चंदौली उत्तर प्रदेश के कुमारी सुमन प्रजापति का पत्र उद्धरण , उन्हों ने अपने पत्र में कहा कि हम दिनों सी .आर .आई के हिन्दी सर्विस को नियमित रूप से सुनती हूं , इस से पहले मैं आप को एक पत्र लिख चुकी हूं , किन्तु आप लोगों ने कोई जवाब नहीं दिया । मैं आप लोगों से बहुत नाराज हूं । क्या आप लोग सिर्फ पुराने श्रोताओं के पत्र ही कार्यक्रम में शामिल करते हैं , नए श्रोताओं के नहीं , प्रजापति रेडियो लिस्नर्स क्लब के माध्यम से मुझे सी .आर .आई के विषय में जानकारी मिली , चीन का भ्रमण , आज का तिब्बत , जीवन और समाज , शिक्षा व स्वास्थ्य और आप का पत्र मिला कार्यक्रम मुझे बेहद पसंद है ।
कुमारी सुमन प्रजापति जी , बेहतर है कि आप नाराज न जाएं , असल में आप का पत्र मिला कार्यक्रम में हम सभी श्रोताओं , चाहे वे पुराने हों , या नए , के पत्रों को शामिल करने की कोशिश करते हैं , लेकिन पत्रों की मात्रा ज्यादा होने या अन्य कुछ कारणों से सभी पत्रों को कार्यक्रम में शामिल करना मुश्किल है । ऐसी स्थिति में हमें पत्र चुन चुन कर शामिल करना पड़ता है । हां , हम जरूर सार्थत विषयों वाले पत्र ज्यादा शामिल करते हैं , किन्तु श्रोताओं के महसूस का ख्याल करते हैं संक्षिप्त पत्रों को भी शामिल करने की कोशिश करते हैं । एक कारण यह भी है कि श्रोताओं के कुछ पत्र समय पर हमारे पास नहीं पहुंचे हैं , उन का उत्तर देने में जरूर देर हो सकती है । आशा है कि आप समझेंगी और लगातार हमारे साथ पत्र व्यवहार करती रहेंगी , आप के पत्र जरूर ज्यादा कार्यक्रम में शामिल होंगे । आप के नए पत्रों के इंतजार में ।
हिसार हरियाणा के राम चंद्र महलौत ने सी .आर .आई हिन्दी सेवा के नाम लिखे पत्र में कहा कि मैं आप का पुराना श्रोता हूं । और आप के कार्यक्रम को नियमित रूप से पत्र लिखता रहता हूं । पिछले दिनों मैं ने आप को एक पत्र भेजा था , जिस में चीनी संसद की सामान्य ज्ञान जानकारी देने संबंधी परामर्श दिया था ।
मैं आप के कार्यक्रम नियमिति रूप से सुनता हूं । पहले की तुलना में अब कार्यक्रमों की गुणवत्ता में बहुत सुधार आया है । आप हमें जो सामग्री भेजते हैं , वह भी बहुत ही आकर्षक होती जा रही है । आप कितनी प्यारी प्यारी चीजें भेजने लगे हैं , यह बहुत अच्छी बात है । आप हमारा बहुत ध्यान रखते हैं , इस के लिए धन्यावाद ।
मेरी आप से एक शिकायत है , जरा ध्यान दें –मुझे आप के भेजे चीन के वन्य प्राणियों के चित्र बहुत पसंद आए , पर आप से मैं ने और चित्र भेजने को कहा था , जो आप ने नहीं भेजे । मैं एक सामाजिक कार्यक्रता और वन्य जीव विशेषज्ञ हूं । हमारे अन्दर विचारों के आदान प्रदान की भावना होती है , कृपया इसे महत्व दें । आशा करता हूं कि आप मेरी समस्याओं पर ध्यान देंगे एवं कार्यक्रमों को और अच्छा बनाने हेतु प्रयासरत रहेंगे ।
श्री राम चंद्र महलौत का पत्र पढ़ कर बड़ी खुशी हुई है कि आप वन्य जीव विशेषज्ञ हैं और चीन के वन्य जीव बहुत पसंद आये हैं । सच है कि हमारे पास कभी कभी चीनी वन्य जानवरों के चित्र आते हैं , जिसे हम श्रोताओं को भेजते हैं , लेकिन हमारे पास बहुत ज्यादा जानवरों के चित्र नहीं हैं , जो भेजने के लायक हों । हां , इस बार आप के अनुरोध पर इस कार्यक्रम से पहले आप को चीनी वन्य जीवों के नए चित्र भेजे गए थे , आशा है कि आप को मिल गया है और पसंद भी आया है ।
मऊ उत्तर प्रदेश के अबु एकरम ने हमें लिख कर कहा कि मैं आप का नया श्रोता हूं , और आप के कार्यक्रम को बहुत पसंद करता हूं ।
मुझे आप के कार्यक्रम में से सब से अच्छा कार्यक्रम आप की पसंद , आज का तिब्बत , चीन का भ्रमण , चीनी बोलना सीखे आदि बेहद पसंद है । मैं ने मंगलवार के कार्यक्रम में आज का तिब्बत और बुधवार के कार्यक्रम में सवाल जवाब भी सुना और विज्ञान , शिक्षा व स्वास्थ्य को बहुत पसंद आया ।
मैं अपने गांव का पहला सी .आर .आई श्रोता होने जा रहा हूं । अबर आप लोग उत्तर के साथ थोड़ा सा साथ दें , तो मैं अपने गांव में सिर्फ सी .आर .आई के ही कार्यक्रम सुनाने की कोशिश करूंगा । मुझे सी .आर .आई की जानकारी कैसे मिली ,यह बताने जा रहा हूं । जब मैं ननिहाल गया , तो मुबारकपुर में कुछ मित्रों के साथ रहा , तो वह सिर्फ सी .आर .आईकी बातें करते रहे । तो मैं ने पूछा कि सी .आर .आई क्या है । तो उन लोगों ने कहा कि यह बहुत बड़ी रेडियो प्रसारण सेवा है । सी .आर .आई के लोग प्रश्न पत्र भेजते हैं , उन्हें सही का निशाना लगा कर रवाना करते हैं ,जिन को इनाम के हकदार बनते हो , उन्हें रेडियो सेट भेजे जाते हैं । इस से मुझे सी .आर .आई की जानकारी मिली । अपने गांव लौटा , तो तुरंत कार्यक्रम सुनने लगा , आप के कार्यक्रम को पहली बार सुना , जब आप के कार्यक्रम में सी .आर .आई बोला , तो मुझे बहुत प्रसन्नता हुई ।
हम श्री अबु एकराम का हमारे नए श्रोता के रूप में हार्दिक स्वागत करते हैं । आप ने अपने मित्रों से सी .आर .आई के बारे में जानकारी ली और तुरंत सुनने की कोशिश की है . आप अपने गांव में सी .आर .आई के कार्यक्रम सुनवाने के लिए कोशिश करना भी चाहा , यह सराहनीय है । हमें विश्वास है कि आप हमारे नियमित श्रोता जरूर होंगे । आप की नई प्रतिक्रिया के इंतजार में ।

|