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(GMT+08:00) 2007-11-30 13:07:33    
पाकिस्तान में आपात स्थिति का अंत होगा

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मित्रो,पाकिस्तान के राष्ट्रपति श्री मुशर्रफ ने 29 तारीख को असैनिक राष्ट्रपति के पदग्रहण की शपथ लेने के बाद घोषणा की कि आगामी 16 दिसम्बर को देश में लागू आपात स्थिति का अंत किया जाएगा और आपात स्थिति लागू करने से पहले जारी अंतरिम संवैधानिक अध्यादेश को भी रद्द कर दिया जाएगा।

29 तरीख की सुबह श्री मुशर्रफ ने थल सेनाध्यक्ष के पद से इस्तीफा देकर नए राष्ट्रपति के पदग्रहण की शपथ ली और असैनिक हैसियत से भावी 5 सालों तक राष्ट्रपति का भार संभालना शुरू किया।पाक सुप्रीम कोर्ट के प्रमुख न्यायाधीश श्री डोगार ने पदग्रहण की रस्म की अध्यक्षता की।श्री मुशर्रफ ने रस्म में कहा कि पाकिस्तान राजनीतिक तूफान से चल निकल रहा है।उन का असैनिक राष्ट्रपति बनना देश को लोकतंत्र की ओर ले जाने की प्रक्रिया में एक मील-पत्थर है।उन्हें विश्वास है कि आइंदे पाकिस्तान ज्यादा शक्तिशाली बन जाएगा।

29 तारीख की रात श्री मुशर्रफ ने सरकारी टी.वी व रेडियो पर भाषण देते हुए कहा कि पाकिस्तान पर मंडराते आतंकी खतरे ने राष्ट्रीय आर्थिक विकास पर बेहद दुष्प्रभाव डाला है,बल्कि कुछ मीडिया ने इस में सकारात्मक भूमिका नहीं निभाई है।आपात स्थिति वस्तुस्थिति के दवाब से लागू की गई है।इस कदम को न्याय संस्था से अनुमित प्राप्त है और इस से देश सामान्य पटरी पर लौट पाया है।श्री मुशर्रफ ने आश्वासन दिया कि आगामी 16 दिसम्बर को आपात स्थिति समाप्त की जाएगी और संविधान को पुनःप्रभावी बनाया जाएगा।उन का कहना है कि अब ध्यान को संसद-चुनावों पर केंद्रित किया जाना चाहिए।उन्हों ने सभी राजनीतिक दलों से दिलोजान से संसद-चुनावों में भाग लेने की अपील की और कहा कि राष्ट्रीय असेम्बली के निश्चित समय पर यानी कि अलगे साल की 8 जनवरी को आयोजन की गारंटी के लिए एड़ी-चोटी की कोशिश की जाएगी।

29 तारीख के दोबहर बाद इस्लामाबाद की सड़कों पर खड़ी अडचलें हटाई गई हैं।एक अरसे से बन्द रही संविधान-सड़क को पुनःखोला गया है और प्रमुख सरकारी संस्थाओं के आसपास चौकसी का मिशन निभाने वाले सुरक्षाकर्ताओं को भी वापस बुलाया गया है।

श्री मुशर्रफ के राष्ट्रपति बने रहने का अंतर्राष्ट्रीय समुदाय ने खूब स्वागत किया है।चीनी राष्ट्राध्यक्ष श्री हु चिंग-थाओ ने उन्हें संदेश भेजकर बधाई दी है।श्री मुशर्रफ ने अपने पदग्रहण की रस्म में भाग लेने आए पाक स्थित चीनी राजदूत श्री लो जाओ-ह्वई से कहा कि चीन के साथ दोस्ती पाकिस्तान की कूटनीति का आधार है और पाक सतारूढ पक्ष और विपक्ष का समान विचार भी है।उन्हों ने कहा कि उन के नए कार्यकाल में भी पाकिस्तान चीन के साथ अपने संबंधों को बड़ा महत्व देगा और विभिन्न क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग बढाएगा।उन्हों ने कहा कि उन्हें पाक-चीन संबंधों के भविष्य पर पक्का विश्वास है।

विश्लेषकों का मानना है कि श्री मुशरर्फ ने इसलिए पदग्रहण की शपथ लेने के तुरंत बाद देश में लागू आपात स्थिति को समाप्त करने की ठोस तारीख घोषित की है,क्योंकि देश में लोकतांत्रिक प्रक्रिया की बहाली हो गई है और सुरक्षा की स्थिति सुधर गई है।साथ ही घरेलू व बाहरी राजनीतिक दबाव भी एक मुख्य कारण है।आपात स्थिति लागू करने के शुरू में ही राष्ट्र मंडल ने अपने में पाकिस्तान की सदस्यता को स्थगित कर दिया और अमरीका व ब्रिटेन ने भी कहा कि वे पाकिस्तान की सहायता पर पुनःविचार करेंगे।28 तारीख को अमरीकी राष्ट्रपति बुश ने श्री मुशर्रफ के सैन्व वर्दी उतारने का स्वागत किया,लेकिन इस के साथ अपील भी की कि मुशर्रफ देश में लागू आपात स्थिति को समाप्त करें।खुद पाकिस्तान में ही विपक्षी दलों और अभिवक्ता-दलों ने आपात स्थिति के विरूद्ध में अनेक प्रदर्शन किए है।मुस्लिम लीग के शरीफ समुदाय समेत प्रमुख विपक्षी दलों से गठित सर्वदलीय लोकतांत्रिक आन्दोलन ने हाल ही में ऐलान किया कि अगर सरकार आपात स्थिति का अंत नहीं करती है,तो वह अगले साल की 8 जनवरी को होने वाले राष्ट्रीय असेम्बली-चुनाव का सामूहिक तौर पर बहिष्कार करेगा।अन्य एक विपक्षी पार्टी—पीपुल्स पार्टी की अध्यक्षा बेगम बेनजीर भुट्टो ने भी कहा कि यदि आपात स्थिति को समाप्त नहीं किया जाए,तो उन की पार्टी राष्ट्रीय असेम्बली के आयोजन का बहिष्कार करने की संभावना से इन्कार नहीं करती है।

विश्लेषकों का विचार है कि आपात स्थिति को खत्म करने की श्री मुशर्रफ की घोषणा पाकिस्तान पर पड़े पश्चिमी देशों के दबाव को हल्का कर सकती है और इस बात में मददगार भी साबित होगी कि भावी राष्ट्रीय असेम्बली के आयोजन के बहिष्कार के लिए विपक्षी दलों के समान प्रयासों को नाकाम किया जाए।