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(GMT+08:00) 2007-11-27 16:01:07    
यांगत्सी नदी के त्रिघाटी क्षेत्र में पारिस्थितिकी निर्माण व संरक्षण काम सुगम चला

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विश्व की सब से बड़ी जल संसाधन परियोजना यानी चीन की यांगत्सी नदी की त्रिघाटी परियोजना में अब तक भारी उपलब्धियां प्राप्त हुई हैं । इस साल के सितम्बर तक त्रिघाटी परियोजना के तहत जल संसाधन निर्माण , बिजली उत्पादन और स्थानीय निवासियों के स्थानांतरण आदि तीन प्रमुख कामों में सफलता प्राप्त हुई है । बिजली उत्पादन परियोजना के लगभग सभी निर्माण काम पूरे किए गए हैं और त्रिघाटी क्षेत्र में पारिस्थितिकी निर्माण व संरक्षण का काम भी सुभीता से चल रहा है।

चीनी राज्य परिषद के प्रेस कार्यालय द्वारा 27 तारीख को पेइचिंग में आयोजित न्यूज ब्रिफींग में राज्य परिषद की त्रिघाटी परियोजना निर्माण कमेटी के कार्यालय के प्रधान श्री च्यांग शो फङ ने कहा कि वर्तमान में त्रिघाटी परियोजना पूर्व योजना के अनुसार सुव्यवस्थित रूप से चल रही है और उस में चरणबद्ध सफलता प्राप्त हुई है । उन्हों ने कहाः

त्रिघाटी परियोजना के तहत जल संसाधन निर्माण परियोजना , बिजली उत्पादन परियोजना और स्थानीय निवासियों के स्थानांतरण की परियोजना में निरंतर प्रगति हुई । परियोजना के जलाशय में 156 मीटर गहरा पानी समाया जा चुका , दस लाख निवासियों का सफल स्थानांतरण किया गया और त्रिघाटी परियोजना में बाढ़ पर नियंत्रण , बिजली के उत्पादन , जहाजरानी और पारिस्थितिकी व पर्यावरण संरक्षण आदि में बहुमुखी उपलब्धियां प्राप्त हुई हैं । स्थानांतरित निवासियों का जीवन स्तर उन्नत हो गया और जलाशय क्षेत्र में आर्थिक सामाजिक स्थिति अच्छी और सुस्थिर रही है ।

श्री च्यांग शो फङ ने त्रिघाटी परियोजना की भूमिका की चर्चा करते हुए कहा कि इस परियोजना के चलते यांगत्सी नदी के मध्यम व निचले भागों में बाढ़ पर नियंत्रण व्यवस्था सौ सालों में एक बार आने वाली भारी बाढ़ पर काबू पाने में समर्थ हो गयी । परियोजना के तहत निर्मित बिजली घर से अब तक कुल दो खरब किलोवाट बिजली का उत्पादन हुआ , जिसे देश के पूर्वी व मध्य भागों और दक्षिण के क्वांगतुंग प्रांत को सप्लाई किया गया है । त्रिघाटी जलाशय के जल मार्ग से हर साल पांच करोड़ टन माल ट्रांसफर किये जाने का रिकार्ड कायम हुआ , जब कि जलाशय के निर्माण से पहले यह मात्रा सिर्फ एक करोड़ 80 लाख टन थी , जिस से यांगत्सी नदी में जल परिवहन का कार्य काफी उन्नत हो गया । जलाशय क्षेत्र से निवासियों के स्थानांतरण के लिए सरकार ने सर्मथन नीति लागू की है , जिस से स्थानीय आर्थिक वृद्धि में इजाफा हुआ है । इस साल के पहले तीन तिमाहियों में स्थानांतरित देहाती निवासियों में औसत प्रति व्यक्ति आय में 20 प्रतिशत की बढोतरी हुई और शहरी निवासियों में औसत प्रति व्यक्ति की आय में 10 प्रतिशत की वृद्धि हुई ।

विश्व की सब से बड़ी जल परियोजना के रूप में त्रिघाटी परियोजना के पारिस्थितिकी पर प्रभाव पड़ने के सवाल पर हमेशा ध्यान केन्द्रित रहा है । श्री च्यांग शो फङ ने कहा कि चीन सरकार त्रिघाटी परियोजना से स्थानीय पारिस्थिति पर असर पड़ने के सवाल पर बड़ा ध्यान देती आयी है और विभिन्न स्तरीय सरकारों के सहयोग में त्रिघाटी क्षेत्र में पारिस्थितिकी निर्माण व संरक्षण में उल्लेखनीय कामयाबियां हासिल हुई है। उन्हों ने कहाः

त्रिघाटी जलाशय में पानी समाये जाने के बाद किए गए जांच व सर्वेक्षण के परिणाम से जाहिर है कि त्रिघाटी परियोजना का वहां की पारिस्थितिकी पर जो असर पड़ा है , वह आम तौर पर पूर्व अनुमान के दायरे में सीमित है । परियोजना के निर्माण क्षेत्र तथा स्थानांतरिक निवासियों के पुनर्वास क्षेत्र में पर्यावरण की गुणवत्ता अच्छी है , जल मिट्टी के कटाव पर नियंत्रण प्राप्त हुआ है , जलाशय क्षेत्र और नदी की मुख्य शाखाओं की जल गुणवत्ता भी श्रेष्ठ है , जलाशय में जमा हुई रेत मिट्टी की मात्रा कम है और जलाशय से रेत मिट्टी निकाले जाने की कार्यक्षमता डिजाइन से ऊंची है और जलाशय के निमार्ण के कारण भूचाल आने की हालत नहीं हुई और वहां जलीय और थलीय जीव जंतुओं और वनस्पतियों की अच्छी तरह रक्षा की गयी है ।

श्री च्यांग शो फङ ने कहा कि भविष्य में चीन त्रिघाटी जलाशय के बहुमुखी प्रयोग तथा नदी के ऊपरी भाग में प्रदूषण पर काबू करने की योजना पर बेहतर अमल करेगा और भूतत्वीय विपत्तियों की रोकथाम तथा नदी के जल मार्गों व तटबंधों को सुदृढ़ करने का काम जारी रखेगा और जलीय व थलीय वनस्पतियों का विकास करेगा और त्रिघाटी क्षेत्र व यांगत्सी नदी के मध्यम व निचले भागों में पारिस्थितिकी व पर्यावरण निगरानी व्यवस्था को कारगर बनाने की कोशिश करेगा और परियोजना से जुड़े क्षेत्रों में पेय जल के स्रोतों की सुरक्षा की गारंटी करेगा ।