना उनका कर्तव्य और गौरव है। आज़मी ने कहाः
"एक व्यक्ति अमीर हैं और दोस्तों की सहायता कर सकते हैं, तो यह बहुत अच्छी बात है। अगर सिर्फ़ आपके पास पैसा है और दोस्त नहीं होते या दोस्तों की मदद नहीं करना चाहते, तो पैसा होने का कोई फ़ायदा नहीं है। हमें ज़्यादा दोस्त बनाना चाहिए और दोस्तों के साथ साझा करना चाहिए। यह मूल्यवान है। मैं यहां व्यापार करता हूं, रहता हूं और चीनियों के साथ दोस्ती करता हूं। यीवू मेरे घर की तरह है। जब मैं कठिनाई का सामना करता हूं, तब चीनी लोग मेरी सहायता करते हैं। इसी तरह जब वे समस्याओं में फंसते हैं, तो मैं भी उनकी मदद करता हूं।"