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(GMT+08:00) 2007-12-27 15:39:51    
नयी पीढियों को सदियों लाभ पहुंचाने वाली परियोजनाओं का निर्माण

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वर्ष 2003 के दिसम्बर माह में छिंग थाओ शहर और जर्मन नोर्डेक्स ऊंजा कंपनी ने संयुक्त पूंजी लगाकर ह्वा वेइ पवन बिजली संयंत्र की स्थापना की। छिंग थाओ की ह्वा वेइ पवन बिजली कंपनी के तकनीक विभाग के मैनेजर , वरिष्ठ इंजीनियर श्री यू त्हे जी ने कहाः

समूचे देश में ऊर्जा व बिजली शक्ति के आभाव होने की स्थिति में लोगों में पर्यावरण संरक्षण की चेतना ने जोर पकड़ा है। पवन से उत्पन्न होने वाला बिजली एक स्वच्छ ऊर्जा है, जिस पर विश्व के विभिन्न देशों की सरकारों का ध्यान आकृष्ट हुआ है।

श्री यू के अनुसार प्रत्येक पवन बिजली जनेरेटर के लिए भू क्षेत्रफल केवल 400 वर्गमीटर काफी है, जिस का लागत सिर्फ एक करोड़ य्वान है, लेकिन इस के 20 सालों के कार्य काल में दो करोड़ य्वान का मुनाफ प्राप्त हो सकता है।

ताप बिजली की तुलना में पवन बिजली अनवरत उत्पादन होने वाली ऊर्जा है, जिस से कायला संसाधन की किफायत की जा सकती है और पर्यावरण प्रदूषण भी कम होता है। आकड़ों के अनुसार वर्ष 2007 की फरवरी तक ह्वा वेइ पवन बिजली संयंत्र से उत्पादित बिजली मात्रा 7 करोड़ युनिट तक पहुंच गयी। इस तरह ह्वा वेइ पवन बिजली संयंत्र के चलते हर साल 13 हजार 2 सौ 50 टन कायलों की किफायत होती है और 16 हजार एक सौ 6 टन कार्बन डिओक्सिडे और 4 हजार दो सौ 20 टन धूल और कचरे की कम निकासी होती है ।

छिंग थाओ के विन छ्वान गांव के प्रचार विभाग के सदस्य सुश्री ली रून होंग ने हमें अवगत कराया कि ह्वा विइ पवन बिजली योजना से प्राप्त अनुभवों से विन छ्वान गांव ने विदेशी पूंजी निवेशकों को आकर्षित करने की एक संपूर्ण योजना बनायी है। उन्होंने कहाः

ऐसे कारोबारों को, जो स्थानीय अर्थतंत्र के दीर्घकालीन विकास के लिये लाभदायक नहीं होगा और भारी प्रदूषण पैदा करेगा , हम कतई स्वीकार नहीं करेंगे। साथ ही ऊर्जा किफायत वाले मुद्दों को हम उचित उदार सुविधा प्रदान करेंगे।

स्थानीय निवासी भी ह्वावि जैसे निर्माण और उत्पादन मुद्दों का खुब स्वागत करते हैं। वन छ्वान गांव के 74 वर्षीय गांववासी श्री ल्यू ने कहाः

हालांकि वर्तमान में स्थानीय लोगों को ऐसी पवन बिजली परियोजना से लाभ नहीं मिल सकेगा, लेकिन भविष्य के लिये हमें ज्यादा लाभ प्राप्त हो सकेगा।

विकास के साथ साथ पर्यवरण संरक्षण पर ध्यान भी दिया जाना चाहिये, ऐसी विचारधारा अब शान तुंग प्रांत की एक आम समहति बन गयी है। अतीत में हम ने पर्यवरण संरक्षण की उपेक्षा की थी। अब हमें आर्थिक विकास मिला है। लेकिन भविष्य में हम आने वाली पीढ़ियों को क्या देंगे। प्रांत के वैदेशिक व्यापार व सहयोग विभाग के उप प्रधान श्री मङ च्यान सिन ने कहा कि हमें सभी संसाधनों का प्रयोग कर खात्मा नहीं करना चाहिए , हमें प्रदूषण को अपनी संतान को नहीं छोड़ देना चाहिए । हमें नयी पीढियों को सदियों लाभ पहुंचाने वाली परियोजनाओं का निर्माण करना चाहिए ।