गीत के बोल हैं—हरे-हरे रंग वाले घास मैदान में ठंडी-ढंडी हवा बह रही है। मंगल जाति के सुंदर और अच्छे लोगों के दिल हमेशा खुशी से भरे रहते हैं। विशाल फैले हुए घास मैदान हमेशा मेरे दिल में हैं। बाहर घर से दूर जाने के बावजूद मुझे अपना घर हमेशा याद रहा है।
श्याम अश्व गायन दल के गीतों को अश्व सिर नुमा साज पर लंबे राग की ध्वनि और ढोलक की तेज ताल से निकले संगीत के साथ सुन-सुन कर मंगोल जाति के लोगों के संस्कार बने हैं। इस गायन दल के सदस्यों ने कहा कि हम घास मैदान के बेटे हैं। हमारे दिलों में हमेशा अपने घर का प्यार बना रहता है। हम अपने गीतों से घास मैदान की सुंदरता को दुनिया के सारे लोगों के बीच फैलाना चाहते हैं। भविष्य का रास्ता कठिन और दूर है, किंतु हम अपने घास मैदान के लिए जीवन भर गीत गाना चाहते हैं।
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