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    गान, नृत्य और वाद्ययंत्र एकिकृत कला---पाथांग श्यानची
    2014-07-11 18:18:18 cri

    लोसोंग दावा इन्टरव्यू लेते हुए

    वास्तव में श्यानहू वाद्ययंत्र सिखाने का तरीका थोड़ा आदिम लगता है, इसी वजह से इतिहास के विकास के चलते कुछ पूर्वजों की श्रेष्ठ धुनें खो गई हैं। इसपर लोसोंग दावा को बहुत खेद होता है। उन्होंने कहा कि आज पाथांग क्षेत्र में चाहे सरकार हो, या स्थानीय लोक जगत क्यों न हो, तिब्बती जाति के विशेष कला के रूप में श्यानची कला के संरक्षण और विकास पर बड़ा ध्यान देते हैं। उन्होंने कहा:

    "पिछली पीढ़ी वाले कलाकार धीरे-धीरे संसार से विदाई ले रहे हैं। उनके पास श्यानची धुन भी खोती जा रही है। आज हमारा कार्य नई धुनों की रचना नहीं है, हम पुरानी पीढ़ी वाले कलाकारों की धुनों की खोज करते हैं। वर्ष 2012 या 2013 में हमारी पाथांग कांउटी में विशेष तौर पर श्यानची धुन डेटाबेस स्थापित किया गया। यानी कि पांच डेटाबेस हैं, जिनमें ओडियो डेटाबेस, विडियो डेटाबेस, चित्र डेटाबेस, संगीत के बोलों के डेटाबेस और धुनों के डेटाबेस शामिल हैं। वर्तमान में संगीतों की करीब 200 धुनें और 3 हज़ार बोल डेटाबेस में शामिल किया गया है।"

    पाथांग श्यानची से पाथांग की जनता की बुद्धिमत्ता जाहिर हुई, जिसमें तिब्बती जातीय संस्कृति और रंगबिरंगे तिब्बती रीति रिवाज़ दिखाए जाते हैं। पुराने समय में त्योहार के वक्त पाथांग वासी श्यानची धुनों के साथ तिब्बती गीत गाते हुए नाचना पसंद करते थे, लोग गीत गाने और नाचने के दौरान बहुत प्रसन्न रहते थे। आज चीन में तिब्बती संस्कृति को विरासत में लेते हुए उसके आगे विकास पर ज्यादा से ज्यादा ध्यान दिया जा रहा है, पाथांग श्यानची को विरासत में लेते हुए उसे विकसित करने पर लोगों का ध्यान भी केंद्रित हो रहा है।

    31 साल की उम्र नौजवानों की उम्र है। लेकिन लोसोंग दावा गुरु बन चुके हैं। उन्हें आशा है कि शिष्यों को सिखाने के माध्यम से वे पाथांग श्यानची की विरासत में लेते हुए उसके विकास में कुछ न कुछ योगदान कर सकेंगे। लोसोंग दावा के शिष्यों की उम्र आम तौर पर सात या आठ वर्ष के बच्चों की है जो प्राईमरी स्कूल के छात्र हैं। 24 वर्षीय ईशी त्सेरिन लोसोंग दावा के शिष्यों में सबसे बड़ी उम्र के हैं। ईशी त्सेरिन एक कम बोलने वाले युवा हैं। वह नृत्य सीखने वाले हैं। उन्हें लगता है कि उम्र बड़ी होने से शुरू से श्यानहू वाद्ययंत्र सीखने में बहुत देर हो जाती है। लेकिन ईशी त्सेरिन ने कहा कि उसके आसपास मित्रों और साथियों को श्यानहू वाद्ययंत्र बजाना आता है। बहुत ज्यादा लोग इसे बजाना सीखते हैं। ईशी त्सेरिन उन लोगों से ईर्ष्या करता है, जिन्हें श्यानहू वाद्ययंत्र बजाने के साथ-साथ गीत गाना और नाचना आता है। बाद में ईशी त्सेरिन ने लोसोंग दावा को अपना गुरु माना और श्यानहू वाद्ययंत्र बजाना सीखना शुरू किया। अब श्यानहू बजाना सिखाते एक साल से अधिक समय हो गया है। ईशी त्सेरिन ने कहा:

    "हमारे पाथांग क्षेत्र में कुछ बच्चों ने प्राइमरी स्कूल में पहली कक्षा या दूसरी कक्षा की आयु से ही श्यानहू वाद्ययंत्र बजाना सीखना शुरू किया है। 23 वर्ष की उम्र में मैंने श्यानहू सीखना शुरू किया। इसे सीखने में बहुत समय लगता है। श्यानहू बजाना सीखने मुझे थोड़ी मुश्किल आई थी। मैं नाचने वाला हूँ, लेकिन हमारे पाथांग क्षेत्र में सभी पुरूषों को श्यानहू वाद्ययंत्र बजाना आता है। मुझे ईर्ष्या होती है और मैंने गुरु जी के साथ सीखने का फैसला कर लिया है।"

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