स्छ्वान-तिब्बत नम्बर 318 राजमार्ग में साईकिल चलाने वाली चुनौती का मुकाबला करना एक कठिन बात है। लेकिन इस साइकिल टीम के सभी सदस्यों ने अपनी पूरी तैयारी कर ली है। जाने से पहले उन्होंने इन्टरनेट पर इस रास्ते से साईकिल चलाने वाले दूसरे यात्रियों के अनुभव सीखे और अपनी टीम के सदस्यों की शारीरिक स्थिति के अनुसार साईकिल चलाने और आराम करने की पूरी योजना बनाई। उनके विचार में बड़े लक्ष्य को पूरा करने के लिये उसे छोटे छोटे टुकड़ों में बांट लेना चाहिये और एक-एक दिन के प्रयास से अंतिम योजना को साकार करना चाहिए।
इस साइकिल टीम के सदस्य दक्षिण चीन के क्वांग तुंग प्रांत की राजधानी क्वांग चो से आते हैं। दक्षिण-पश्चिमी चीन के स्छ्वान प्रांत में मिर्च-मसाले वाला खाना ज्यादा लोकप्रिय है। लेकिन क्वांगतुंग वासियों को मिर्च खाने की आदत नहीं थी। इस तरह साइकिल यात्रा के दौरान खाना उनके लिए एक चुनौती भी है। क्योंकि स्छ्वान-तिब्बत राजमार्ग के रास्ते में होटलों में आम तौर पर स्छ्वान जैसा खाना तैयार किया जाता है। खाने में मौजूद मुश्किलों की चर्चा करते हुए साइकिल टीम के नेता यान च्यानशिन ने कहा:"मिर्च और मसाला खाने की हमारी आदत नहीं है। रेस्त्रां में खाने का ऑर्डर देते समय हम वेटर को इस संदर्भ में बताना भूल गए, तो आम तौर पर हमें ज्यादा मिर्च वाले पकवान मिले। इस वक्त हमने मुश्किल से खाना खाया।"
खानपान में चुनौती मौजूद होने के बावजूद साइकिल चलाने के रास्ते में टीम के सदस्यों को कई खुशनुमा बातें भी मिलीं। रास्ते में वे कभी कभार साईकिल चलाने या गाड़ी चलाने वाले दूसरे यात्रियों से भी मिले। इस दौरान वे एकसाथ मिलकर आपस में अपने अनुभव साझा करते हैं। दूसरे यात्री इन वृद्ध टीम के सदस्यों का सम्मान करते हैं और उनके साथ फोटो खींचना चाहते हैं। इसे लेकर वृद्ध साइकिल टीम के सभी सदस्य गर्व से खुश होते हैं। इसकी चर्चा में यान च्यानशिन ने कहा:"मुझे याद है कि साइकिल यात्रा के पहले दिन हमने अर्लांग पर्वत पर चढ़ाई की थी। रास्ते में अपनी गाड़ी चलाने वाले कई यात्रियों ने हमसे एक साथ फोटो खींचने की मांग की। उनका कहना था कि हम 60 से अधिक उम्र वाले लोग साइकिल चलाते हुए तिब्बत जाते हैं, ये बात उन्हें बहुत अद्भुत लगी।"
यांग च्यानशिन के विचार में अपने जीवन में सबसे बड़ी चुनौती का सामना करना मौजूदा साइकिल सफर में सबसे बड़ी उपलब्धी है। उन्होंने कहा:"मौजूदा साइकिल का सफर हमारे जीवन में एक बड़ी चुनौती है। मैं इसे जीवन भर नहीं भूलूंगा।"
इस साइकिल टीम के नेता यान च्यानशिन ने कहा कि मौजूदा यात्रा समाप्त करने के बाद वे नई चुनौती का सामना करना चाहते हैं, यानी उत्तर-पश्चिमी चीन के शान्नशी प्रांत की राजधानी शिआन से छिंगहाई तिब्बत पठार स्थित छिंगहाई प्रांत तक के सिल्क रोड यानी रेशम मार्ग को साइकिल यात्रा से पूरा करना। आशा है कि यह वृद्ध साइकिल टीम के सदस्य सही सलामत अपना लक्ष्य साकार करेंगे।