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चीनी राष्ट्राध्यक्ष शी चीनफिंग ने 15 अक्तूबर को गोवा में भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की।
शी चिनफिंग ने कहा कि चीन-भारत संबंध का विकसित रुझान प्रेरणाजनक है। एक स्वस्थ और स्थिर चीन-भारत संबंध दोनों देशों के खुद के विकास के लिए ही नहीं, बल्कि वैश्विक प्रबंधन और अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था में विकासशील देशों के उचित हितों से भी मेल खाता है। हमें चीन-भारत रणनीतिक सहयोग साझेदार संबंध के विषय को लगातार विस्तृत करते हुए दोनों देशों की जनता के मूल हितों के आधार पर चीन-भारत संबंध की विकसित दिशा के अनुसार उच्च स्तरीय संपर्क और विभिन्न स्तरीय वार्ता व आदान-प्रदान बरकरार रखना चाहिए। सहमतियां विस्तार करते हुए आपसी विश्वास को आगे बढ़ाना चाहिए और सहयोग को गहराना चाहिए। विभिन्न क्षेत्रों में आदान प्रदान और सहयोग के स्तर को उन्नत करते हुए रेल, औद्योगिक पार्क जैसी परियोजनाओं के निर्माण को आगे बढ़ाना चाहिए। पार्टी, स्थानीय सरकार, थींक टैंक, संस्कृति और मीडिया जैसे क्षेत्रों में आदान-प्रदान मज़बूत करना चाहिए। हमें क्षेत्रीय मामलों में एक दूसरे की भागीदारी का समर्थन करते हुए शांगहाई सहयोग संगठन, सार्क, पूर्व एशियाई शिखर सम्मेलन जैसे ढांचे में सहयोग मज़बूत करना चाहिए।
शी चिनफिंग ने यह भी कहा कि चीन भारत के साथ मिलकर जी20 हांगचो शिखर सम्मेलन के सक्रिय रुझान को बरकरार रखते हुए ब्रिक्स देशों के 8वें शिखर सम्मेलन में सकारात्मक उपलब्धियों की प्राप्ति को आगे बढ़ाने को तैयार है। इसके साथ ही चीन भारत समेत ब्रिक्स सदस्यों के साथ मिलकर समान कोशिश करने को तैयार है, ताकि अगले वर्ष चीन में नौवें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन का सफल आयोजन हो सके।
मोदी ने कहा कि भारत और चीन के बीच उच्च स्तरीय आवाजाही और रणनीतिक संपर्क कायम रहा है, जिससे पारस्परिक समझ की मज़बूती, सहयोग की गहराई के लिए ही नहीं, बल्कि हमारे दोनों देशों और इसी क्षेत्र के विकास और समृद्धि के समान हितों से भी मेल खाता है। भारत ब्रिक्स और शांगहाई सहयोग संगठन जैसे बहुपक्षीय ढांचे में चीन के साथ सहयोग मज़बूत करने को तैयार है और साथ ही अगले वर्ष चीन में ब्रिक्स देशों के 9वें शिखर सम्मेलन के आयोजन का समर्थन करता है।
(श्याओ थांग)
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