Web  hindi.cri.cn
सहस्त्र बुद्ध मुर्ति गुफा

सिन्चांग में विस्तृत प्राचीन रेशम मार्ग के आसपास बड़ी संख्या में विश्वविख्यात दर्रे , दुर्गे , गुफाएं , मठ , डाक स्टेशन , समाधि और सैन्य चौकी अवशेष के रूप में देखने को मिलते हैं ।

इन ऐतिहासिक धरोहरों में कजील सहस्त्र बुद्ध मुर्ति गुफा और पाईजीकलिक सहस्त्र बुद्ध मुर्ति गुफा ज्यादा मशहूर हैं । इन दो गुफाओं में जो मुर्तियां और भिति चित्र सुरक्षित हैं , उन में प्राचीन चीन , भारत तथा फारस की संस्कृतियों के अद्भुत विलय की झलक मिलती है और उस की अनूठी विशेष कला शैली उपलब्ध है । इन मुर्ति कला और भिति चित्रों में तत्कालीन विभिन्न जातियों के उत्पादन व जीवन के तौर तरीकों का जीता जागता चित्रण हुआ है ।

पाईजीकलिक वेवूर शब्द है , जिस का अर्थ पहाड़ी ढलान है । यह गुफा तुरूफान शहर के उत्तर पूर्व में स्थित है , जो ईस्वी छठी शताब्दी से ले कर 14वीं शताब्दी तक खोदी गई थी ।गुफा के भीतरी भिति चित्रों की संरचना सुनियोजित और सूक्ष्म है , रेखाएं और रंगयोजन चमकीला , शानदार और भव्य होता है , मानव आकृति सुन्दर और भरिपूर्ण है , जो मकाओ गुफा में चित्रित थांग राजकाल की चित्र कला का जारी रूप है । हालांकि इस गुफा में भित्ति चित्रों को भारी तबाही पहुंची थी , तो भी जो 1200 वर्ग मीटर के चित्र सुरक्षित है , वे सर्वमान्य कीमती सांस्कृतिक धरोहर है । इस गुफा में प्राचीन ह्वीह्व जाति की बौद्ध धार्मिक कला का सब से अहम , सब से अच्छी सुरक्षित तथा सब से बड़ा प्रतिनिधित्व वाला कला खजाना है और प्राचीन पश्चिमी क्षेत्र के इतिहास , संस्कृति तथा कला के अध्ययन के लिए अनमोल सामग्री है ।

© China Radio International.CRI. All Rights Reserved.
16A Shijingshan Road, Beijing, China. 100040