11 कहावत से जुड़ी कथा--माओ स्वेइ की आत्म सिफ़ारिश

2017-12-05 21:30:50 CRI

点击图片进入下一页
11 कहावत से जुड़ी कथा--माओ स्वेइ की आत्म सिफ़ारिश

पड़ोस की सुन्दरी का दीवार से झांकना 邻女窥墙 

कहावत से जुड़ी कहानी“पड़ोस की सुन्दरी का दीवार से झांकना”को चीनी भाषा में“लिन न्यु ख्वेइ छ्यांग”(lín nǚ kuī qiáng) कहा जाता है। इसमें“लिन”का अर्थ है पड़ोसी,“न्यु”का अर्थ है लड़की, स्त्री या महिला, कहानी में सुन्दरी है। जबकि“ख्वेइ”का अर्थ है झांकना और“छ्यांग”का अर्थ है दीवार, यहां खास तौर पर घर का मतलब है।

चीन के प्राचीन काल में साहित्य क्षेत्र में सोंग यु (sòng yù) नाम का कवि बहुत मशहूर और महत्वपूर्ण था। वह सूरत शक्ल में सुन्दर था और चीन के प्राचीन सुन्दर पुरुषों में से एक माना जाता था। सोंग यु और अपने समकालीन महान कवि छ्यु युआन (qū yuán) द्वारा प्रवर्तित विशेष काव्य शैली यानी छु-छी (chǔ cí) छंद चीन के साहित्य इतिहास में अपना विशेष स्थान बनाए हुए हैं। सोंग यु के नाम पर रचा गया एक काव्य बहुत मशहूर था, जिसका शीर्षक था“श्रृंगारिक तंगथुच”, काव्य में एक रोचक और चर्चित कहानी इस प्रकार है:

“पड़ोस की सुन्दरी का घर से झांकना”के नाम से मशहूर इस कहानी में कहा गया है कि सोंग यु और तंगथुच (dēng tú zǐ) दोनों छु राज्य के मंत्री थे और दोनों छु राजा के नजदीकी अधिकारी थे। सोंग यु प्रतिभाशाली था। इसलिए तंगथुच उससे बहुत ईर्ष्या रखता था। वह छु राजा के सामने सोंग यु की बुराई करने के किसी भी मौके को नहीं छोड़ता था। 

एक दिन तंगथुच ने छु राजा से कहा:“महाराज, सोंग यु बहुत खूबसूरत है, प्रतिभाशाली भी है, लेकिन वह एक कामुक व्यक्ति है। महाराज आप उसे अंतर-पुरी बिल्कुल न ले जाएं। अंतर-पुरी में इतनी अधिक सुन्दर रानियां,दासियां हैं, उनके सोंग यु से मिलने पर अवश्य गड़बड़ी पैदा होगी।”

11 कहावत से जुड़ी कथा--माओ स्वेइ की आत्म सिफ़ारिश

पड़ोस की सुन्दरी का दीवार से झांकना 邻女窥墙

तंगथुच की बात को ले कर छु राजा ने सोंग यु को अपने पास बुलाया और उससे कारण पूछा, तो सोंग यु ने जवाब में कहा:“महाराज , मैं खूबसूरत तो हूं पर यह जन्मजात है। मैं ज्ञानी भी हूं, पर वह मेरी कड़ी मेहनत का फल है। जहां तक वह मुझे कामुक कहता है, यह बिल्कुल गलत है।”

तो छु राजा ने पूछा:अपनी बात के लिए तुम्हारे पास क्या सबूत है?

सोंग यु ने कहा:“इस दुनिया की सुन्दर नारी सबसे ज्यादा हमारे छु राज्य में मिलती हैं। छु राज्य की सुन्दरी सबसे ज्य़ादा मेरी जन्म भूमि में हैं। मेरी जन्म भूमि की सबसे बड़ी सुन्दरी मेरे घर की पड़ोस वाली युवती है। यह सुन्दर युवती इतनी अच्छी है कि कद में एक इंच बढ़ जाने पर वह हद से बड़ी लम्बी दिखती है। एक इंच कम होने पर वह नाटी दिखती है। श्रृंगार पाउडर लगाने पर वह हद से ज्यादा गोरी होती है। लाल रंग लगाने पर हद से ज्यादा सुर्ख होती है। उसके दांत, बाल, हाथ और पांव सब के सब बेजोड़ खूबसूरत हैं। उसकी हल्की मुस्कराहट से तमाम कुलीन युवक मोहित हो जाते हैं। लेकिन इतनी सुन्दर युवती लगातार तीन साल तक अपने घर से मुझे झांकती रही है, मैं इससे जरा भी प्रभावित नहीं हुआ। तो मुझे कैसे कामुक कहा जा सकता है। वास्तव में तंगथुच सचमुच एक कामुक व्यक्ति है।”

छु राजा ने तंगथुच को वासना कामुक कहने का सबूत मांगा, तो सोंग यु ने फिर कहा:“तंगथुच की पत्नी कुरूप है, लेकिन तंगथुच को उससे इतना प्रेम हुआ कि उसके पांच बच्चे हुए।”

सोंग यु के इस तर्क पर छु राजा के पास कहने के लिए कोई शब्द नहीं रहा। इसी ऐतिहासिक कहानी के साथ“पड़ोस की सुन्दरी के घर झांकने”का कहावत प्रचलित हो गयी।

सोंग यु की छु-छ(chǔ cí) छंद की रचनाओं में नारी की सुन्दरता, सुशीलता और कोमल चरित्र का खूब वर्णन किया गया है, जिसका उत्तरवर्ती प्राचीन चीनी साहित्य में बड़ा प्रभाव पड़ा था। सोंग यु और उसकी काव्य रचनाओं का भी विशेष स्थान बना रहा।

रेडियो प्रोग्राम