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(GMT+08:00) 2008-01-07 14:28:40    
तिब्बती पुलिस श्री त्सेरन की प्रतीक्षा

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तिब्बती पुलिस त्सेरन को गत अगस्त माह में पेइचिंग ऑलंपिक खेल समारोह के लिए मशाल रिले के उम्मीदवार निश्चित किया गया । तभी से वे रोज दौड़ने का ज्यादा अभ्यास करने लगे । उन्होंने कहा कि समुद्र सतह से ऊंचाई ज्यादा होने के कारण तिब्बत स्वायत्त प्रदेश की राजधानी ल्हासा में ओक्सिजन की कमी होती है। ऑलंपियाड का मशाल ल्हासा पहुंचने के बाद मैं इसे उठा कर दौड़ूंगा । इस के दौरान मुझे अपने को ऐसी हालत में नहीं होने देना चाहिए कि कम ओक्सिजन के कारण मैं हांफ जाऊं । क्योंकि उस समय मैं चीनियों का प्रतिनिधित्व करता हूँ, और मैं चीनियों की छवि प्रदर्शित करूंगा ।

तिब्बती बंधु त्सेरन ने कहा कि अगर पेइचिंग ऑलंपिक खेल समारोह के मशाल रिले का सदस्य बन गया, तो उन के लिए यह दूसरी बार होगी कि वे चीन का प्रतिनिधित्व करें । वर्ष 2004 के अक्तुबर माह में चीनी शांति स्थापन पुलिस की प्रथम हिंसा विरोधी टुकड़ी हैती भेजी गयी । तीस वर्षीय त्सेरन इस टुकड़ी का सदस्य था । उसी समय वे तिब्बत स्वायत्त प्रदेश के सार्वजनिक सुरक्षा विभाग के सीमा पारगमन ब्यूरो के पुलिसकर्मी थे और वे चीनी अंतरराष्ट्रीय शांति स्थापन सेना में भाग लेने वाले प्रथम तिब्बती पुलिस बन गए । त्सरेन ने कहा कि वह प्रथम बार था कि उन्हों ने चीन का प्रतिनिधित्व किया है । इस के बारे में तिब्बती बंधु त्सेरन ने कहा:

"हैती में शांति स्थापन कार्य निभाने के दौरान हम ने विभिन्न प्रकार के कार्यों को अच्छी तरह अंजाम दिया है । इस से हैती के विशेष पुलिस बल ने बहुत पेशेवर कह कर हमारी प्रशंसा की ।"

तिब्बती बंधु त्सेरन ने कहा कि हैती में पहुंचने के शुरू में वे अन्य चीनी शांति स्थापन पुलिसकर्मियों के साथ एक पुराने गोदाम में रहते थे । वहां बुनियादी स्तर के रिहायशी मकान तथा जीवन सुविधाएं भी नहीं मिलती थी । अंतः अपना शीविर की स्थापना करना सब से फौरी बात बन गया । उसी समय मकान बनाने के लिए आवश्यक साजसामान के परिवहन के लिए सशस्त्र शक्तियों के नियंत्रण वाला स्थल से हो कर गुज़रना पड़ता था, जहां कभी भी अप्रत्याशित अपहरण व हत्याकांड उत्पन्न हो सकता है । लेकिन अपनी बहादुरी और बुद्धिमता से श्री त्सेरन ने अनेक बार इन क्षेत्रों से गुजर कर परिवहन का कार्य पूरा किया ।

साधारण शांति स्थापन पुलिस की तुलना में हिंसा विरोधी टुकड़ी लड़ाई का काम भी निभाती है । चार जनवरी 2005 की रात को जब त्सेरन और अपने साथी गश्त लगा रहे थे । एक स्थानीय निवासी उन से मदद मांगने दौड़ आया, बात यह थी कि सशस्त्र व्यक्तियों ने गाली चला कर उस के छोटे भाई को घायल किया और स्थिति बहुत गंभीर थी । घटनास्थल पहुंचने के तुरंत बाद त्सेरन ने घायल व्यक्ति की खोज की और समय पर उसे अस्पताल में पहुंचा दिया । इस तरह वह घायल जान गंवाने से बच गया। इस घटना की याद करते हुए श्री त्सेरन ने कहा कि इसी रात को बहुत अंधेरा था । आसपास गोलियां चलाने की आवाज़ सुनाई दे रही थी । इस के पूर्व यहां अनेक शांति स्थापन पुसिलकर्मियों की प्रहार के शिकार बन कर मृत्यु हुई थी । आज भी इस की याद आने पर मैं दंग आता हूं । लेकिन उस समय मेरा सिर्फ़ एक विचार था कि घायलों को सहायता देना चाहिए ।

उन्हों ने कहा कि मुझे लगता है कि हैती में हमारे शांति स्थापन कार्य में यह सब से खरतनाक अनुभव है ।

तिब्बती बंधु त्सेरन ने कहा कि हैती में छह महीनों तक शांति स्थापन कार्य करना उन की जिन्दगी में सब से विशेष अनुभव है । हैती के उच्च तापमान और कठोर पर्यावरण की स्थिति से उन्हें बड़ा कष्ट झेला था । 24 घंटे तक रेडियो स्टेशन में पहरा देने का काम करना पड़ता था, गश्त लगाने के वक्त सशस्त्र तत्वों की गोलीबारी का सामना करना पड़ता था और उन के साथ लड़ाई हर क्षण पैदा होने की संभावना था । इस तरह हिंसा विरोधी टुकड़ी के पुलिसकर्मी अकसर तनावपूर्ण व खतरनाक स्थिति में पड़ते थे । लेकिन हैती में अपना अनुभव आज त्सेरन की याद में कहानी बन गयी । उन्होंने मुस्कुराते हुए कहा कि हैती में काम करने के वक्त इन्स्टेंट नूडल्स शांति स्थापन पुलिसकर्मियों का रोज़ाना सामान्य खाद्य पदार्थ था। आधी रात को उन्हें कभी कभार भूख के कारण नींद भी नहीं आ सकती । केवल सपने में गोश्त और चिकन देखने को मिलता है ।

त्सेरन और उन की हिंसा विरोधी टुकड़ी के योगदान को हैती सरकार , अंतरराष्ट्रीय समुदाय और चीन सरकार की ओर से प्रशंसा प्राप्त हुई । उन की टुकड़ी को हैती में स्थित संयुक्त राष्ट्र संघ के विशेष दल द्वारा शांति पदक प्रदान कर सम्मानित किया गया । स्वदेश लौटने के बाद उसे चीनी सार्वजनिक सुरक्षा मंत्रालय ने प्रथम दर्जे का पुरस्कार प्रदान किया । तिब्बती बंधु त्सेरन को अपने श्रेष्ठ कार्य के फलस्वरूप व्यक्तिगत पुरस्कार प्रदान किया गया ।

तिब्बत में वापस लौटने के बाद श्री त्सेरन अपने पूर्व के पद पर पुलिसकर्मी का काम करते रहे । उन्हें चीनी टेबलटेनिस खेलना बहुत पसंद है । उन्होंने कहा कि चीनी टेबलटेनिस खिलाड़ी ल्यू क्वोल्यांग ने पिछली ऑलंपिक प्रतियोगिता में पीछे रहने की स्थिति में भी जम कर प्रयास करके अपनी विफलता को सफलता में बदल लिया है । उस की वह प्रतियोगिता हमेशा त्सेरन की याद में बनी रही । उन्होंने कहा कि मुझे ऐसे ऑलंपियाड खिलाड़ियों से सिखना चाहिए । वे अपनी विफलता को कभी नहीं मानते । मुझे लगता है कि पुलिस का कार्य करने के दौरान इसी प्रकार की भावना की आवश्यकता है ।

तिब्बती बंधु त्सेरन ने कहा कि पेइचिंग ऑलंपिक खेल के मशाल रिले के उम्मीदवार बनने के पूर्व वे कभी नहीं सोचा था कि वह खुद ऑलंपिक खेल समारोह के साथ जुड़ गए हो । उन्होंने कहा कि इस के पूर्व उन के लिए ऑलंपियाड का खेल सिर्फ टेलीविजन में था और मशहूर चीनी खिलाड़ी ल्यू शांग और याओमिन की छवि उन्हों ने केवल टी.वी. में देखी थी । अब उन्हें पेइचिंग ऑलंपिक खेल समारोह का मशाल उठाने का मौका देना उन का अपना गौरव ही नहीं , उन के कार्य की मान्यता भी है । अंतरराष्ट्रीय शांति स्थापन सेना की हिंसा विरोधी टुकड़ी के एक सदस्य के रूप में तिब्बती बंधु त्सेरन ने यह हार्दिक आशा जतायी है कि विश्व और अधिक शांतिपूर्ण व मैत्रीपूर्ण होगा । उन का कहना है:

"चीन के तिब्बत स्वायत्त प्रदेश की पुलिस के प्रतिनिधि के रूप में मैं ऑलंपिक खेल समारोह के मशाल रिले के जरिए हमारे सपने को एक दूसरे तक पहुंचा दूंगा, विश्व भर में शांतिपूर्ण, मैत्रीपूर्ण व सामंजस्यपूर्ण ऑलंपियाड भावना को पहुंचा दूंगा ।"