हालांकि खानच्या वैबसाइट अब प्रारंभिक तौर पर विकसित हो रहा है। लेकिन चांग छाओ ने अपने मन में कंपनी के भविष्य के विकास के लिए एक बड़ी रूपरेखा तैयार कर ली है। इस रूपरेखा में खानच्या वैबसाइट अधिक शहरों में अचल-संपत्ति बाज़ार को सुनिश्चित करने के लिए अपना अधिक योगदान देगी। चांग छाओ ने कहा:"अगर हमारा लक्ष्य केवल पैसा कमाना है, तो वो हम आराम से काम कर सकते हैं। हमारी विचारधारा को अधिक शहरों तक क्यों पहुंचाया जाए?क्योंकि वर्तमान में राजधानी पेइचिंग देश भर में सबसे सुव्यवस्थित अचल-संपत्ति बाज़ार वाले शहरों में से एक है। लेकिन दूसरे छोटे शहरों में हमारी कंपनी का प्रमुख युद्ध-मैदान है। अगर बाज़ार की स्थिति अव्यवस्थित हुई, तो लोगों को कोई गारंटी नहीं मिल सकेगी। हमारे काम के माध्यम से लोगों को अधिक सुविधा मिलेगी। मुझे लगता है कि आराम से बड़े शहर में काम करना अर्थहीन है।"
उद्यमिता शुरू करने से लेकर अब तक के कुछ सालों में चांग छाओ का उद्यमिता के प्रति विचार बिल्कुल बदल गया है। उसने कहा:"पहले मेरा विचार था कि उद्यमिता का मतलब कंपनी खोल कर खुद के लिए काम करना था। यह है उद्यमिता। लेकिन आज मुझे लगता है कि उद्यमिता करना सबसे कठिन रास्ता है। हमें किसी भी व्यवसाय में प्रचलित लोकप्रिय विचार को बदलना है, या तो पारंपरिक व्यवसायों में एक नया रास्ता जोड़ना है। इस रास्ते पर आगे कैसे बढ़ा जाए?अब मेरा विचार है कि उद्यमिता सृजन ही है। किसी वस्तु की रचना भी। यह विचार दूसरी पारंपरिक कंपनी की स्थापना से कहीं अलग है।"