चीनी उप स्वास्थ्य मंत्री काओछांग ने पेइचिंग में समाप्त हुए चीनी राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्य सम्मेलन में कहा कि चीन ने सार्वजनिक स्वास्थ्य व्यवस्था के निर्माण में तेजी लाई , जिस के परिणामस्वरूप देश के विभिन्न स्थानों में प्रारंभिक रूप से आकस्मिक सार्वजनिक स्वास्थ्य मामलों के मुकाबले की व्यवस्था कायम हुई है ।
वर्ष दो हजार तीन में चीन में सार्स उत्पन्न होने से पहले विभिन्न स्थानों में सार्वजनिक स्वास्थ्य व्यवस्था अपूर्ण थी , इस तरह रोगों के विस्तार पर नियंत्रण और रोकथाम तथा आकस्मिक सार्वजनिक स्वास्थ्य घटनाओं के मुकाबले की कार्यक्षमता काफी कमजोर साबित हुई थी । इसी वजह से सार्स पर नियंत्रण करने के लिए शुरू शुरू में चीन कुछ न कुछ निष्क्रिय सा नजर आया था । इसी कमजोरी को देखते हुए चीन ने उसी साल से ही सार्वजनिक स्वास्थ्य व्यवस्था के निर्माण पर जोर लगाया ।
बाद में इस निर्माण पर और अधिक बल दिया गया । चीनी उप स्वास्थ्य मंत्री श्री काओछांग ने 11 तारीख को कहा कि सार्वजनिक स्वास्थ्य व्यवस्था के विकास को बखूबी अंजाम देने के लिए चीन ने बुनियादी चिकित्सा व स्वास्थ्य संस्थापनों के निर्माण में भारी पूंजी लगायी थी । वे कहते हैः
चीनी राज्य परिषद की एकीकृत योजना के अनुसार चीन के विभिन्न स्थानों ने रोग रोकथाम व नियंत्रण पद्धती व चिकित्सीय बचाव व उपचार व्यवस्था के निर्मार्ण में तेजी लाई । गत वर्ष के अगस्त तक के आंकड़ों से पता चला है कि देश भर में इस काम में दस अरब सौ करोड़ य्वान की पूंजी लगायी गई थी और आकस्मिक सार्वजनिक स्वास्थ्य संबंधी घटनाओं के निपटारे के लिए चिकित्सीय बचाव व उपचार व्यवस्था के तहत दो हजार पांच सौ मुद्दों का विकास किया गया , जिन में ग्यारह अरब चालीस करोड़ य्वान की राशि डाली गई ।
इन पूंजी का प्रयोग प्रांत , शहर व काऊंटी तीन स्तरों के रोग रोकथाम व नियंत्रण केन्द्रों तथा विभिन्न स्तरीय आपात बचाव केन्द्रों तथा संक्रामक रोग अस्पतालों के निर्माण में किया गया । इस साल के अंत तक इन संस्थापनों का निर्माण पूरी तरह पूरा होगा । इस से देश में रोग रोकथाम व आकस्मिक चिकित्सा की सुविधाएं उल्लेखनीय रूप से बढ़ जाएंगी ।
बुनियादी संस्थापनों के निर्माण के अलावा चीन ने सार्वजनिक स्वास्थ्य घटनाओं के निपटारे के लिए आपात प्रबंधन व्यवस्था की स्थापना भी की , इस के लिए चीनी स्वास्थ्य मंत्रालय ने संक्रामक रोग रोकथाव व चिकित्सा विधेयक आदि कानूनों के मुताबिक देश की आकस्मिक सार्वजनिक स्वास्थ्य घटनाओं की आपात निपटारा व्यवस्था कायम की।
चीन ने रोग सूचना आदान प्रदान नेटवर्क भी कायम किया , देश में सीधे संक्रामक रोगों की रिपोर्ट देने की व्यवस्था कायम की गई , देश के एकतीस प्रांत , स्वायत्त प्रदेश तथा केन्द्र शासित शहर नेटवर्क के जरिए सीधे केन्द्र को संक्रामक रोगों की स्थिति बता सकते हैं । चीनी स्वास्थ्य मंत्रालय ने भी नियमित रूप से संक्रामक रोगों की स्थिति को सार्वजनिक करने की व्यवस्था की ।
विभिन्न स्तरीय आपात चिकित्सा उपचार दलों के आधार पर चीन ने पेइचिंग , शांगहाई और क्वांगतुंग आदि स्थानों में दस राष्ट्रीय संकट बचाव व रोग नियंत्रण दल स्थापित किए , जो विभिन्न स्थानों को समय रहते ही मदद देने जा सकते हैं ।
श्री काओछांग ने कहा कि चीन की सार्वजनिक स्वास्थ्य व्यवस्था ने अहम भूमिका अदा की थी । वे कहते हैः गतवर्ष के अप्रैल में आनहुई व पेइचिंग में सार्स का मामला हुआ , उन स्थानों के कारगर प्रयासों से सार्स पर तुरंत ही काबू पाया गया । हिन्द महासागर में भूकंप और सुनामी विपदा हुई , चीन ने फटाफट संकटग्रस्त देशों को भारी रकम की राहत सामग्री तथा राहत चिकित्सा दल भेजे , इन कामों से चीन की निमार्णधीन रोग रोकथाम व आपात चिकित्सीय बचाव उपचार व्यवस्था कारगर सिद्ध हुई है ।
सूत्रों के अनुसार चीन इस साल सार्वजनिक स्वास्थ्य व्यवस्था के विकास में और जोर देगा तथा विभिन्न किस्मों की स्वास्थ्य घटनाओं के निपटारे की कार्यक्षमता उन्नत करेगा ।
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