• हिन्दी सेवा• चाइना रेडियो इंटरनेशनल
China Radio International
चीन की खबरें
विश्व समाचार
  आर्थिक समाचार
  संस्कृति
  विज्ञान व तकनीक
  खेल
  समाज

कारोबार-व्यापार

खेल और खिलाडी

चीन की अल्पसंख्यक जाति

विज्ञान, शिक्षा व स्वास्थ्य

सांस्कृतिक जीवन
(GMT+08:00) 2007-12-04 16:35:53    
दसवां चीनी तिब्बती भाषा की मीडिया संस्थाओं का सहयोग सम्मेलन

cri

कुछ समय पूर्व दसवां चीनी तिब्बती भाषा की मीडिया संस्थाओं का सहयोग सम्मेलन पेइचिंग में आयोजित हुआ । इस दो दिवसीय सम्मेलन में तिब्बत स्वायत्त प्रदेश के तिब्बत दैनिक, शिकाज़े दैनिक, छिंगहाई प्रांत के छिंगहाई दैनिक, स्छवान प्रांत के कानज़ी दैनिक तथा तिब्बती सूचना केंद्र आदि देश के तीस से ज्यादा तिब्बती भाषा के अखबारों, पत्र-पत्रिकाओं और वेब साइटों के जिम्मेदार व्यक्तियों ने भाग लिया। उन्होंने तिब्बती भाषा के अखबारों, पत्रिकाओं व वेब साइटों के विकास, तिब्बती भाषा के अखबारों में तिब्बती अक्षरों को सुव्यवस्थित किए जाने तथा तिब्बती भाषा के सूचनाकरण आदि पर विचार-विमर्श किया। इस से तिब्बती जाति बहुल क्षेत्रों में आर्थिक व सांस्कृतिक विकास और सामाजिक स्थिरता को आगे बढ़ाने के लिए मदद मिलेगी ।

तिब्बती भाषा तिब्बती जाति की प्रमुख भाषा है । अपनी स्थापना के शुरू में उस का प्रयोग तिब्बती धर्म, अर्थतंत्र, संस्कृति, राजनीति और सामाजिक जीवन में विस्तृत रूप से किया जाता रहा है । तिब्बती भाषा ने तिब्बती जाति की संस्कृति के विकास व ऐतिहासिक सामग्री की सुरक्षा तथा तिब्बती जाति के विकास के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभायी है। चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के एकीकरण मोर्चा विभाग के उप प्रधान श्री जू वेछुन ने दसवें चीनी तिब्बती भाषा की मीडिया संस्थाओं के सहयोग सम्मेलन में भाषण देते हुए कहा:

"हमारे देश की 56 जातियों में से एक तिब्बती जाति विशाल भूमि में रहती है । हज़ारों वर्षों में ऊंचे पठार की कठोर स्थिति में भी तिब्बती जाति के अस्तित्व और विकास को उस की संपूर्ण भाषा व्यवस्था से अलग नहीं किया जा सकता । तिब्बती भाषा ने तिब्बती जाति के विकास में भारी योगदान दिया है ।"

वर्ष 1951 की 16 जनवरी को चीन में प्रथम तिब्बती भाषा के अखबार छिंगहाई तिब्बती भाषा अखबार का जन्म हुआ । तिब्बत के इतिहास में चीनी कम्युनिस्ट पार्टी का प्रथम तिब्बती भाषा का अखबार और विश्व में सब से बड़ा तिब्बती भाषा का अखबार तिब्बत-दैनिक वर्ष 1956 की 22 अप्रेल को शुरु हुआ । इस के बाद स्छवान प्रांत में कानजी तिब्बती स्वायत्त जिले में कानज़ी-दैनिक सामने आया । आधी शताब्दी से तिब्बती भाषा के अखबारों का जोरदार विकास हो रहा है । गत शताब्दी के अंत और नयी शताब्दी के शुरू में चीनी तिब्बती वेब, तिब्बती सूचना केंद्र, तिब्बती संस्कृति वेब तथा चीनी समाचार एजेंसी शिनह्वा की वेब का तिब्बती चैनल आदि वेबसाइट अलग-अलग तौर पर सामने आए हैं । आजकल चीन के तिब्बती जाति बहुल क्षेत्रों में करीब कई सौ से ज्यादा तिब्बती भाषा के अखबार, पत्रिकाएं और वेबसाइट हैं, जो तिब्बती जाति बहुल क्षेत्रों के सामाजिक विकास की नयी प्रवृति, देशी-विदेशी सूचनाओं के प्रसारण, तिब्बती जाति बहुल क्षेत्रों की सामाजिक प्रगति, तिब्बती जाति बहुल क्षेत्रों के आर्थिक व सांस्कृतिक विकास के लिए महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर रहे हैं । चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के एकीकरण मोर्चा विभाग के उप प्रधान श्री जू वेछुन ने इस की चर्चा करते हुए कहा:

"तिब्बती भाषा के अखबार व पत्र-पत्रिकाओं के प्रमुख पाठक तिब्बती जाति के लोग हैं । इस के साथ ही तिब्बती भाषा वाली वेबसाइटों के पाठकों में विदेशों में रह रहे तिब्बती बंधु भी शामिल हैं । इस तरह तिब्बती भाषा की मीडिया संस्थाओं को तिब्बती जाति बहुल क्षेत्रों के आर्थिक व सामाजिक विकास को आगे बढ़ाने के साथ-साथ अपनी गुणवत्ता भी उन्नत करनी चाहिए। तिब्बती भाषा की पत्र-पत्रिकाओं व मीडिया संस्थाओं को अपनी जातीय विशेषता, स्थानीयता व सांस्कृतिक विशेषता बनाए रखते हुए युग के विकास के अनुकूल लगातार सुधार करना चाहिए, ताकि तिब्बती जनता को और बेहतर मानसिक भोजन प्रदान किया जा सके ।"

सूत्रों के अनुसार चीनी तिब्बती भाषा की मीडिया संस्थाओं का सहयोग सम्मेलन वर्ष 1996 में तिब्बत स्वायत्त प्रदेश के तिब्बत दैनिक और छिंगहाई प्रांत के छिंगहाई दैनिक के संयुक्त आह्वान पर आयोजित हुआ था, जिस का मकसद चीन में विभिन्न तिब्बत जाति बहुत क्षेत्रों की मीडिया संस्थाओं के बीच सहयोग व आदान-प्रदान को मज़बूत करना, तिब्बती भाषा में आए हुए नए शब्दों को सुव्यवस्थित करना और विभिन्न क्षेत्रों की तिब्बती भाषा में मौजूदा फर्क को कम करना और तिब्बती जाति बहुत क्षेत्रों की स्थिरता को बनाए रखना व तिब्बत का विकास करना है । सम्मेलन का आयोजन हर वर्ष विभिन्न स्थलों के तिब्बती जाति बहुल क्षेत्र की तिब्बती भाषा वाली मीडिया संस्थाओं द्वारा किया जाता है, अब तक कुल दस सम्मेलनों का आयोजन हुआ है ।