• हिन्दी सेवा• चाइना रेडियो इंटरनेशनल
China Radio International
चीन की खबरें
विश्व समाचार
  आर्थिक समाचार
  संस्कृति
  विज्ञान व तकनीक
  खेल
  समाज

कारोबार-व्यापार

खेल और खिलाडी

चीन की अल्पसंख्यक जाति

विज्ञान, शिक्षा व स्वास्थ्य

सांस्कृतिक जीवन
(GMT+08:00) 2007-12-26 16:27:53    
चीन में ऊर्जा व संबंधित नीतियों पर श्वेत पत्र जारी हुआ

cri

चीनी राज्य परिषद के प्रेस कार्यालय ने 26 तारीख को देश में ऊर्जा की स्थिति और उस से जुड़ी नीतियों पर श्वेत पत्र जारी किया।श्वेत पत्र में कहा गया है कि इधर के वर्षो में चीन में ऊर्जा की किफायत में बड़ी कामयाबियां हासिल हुई हैं और प्रदूषित वस्तुओं की निकासी पर कारगर नियंत्रण किया गया है।भविष्य में चीन ऊर्जा की किफायत के लिए सभी प्रयासों को जारी रखेगा,पुनर्जन्म ले सकने वाली ऊर्जा का जोरदार विकास करेगा और स्थिर,किफायती,साफ-स्वच्छ एवं सुरक्षित ऊर्जा-आपूर्ति व्यवस्था कायम करेगा।

ऊर्जा व संबंधित नीतियों के बारे में यह श्वेत पत्र इधर के वर्षों में चीन सरकार की इस तरह का पहला पत्र है।इस में चीनी ऊर्जा के विकास की वर्तमान स्थिति,रणनीति और लक्ष्य,सभी ऊर्जा की किफायत,ऊर्जा-आपूर्ति की क्षमता की उन्नति,ऊर्जा-उद्योग व पर्यावरण के समंवय विकास और ऊर्जा के क्षेत्र में अंतर्राष्ट्रीय सहयोग में मजबूती संबंधी नीतियों व कदमों पर पूरा प्रकाश डाला गया है।

श्वेत पत्र के अनुसार पिछली शताब्दी के 80वें दशक के अंत के बाद चीन में ऊर्जा-उद्योग का तेजी से विकास हुआ है और ऊर्जा का उत्पादन विश्व में दूसरे स्थान पर रहा है।चीनी राजकीय विकास व सुधार आयोग की ऊर्जा अनुसंधानशाला के निदेशक हान वन-ख ने हमारे संवाददाता से कहा कि चीन में ऊर्जा-उद्योग का विकास खुलेपन-नीति के क्रियान्वय और आत्मप्रयासों का सुफल है।उन्हों ने कहाः

'ऊर्जा-उद्योग की दृष्टि से चीन में बहुत मजबूत आधार है।इस उद्योग का विकास नए ऐतिहासिक स्तर पर पहुंच गया है और ऊर्जा की घरेलू आपूर्ति भी सुनिश्चित है।ये सब चीन में सुधार व खुलेपन का कार्य शुरू किया जाने के बाद वैज्ञानिक विकास और वैज्ञानिक सृजन को महत्व देने से प्राप्त उपलब्धियां हैं।'

अब चीन में ऊर्जा की अपेक्षाकृत परिपूर्ण आपूर्ति-व्यवस्था कायम हुई है,जो आर्थिक व सामाजिक विकास का बड़ा समर्थक है।सन् 1980 से 2006 तक चीन में ऊर्जा की वार्षिक खपत 5.6 प्रतिशत-दर से बढने के जरिए राष्ट्रीय अर्थतंत्र की वार्षित वृद्धि-दर को 9.8 प्रतिशत बनाए रखने में सक्षम रही।

श्वेत पत्र में कहा गया है कि एक जिम्मेदाराना विकासशील देश के नाते चीन ने ऊर्जा और पर्यावरण के समंवय विकास को भारी महत्व दिया है और ऊर्जा की बचत के तमान प्रयासों को आगे बढाने के लिए सकारात्मक कदम उठाए हैं,फलस्वरूप ऊर्जा की बड़ी बचत हुई है।

श्री हान वन-ख ने कहा कि पिछली सदी के 90वें दशक के आरंभ से ही चीन सरकार ने हर पंचवर्षीय विकास योजना में ऊर्जा की किफायत को मुख्य मुद्दा बनाना शुरू किया,ताकि ऊर्जा की किफायत वाले उद्योगधंधों का विकास हो सके।इस के अलावा चीन सरकार ने ऊर्जा की किफायत और प्रदूषण पर नियंत्रण में तेजी लाने के लिए अनेक नीतियां भी जारी की हैं।श्री हान वन-ख का कहना हैः

'पहले, सरकारी निर्देशन को मजबूत बनाया गया है।आदर्श व प्रमुख सरकारी परियोजनाओ के जरिए उद्यमों व उपभोक्ताओं को ऊर्जा की किफायत के लिए मार्ग-निर्देशित किया गया है।दूसरे,विदेशों से समुन्नत अनुभवों का आयात किया गया है और तीसरे,सरकार ने ऊर्जा का ज्यादा प्रयोग करने और भारी प्रदूषण पैदा करने वाले उद्यमों के खिलाफ़ कीमत,शुल्क और व्यावासायिक पहुंच आदि क्षेत्रों में सख्त नीतियां लागू की हैं।'

श्वेत पत्र में साफ तौर पर कहा गया है कि चीन ने पर्यावरण-संरक्षण के लिए ऊर्जा की संरचना को श्रेष्ठ बनाने की बड़ी कोशिश की है और पुनर्जन्म ले सकने वाली ऊर्जा के विकास को प्राथमिकी दी है।चीन ने पुनर्जन्मी हो सकने वाली ऊर्जा संबंधी कानून जारी कर इस किस्म की ऊर्जा के दोहन और प्रयोग की मदद के लिए भी अनेक नीतियां तैयार की हैं।इस के अतिरिक्त ऐसा कोष भी स्थापित किया गया है,जो विशेष रूप से ग्रामीण इलाके में पुनर्जन्मी हो सकने वाली ऊर्जा के दोहन व प्रयोग की सहायता करता है।

एक परियोजना के अनुसार सन् 2010 तक चीन में पुनर्जन्मी हो सकने वाली ऊर्जा की खपत कुल ऊर्जा-खपत का 10 प्रतिशत बनेगी।

श्री हान वन-ख ने कहा कि पुनर्जन्मी हो सकने वाली ऊर्जा संबंधी विज्ञान-तकनीकों पर चीन सरकार भारी जोर लगा रही है।मिसाल के लिए सरकार ने इसी संदर्भ में नई तकनीकों के अनुसंधान व विकास में भारी पूंजी-निवेश किया है और स्वतंत्र बौद्धिक संवदा-आधिकार प्राप्त नई तकनीकों का बड़ा समर्थन किया है।

श्वेत पत्र में बलपूर्वक कहा गया है कि चीन से वैश्विक ऊर्जा-सुरक्षा को खतरा कभी पैदा नहीं हुआ,पैदा नहीं हो रहा है और कतई पैदा नहीं होगा।चीन आगे भी अपने ऊर्जा के अनवरत विकास के जरिए वैश्विक ऊर्जा के सतत विकास को बढावा देगा और वैश्विक ऊर्जा-सुरक्षा के लिए सकारात्मक योगदान करेगा।चीन में ऊर्जा के विकास से दूसरे देशों को विकास के ज्यादा मौके मिलेंगे और अंतर्राष्ट्रीय बाजार को भी विकास की बड़ी गुजाइश मुहैया करायी जाएगी।

श्वेत पत्र के अंत में ऐसा लिखा गया है कि चीन सभी विदेशों के साथ मिलकर अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा-सुरक्षा और इस संदर्भ में आपसी लाभ,उभय जीत और समान विकास के लिए अथक प्रयास करेगा।