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(GMT+08:00) 2008-01-23 17:14:52    
ईरान सवाल पर 6 देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक

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ईरान के नाभिकीय सवाल पर 6 देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक 22 तारीख को जर्मनी की राजधानी बर्लिन में सम्पन्न हुई। विदेश मंत्री फ्रैंक वाल्टर स्टेनमेयर ने बैठक के बाद आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि इस बैठक में भाग लेने वाले 6 देशों के मंत्रियों ने ईरान के नाभिकीय सवाल से जुडे संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा-परिषद के नये प्रस्ताव मसौदे के मुख्य विषयों पर सहमति प्राप्त की है ।अब सुनिये विस्तार सेः

जर्मन विदेश मंत्री स्टेनमेयर के निमंत्रण पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा-परिषद के पांच स्थाई सदस्यों के विदेश मंत्रियों और यूरोपीय संघ के विदेशी व सुरक्षा नीति के वरिष्ठ प्रतिनिधि सोलाना ने 22 तारीख को बर्लिन में ईरान के नाभिकीय सवाल पर बैठक की। बैठक के बाद श्री स्टेनमेयर ,अमरीका ,रूस,चीन समेत पांच स्थाई सदस्य देशों के विदेश मंत्री और श्री सोलना इस संवाददाता सम्मेलन में उपस्थित हुए ।श्री स्टेनमेयर ने बताया कि यूरोपीय संघ की ओर से जर्मनी ,फ्रांस व ब्रिटेन औपचारिक रूप से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा-परिषद में ईरान के नाभिकीय सवाल के बारे में एक नया प्रस्ताव मसौदा पेश करेंगे ।लेकिन उन्होंने इस मसौदे के ठोस विषय की चर्चा नहीं की ।उधऱ अमरीकी प्रतिनिधि मंडल के एक सदस्य ने अनौपचारिक रूप से बताया कि इस मसौदे में ईरान के खिलाफ यात्रा प्रतिबंध को मजबूत बनाने और विदेशों में ईरान की संपत्ति सील करने जैसे कदम शामिल होंगे ,लेकिन इस में आर्थिक प्रतिबंध के नये कदम नहीं शामिल होंगे ।सूत्रों के अनुसार संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा-परिषद भावी कई हफ्तों में इस मसौदे पर विचार करेगी .

ईरान के नाभिकीय सवाल पर चीनी विदेश मंत्री यांग च ची ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय नाभिकीय अप्रसार व्यवस्था की रक्षा करते हुए कूटनीतिक वार्ता के माध्यम से ईरान के नाभिकीय सवाल का शांतिपूर्ण समाधान करना और मध्यपूर्व क्षेत्र की शांति व स्थिरता बनाए रखना अंतरराष्ट्रीय समुदाय के समान हितों में है ।उन्होंने बल देकर कहा कि संबंधित पक्षों को कूटनीतिक कोशिशों को मजबूत कर रचनात्मक तरीके से ईरान के नाभिकीय सवाल का दीर्घकालिक ,समग्र व समुचित समाधान का रास्ता ढूंढना चाहिए ।उन्होंने कहा कि सुरक्षा-परिषद की कार्रवाई को उक्त लक्ष्य साकार करने के लिए मददगार होना चाहिए ।श्री यांग च ची ने कहा कि चीन सरकार हमेशा से शांतिपूर्ण वार्ता से इस सवाल के समाधान का पक्ष लेती आयी है और इस प्रक्रिया में अंतरराष्ट्रीय समुदाय के साथ रचनात्मक भूमिका निभाने को तैयार है। जर्मनी के विदेश मंत्री स्टेनमेयर ने 6 देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक को सकारात्मक व लाभप्रद बताया ।उन्होंने कहा कि इस बैठक में उपस्थित सभी पक्ष ईरान के नाभिकीय सवाल के बारे में चिंतित है और उन्होंने ईरान से अपील की है कि वह अंतरराष्ट्रीय समुदाय के साथ सहयोग करे और अंतरराष्ट्रीय परमाणु संस्था को अनसुलझे सवालों का स्पष्टीकरण दे कर पारस्परिक विश्वास की बहाली करे ।उन्होंने बल देकर कहा कि ईरान के नाभिकीय हथियारों के सवाल पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय की आशंका व चिंता मौजूद है ,अंतरराष्ट्रीय समुदाय को दुखपू्र्ण परिणाम से बचने के लिए कोशिश जारी रखनी होगी .

पिछले सितंबर में 6 देशों के विदेश मंत्रियों ने न्यूयॉर्क में बैठक कर ईरान के प्रति तीसरे प्रतिबंध प्रस्ताव के विषयों पर विचार किया ,लेकिन मतैक्य प्राप्त नहीं हुआ ।फिलहाल ईरान के नाभिकीय सवाल पर नयी स्थिति नजर आयी है और पश्चिमी देशों के रूख में थोडा बदलाव आया है .पहला ,पिछले दिसंबर में अमरीकी सूचना विभाग द्वारा जारी आकलन रिपोर्ट में कहा गया है कि ईरान ने वर्ष 2003 में नाभिकीय हथियार कार्यक्रम को रद्द कर दिया था. इस रिपोर्ट से ईरान के खिलाफ नया प्रतिबंध लगाने का आधार मौजूद नहीं है । दूसरा ,ऱूस ने ईरान को नाभिकीय ईंधन की सप्लाई करने का फैसला किया है और अरब देशों का ईरान के साथ संबंध विकसित हो रहा है ।उधर यूरोपीय संघ में नये प्रतिबंध के दायरे व संभावित बल प्रयोग पर मतभेद हैं । इस से जाहिर है कि ईरान के लिए बाहरी दबाव कम हो रहा है .इस के अलावा ईरान ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय के साथ सहयोग करने का इरादा भी व्यक्त किया है।

विश्लेषकों के विचार में इस पृष्ठिभूमि में अंतरराष्ट्रीय समुदाय को ईरान के नाभिकीय सवाल पर फिर विचारों व कदमों का एकीकरण करने की जरूरत महसूस हुई है ।शायद यह 6 पक्षीय अंतरराष्ट्रीय बैठक आयोजित करने का मुख्य उद्देश्य है । कुछ जर्मन मीडिया संस्थाओं का कहना है कि इस बैठक का लक्ष्य पूरा हुआ है या नहीं ,यह पता नहीं है ,लेकिन सिर्फ 6 देशों के विदेश मंत्रियों का फिर इकट्ठे होकर वार्ता शुरू करना एक सफलता माना जा सकता है ।

अभी आप जो वार्ता सुन रहे थे उसे पेश किया...................ने।