भारत व चीन गैरसरकारी आवाजाही व सहयोग मजबूत करेः मुखर्जी
2016-05-26 18:51:58 cri
मुखर्जी ने कहा कि भारत व चीन लम्बे समय से पहले ही विस्तृत सांस्कृतिक संपर्क बरकरार रखे हुए हैं। दोनों देशों ने इस महान धरोहरों का उत्तराधिकार किया। उनका मानना है कि दो नव आर्थिक समुदाय होने के नाते भारत व चीन को क्षेत्र और विश्व की समृद्धि के लिए योगदान प्रदान करने का कर्तव्य है। दोनों देशों को हाथ मिलकर सहयोग करके पुनरुत्थान को साकार करना चाहिए और एशियाई सदी की रचना करनी चाहिए। मुखर्जी के विचार में सरकारी आदान-प्रदान आवश्यकता है। दोनों देशों के बीच राजनीतिक स्तर पर समझ को मजबूत करना और घनिष्ट विकास साझेदारी संबंधों की स्थापना के लिए अति महत्वपूर्ण है। इधर के सालों में दोनों देशों के बीच उच्च स्तरीय आवाजाही से द्विपक्षीय संबंधों का बड़ा विकास हुआ है और विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग का विस्तार किया गया है।