राकेशः हमारे श्रोताओं को मालूम ही होगा और ललिता जी आप की जानकारी के लिए मैं यहां बता दूं कि श्री सी. रामचंद्र जिन्हें लोग प्यार से अन्ना साहब, चितल्कर के नाम से भी पुकारते रहे हैं का जन्म सन् 1918 में महाराष्ट्र में पुनाथाम्बा में हुआ था। उन्होंने अपने कैरियर की शुरुआत संगीतज्ञ बिंद्रु खान और हबीब खान के साथ एक हारमोनियम वादक के रूप में की थी। वे "मराठी" फिल्मों में अभिनय भी करते रहे और गीत भी गाते रहे।
ललिताः वे संगीत निदेशक कब बने?
राकेशः संगीत निदेशक के रूप में उन की पहली फिल्म एक तमिल फिल्म थी जया कोडी और वानामोहिनी के साथ। हिंदी में उन्हें पहली फिल्म मिली सन् 1942 में जिस का नाम था "भगवान का सुखी जीवन"। आएं सुनें उन की फिल्म से ये गीत।
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