कोरिया गणराज्य में राष्ट्रपति-चुनाव के लिए मतदान 19 तारीख को शुरू होने वाला है। चुनाव का परिणाम कोरिया गणराज्य की भावी 5 वर्षो की घरेलू नीति व कूटनीति के विकास की दिशा तय करेगा और इस का कोरियाई प्रायद्वीप की शांति व स्थिरता से संबंध है।
पूर्व योजना के अनुसार 19 तारीख को कोरिया गणराज्य में एक दिन की छुट्टी होगी,ताकि मतदादा सुबह 6 बजे से शाम 6 बजे तक के दौरान मतदान-केंद्र जा सके।कोरिया गणराज्य की कोई 4 करोड़ 90 लाख आबादी में कानूनी मतदादाओं की संख्या 3 करोड़ 76 लाख 50 हजार है।वे राष्ट्रपति-पद के लिए 10 उम्मीदवारों में किसी एक को राष्ट्रपति की सीट पर बिठाने का फैसला करेंगे।मतदान का परिणाम चुनाव के दिन यानी कि 19 तारीख की आधी रात में या 20 तारीख के तड़के घोषित किया जाएगा।
कोरिया गणराज्य के संविधान के अनुसार राष्ट्रपति को राष्ट्राध्यक्ष,शासनाध्यक्ष और सेना-पति के रूप में संविधान द्वारा प्रदत्त तद्नरूप अधिकार हैं।राष्ट्रपति का कार्यकाल 5 साल है और किसी को भी लगातार दो बार राष्ट्रपति बनने की इज़ाज़त नहीं है।कोरिया गणराज्य के वर्तमान राष्ट्रपति रोह मू-ह्युन की कार्यावधि अगले साल फरवरी तक पूरी होगी।
जनमत संग्रह से मालूम चला है कि गत 12 दिसेम्बर तक राष्ट्रपति-पद के लिए उम्मीदवारों में से जिन तीन व्यक्तियों को सर्वाधिक समर्थम प्राप्त हुआ है,वे हैं विपक्षी दल—टे ग्रैंड नेशनल पार्टी के ली म्युंग-बाक,पान सत्तारूढ पार्टी—टे युनाइटेड न्यू डेमोक्रेटिक पार्टी के छुंग डोंग-योंग और निर्दलीय व्यक्ति ली होई-छांग,जिन्हों ने गत नवम्बर में टे युनाइटेड न्यू डेमोक्रेटिक पार्टी में अपनी सदस्यता समाप्त की।उन तीनों को क्रमशः 40 प्रतिशत,15 प्रतिशत और 10 प्रतिशत से अधिक समर्थन मिला है।गत 16 तारीख से पहले लोकमत और विश्लेषकों के विचार बताते थे कि श्री ली म्युंग-बाक के चुनाव जीतने की संभावना बड़ी है।
लेकिन 16 तारीख को ही परिस्थिति में नाटकीय परिवर्तन हुआ।ली म्युंग-बाक द्वारा बीबीके कंपनी की स्थापना पर बयान देने के बारे में एक वीडियो को सार्वजनिक किया गया,जिस ने पूरे देश में हलमच मचाई।इस से पूर्व ली म्युंग-बाक इस कंपनी से अपना रिश्ता होने को ठुकरा देते थे।गौरतलब है कि इस कंपनी पर वर्ष 2001 में शेयरों की कीमतों को स्वार्थ के लिए नियंत्रित कर शेयरधारकों को भारी नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया गया है।गत 5 दिसेम्बर को कोरिया गणराज्य की प्रोक्यूरेटरेटर संस्था ने तफ्तीश करने के बाद घोषित किया कि ली म्युंग-बाक का इस कंपनी से कोई संबंध नहीं है।लेकिन टे यूनाइटेड न्यू डेमोक्रेटिक पार्टी ने इस तफ्तीश के परिणाम को अन्याय बताया और मांग की कि संसद इस घटना की स्वतंत्र जांच-पड़ताल करे।
16 तारीख को संबंधित वीडियो प्रकाश में लाए जाने के बाद राष्ट्रपति-पद के अन्य 2 प्रमुख उम्मीदवार छुंग डोंग-योंग और ली होई-छांग ने ली म्युंग-बाक से राष्ट्रपति-चुनाव छोड़ने की मांग की।वर्तमान राष्ट्रपति रोह मू-ह्युन ने उसी दिन कानून-मामला मंत्री से बीबीके कंपनी से जुड़ी घटना की पुन-जांच पर सोचने का अनुरोध किया,ताकि नागरिकों में उत्पन्न संदेह और प्रोक्यूरेटरेटर संस्था के प्रति उन के अविश्वास को मिटाया जाए।इस के बाद ली म्युंग-बाक ने कहा कि वह संसद की ओर से आने वाली जांच को स्वीकारेंगे।17 तारीख को संसद ने विशेष विधयेक पारित कर निर्णय लिया कि बीबीके कंपनी से जुड़ी घटना में ली म्युंग-बाक की हिस्सेदारी होने या न होने की स्वतंत्र जांच की जाएगी।जांच का परिणाम अगले साल 25 फरवरी को नए राष्ट्रपति के पद-ग्रहण शपथ लेने से पहले घोषित किया जाने की आशा है।
66 वर्षीय ली म्युंग-बाक रूढीवादी शक्तियों में नरमपंथी समुदाय का प्रतिनिधि माने गए हैं।उन्हों ने ह्युनडाई इंजीनियरिंग एंड कंस्ट्रक्शन कोपरेशन के बोर्ड-अध्यक्ष एवं सोल शहर के मेयर का भार संभाला और असाधारण कारोबारी व राजनीतिक कामयाबियों से अपनी प्रबल प्रबंधक की छवि कायम की।उन्हों ने कहा कि अगर उन्हें राष्ट्रपति चुना गया,तो वह अमरीका के साथ गठबंधन मजबूत करेंगे और वर्तमान सरकार की जनवादी कोरिया की सहायता संबंधी नीति को बदलेंगे।
54 वर्षीय छुंग डोंग-योंग मध्यम वांमपंथी शक्तियों का प्रतिनिधि हैं।उन्हों ने एकीकरण मंत्री का पद संभालने के दौरान जनवादी कोरिया के साथ रिश्तों में सुधार के लिए पूरी कोशिशें की हैं।उन के द्वारा प्रस्तुत चुनाव के कार्यक्रम में रोह मू-ह्युन की वर्तमान सरकार की घरेलू नीति व कूटनीति एवं सुरक्षा-नीति के मुख्य विषय शामिल हैं।
72 वर्षीय ली होई-छांग रूढीवादी शक्तियों में कट्टरपंथी समुदाय का प्रतिनिधि माने गए हैं।वे देश के प्रमुख न्यायाधीश और प्रधान मंत्री रह चुके हैं।वर्तमान राष्ट्रपति-चुनाव लड़ना उन के लिए तीसरी बार है।उन के द्वारा प्रस्तुत घरेलू नीति ली म्युंग-बाक की करीब एक जैसी है।वे चाहते हैं कि कोरिया गणराज्य व अमरीका के बीच विश्वास बहाल किया जाए और जनवादी कोरिया द्वारा नाभिकीय योजना छोड़ने से पहले उस से नया संपर्क तथा आर्थिक आदान-प्रदान न किया जाए।
केंद्रीय निर्वाचन प्रबंधन कमेटी के नियम के अनुसार गत 13 तारीख से शुरू होकर चुनाव के लिए मतदान होने के दिन तक जनमत-संग्रह का परिणाम घोषित किया जाने की अनुमति नहीं है।इसलिए बीबीके कंपनी के बारे में वीडियो को सार्वजनिक किया जाने के पश्चात राष्ट्रपति-पद के लिए उक्त 3 उम्मीदवारों को आखिरकार कितने समर्थन मिलेंगे,इस का पता चलना अब भी असंभव है।लेकिन यह निश्चित रूप से कहा जा सकता है कि इस घटना के बाद राष्ट्रपति-चुनाव में नई अस्थिरता आएगी ही।
18 तारीख को कोरिया गणराज्य में राष्ट्रपति-चुनाव के लिए अभियान चलने का अंतिम दिन है।चुनाव की स्थिति में कौन सा परिवर्तन हो जाएगा? बस देखना ही है।
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