• हिन्दी सेवा• चाइना रेडियो इंटरनेशनल
China Radio International
चीन की खबरें
विश्व समाचार
  आर्थिक समाचार
  संस्कृति
  विज्ञान व तकनीक
  खेल
  समाज

कारोबार-व्यापार

खेल और खिलाडी

चीन की अल्पसंख्यक जाति

विज्ञान, शिक्षा व स्वास्थ्य

सांस्कृतिक जीवन
(GMT+08:00) 2008-01-03 16:47:41    
छिंग हाई में व्यापार करने वाले जर्मन पति-पत्नि

cri

श्रोता दोस्तो, आज के चीन में सुधार व निर्माण कार्यक्रम में हम आप लोगों को चीन के छिंग हाई प्रांत में रह रहे जर्मन व्यापारी दंपत्ति की कहानी सुनाएंगे।

श्री बोवेर ब्रोन जर्मन नागरिक हैं। चीनी संस्कृति से प्यार करने के कारण कुछ सालों से पहले वे चीन के शिआन शहर आकर चीनी भाषा सीखने लगे। शिआन में ठहरने के तीन सालों में श्री ब्रोन ने सुना है कि उत्तर-पश्चिमी चीन के छिंगहाई तिब्बत पठार में एक रहस्यमय पवित्र स्थान मौजूद है, जहां तरह तरह किस्मों के प्राकृतिक संसाधन हैं और विशेष पर्यवारण भी है तथा बहुत सी जातियों के लोग रहते हैं, जिस ने श्री ब्रोन को बहुत आकृष्टण किया। शिआन में चीनी भाषा सीखने की समाप्ति के बाद उन्होंने छिंगहाई जाने का फैसला किया। जब वे छिंगहाई पहुचे , तो उन्हें इस भूमि से गहरा लगाव हुआ, इस की चर्चा में उन्हों ने कहाः

मुझे लगता है कि छिंग हाई में विभिन्न जातियों की संस्कृतियों का विलक्षण संगम हुआ है। यहां हान जाति, तिब्बत जाति, ह्वी जाति और मंगोल जाति के लोग रहते हैं और उन की अपनी अपनी भिन्न विशेष संस्कृति व भाषा तथा कला विधि भी होती है, जिन में मझे गहरी रूचि पैदा हुई है।

छिंगहाई में कुछ समय तक रहने के बाद श्री ब्रोन को छिंगहाई के बारे में और गहरी समझ और विस्तृत जानकारी मिली। उन्हें पता चला कि छिंगहाई चीन के पांच बड़े बड़े चरगाह क्षेत्रों में से एक है और छिंगहाई में विविध किस्मों की वन्य जीवजंतु व वनस्पतियां हैं, विशेषकर छिंगहाई में एक प्रसिद्ध विरल जानवर है----याक।

याक को तिब्बत पठार का नाव मानते हैं , जो बारहों मास समुद्र सतह से चार हजार मीटर ऊंचे छिंगहाई तिब्बत पठार में रहते हैं। विशेष पर्यावरण से याक के दुध श्रेष्ठ गुणवत्ता मिश्रित है, जो अन्य जानवरों दुध की तुलना में अधिक पौष्टिक और प्रदूषण से अछूट है। इस लिये श्री ब्रोन ने स्थानीय संसाधान के इस्तेमाल से एक पनीर कंपनी की स्थापना का फैसला किया।

श्री ब्रोन ने कहा कि कंपनी की स्थापना के दौरान उन्हें बहुत कठिनाइयों का सामना करना पड़ा , लेकिन स्थानीय निवासियों ने उन की बड़ी मदद दी।

कंपनी की स्थापना के दौरान विभिन्न क्षेत्रों में बहुत सी कठिनाइयां मौजूद थीं। लेकिन स्थानीय निवासियों ने मुझे बहुत मदद दी और मुझे बताया कि कैसे अच्छी पनीर का उत्पादन किया जाए। अब मैं और मेरे कर्मचारी पनीर बनाने के उपाय सीख रहे हैं। मेरी आशा है कि अगले साल में नयी किस्म की पनीर का उत्पादन किया जा सकेगा।

वर्ष 2006 के अंत में विभिन्न पक्षों की मदद पर श्री ब्रोन पूर्वी छिंग हाई में स्थित ह्वांग नान तिब्बत स्वायत्त प्रिफेक्चर की जेइ खू काउंटी में एक पनीर कंपनी की स्थापना की। उन्होंने कहा कि कंपनी में अब 100 कर्मचारी हैं। वे कर्मचारियों के साथ नयी किस्मों की पनीर के उत्पादन के लिये अनुसंधान व प्रयास कर रहे हैं। उन्हें विश्वास है कि उन का व्यापार और अच्छा होगा।