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जर्मनी की यात्रा कर रहे चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने 5 जुलाई को बर्लिन में क्रमशः जर्मन राष्ट्रपति फ़्रेंक वोल्टर स्टेनमेएर और जर्मन चांसलर एंजला मर्केल से भेंट की। जर्मन नेता से बातचीत करते समय शी चिनफिंग ने कहा कि इस वर्ष चीन-जर्मनी के बीच राजनयिक संबंध स्थापना की 45वीं वर्षगांठ है। दोनों देशों के संबंध एक नये स्तर पर पहुंच चुके हैं। चीन जर्मनी के साथ कोशिश करके चीन-जर्मनी व्यापक सहयोग में नयी शक्ति डालना और चीन-जर्मनी संबंधों को आगे बढ़ाना चाहता है।
स्थानीय समयानुसार 5 जुलाई की सुबह जर्मन राष्ट्रपति स्टेनमेएर ने राष्ट्रपति भवन में रस्म आयोजित कर चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग व उनकी पत्नी फंग लीय्वेन का स्वागत किया। बाद में शी चिनफिंग ने राष्ट्रपति स्टेनमेएर से मुलाक़ात की, चांसलर मर्केल के साथ वार्ता की, और हस्ताक्षर रस्म में भाग लिया। दोनों देशों के नेताओं को एक साथ संवाददाता से मिले।
जर्मन नेता से भेंट के दौरान शी चिनफिंग ने चीन-जर्मनी संबंधों में प्राप्त उपलब्धियों की पुष्टि की। खास तौर पर वर्ष 2014 में दोनों के बीच व्यापक रणनीतिक साझेदार संबंधों की स्थापना के बाद दोनों देशों के संबंध हमेशा उच्च स्तर पर विकसित हो रहे हैं। शी चिनफिंग के अनुसार चीन-जर्मनी के द्विपक्षीय संबंधों का विकास एक सफल कहानी है।
जर्मन चांसलर मर्केल दोनों देशों के संबंधों के प्रति शी चिनफिंग के मूल्यांकन से सहमत हैं। उन्होंने कहा कि जर्मनी-चीन संबंधों का विकास बहुत अच्छा रहा। जर्मनी सरकार दृढ़ता से एक चीन की नीति पर कायम रहती है, और चीन के साथ एक पट्टी एक मार्ग की ढांचे के तले आर्थिक व व्यापारिक सहयोग करना चाहती है।
चंद्रिमा
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