चाइना रेडियो इन्टरनेशनल की रिपोर्ट के अनुसार छिंगहाई प्रांत के ह्वांगनान तिब्बती स्वशासन प्रिफैक्चर के शीर्ष नेता श्री ली श्वानशङ ने हाल में संवाददाता के साथ एक साक्षात्कार में कहा कि ह्वांगनान तिब्बती स्वशासन प्रिफैक्चर स्थानीय जातीय सांस्कृतिक विशेषताओं के आधार पर रकुंग संस्कृति का विकास कर रहा है ।
रकुंग संस्कृति तिब्बती बौद्ध धर्म का महत्वपूर्ण भाग है, जिस का जन्म तेरहवीं शताब्दी में ह्वांगनान तिब्बती स्वशासन प्रिफैक्चर की थोंगरन कांउटी में हुआ था। सैकड़ों वर्षों में स्थानीय पुरुषों में मठों की बौद्ध धार्मिक चित्र कला बनी हुई है । इस तरह इस जगह को तिब्बती चित्रकला का जन्मस्थान माना जाता है । अब तक थोंगरन कांउटी के इसी रकुंग सांस्कृतिक व्यवसाय से जुड़े विभिन्न प्रकार के करीब सौ कारोबार हैं, जिन में दो हज़ार से अधिक कर्मचारी कार्यरत हैं और हर वर्ष यह कांउटी एक लाख 90 हज़ार पर्यटकों का सत्कार करती है ।
श्री ची श्वानशङ ने कहा कि भविष्य में सरकार ज्यादा पूंजी लगाकर बुनियादी संस्थापनों के निर्माण को मज़बूत करेगी, विशेष पर्यटन का विकास करेगी और रकुंग संस्कृति व संबंधित पर्यटन व्यवसायों के पैमाने का और विस्तार करेगी, ताकि रकुंग संस्कति छिंगहाई प्रांत का एक मशहूर नाम कार्ड बन सके।
|