ललिताः चाइना रेडियो इंटरनेशनल के "आप की पसंद" कार्यक्रम सुनने वाले सभी श्रोताओं को ललिता का प्यार भरा नमस्कार और नव वर्ष पर ढेरों शुभकामनाएं।
राकेशः राकेश का भी सभी श्रोताओं को प्यार भरा नमस्कार, नया साल आप के जीवन में, आप के परिवार में खुशियां ले कर आए, आप को सफलता मिले और आप पिछले वर्ष की तरह ही इस साल भी हमारा कार्यक्रम सुनते रहें और पत्र लिख कर पहले की तरह हमारा उत्साह बढ़ाते रहें। यही हमारी आप से आशा है।
ललिताः जी हां। आप के पत्र और आप की राय की मदद से ही हमारे कार्यक्रम में बहुत नयापन आया है। तो आएं कार्यक्रम की शुरुआत करें।
राकेशः कार्यक्रम की शुरुआत करने से पूर्व हम श्रोताओं को बता दें कि जल्द ही पिछली बार की प्रतियोगिता के पत्रों को हम कार्यक्रम में शामिल करेंगे। आप थोड़ा सा इंतजार बस और करें।
ललिताः तो आज के कार्यक्रम की शुरुआत हम किस गीत से कर रहे हैं?
राकेशः ललिता जी, हम श्रोताओं को याद दिला दें कि आज हिंदी फिल्मों के मशहूर संगीतकार सी. रामचंद्र की बरसी है। इसलिए हम आज के कार्यक्रम में उन के गीतों के द्वारा उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे हैं।
राकेशः महेंद्रकपूर की आवाज में और फिर आशा भौंसले की आवाज में यह गीत था 1964 में बनी फिल्म "जिंदगी और मौत" से और इसे लिखा था शकील बदायूंनी ने। इस गीत को हमारे इन श्रोताओं ने सुनने की फरमाइश की थी वीनस रेडियो क्लब, कयाकुंजु, हथना गांव बांग्लादेश से मलिक अमीर बक्श। प्रेजीडेंट यूनिवर्सल लिस्नर्स क्लब, कायदे आजम रोड, मैलसी पंजाब पाकिस्तान से और प्रकाश चंद्र वर्मा अंबेदकर आर एल क्लब, कोटकासिम अलवर राजस्थान, भारत से।
ललिताः और चांद खांड चौक, पुरानी आबादी, श्री गंगा नगर, राजस्थान से श्री ओ पी वर्मा, वृंदावन मथुरा से राज किशोर पांडे, उमा पांडे, कुसुम पांडे और लज्जा पांडे ने।
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