आज के इस कार्यक्रम में खरियार रोड,उड़ीसा के हेम सागर नायक,मऊ उत्तर प्रदेश के अफसर अली और आजमगढ़ उत्तर प्रदेश के मुहम्मद शाहिद अंसारी और फारबिसगंज बिहार के कृष्ण मोहन यादव के पत्र शामिल किए जा रहे हैं.
खरियार रोड,उड़ीसा के हेम सागर नाएक ने चीन के लोलान सुन्दरियों के बारे में बताने का अनुरोध किया है.
वर्ष 1900 में स्वीन.हतीन नामक एक स्वीडिश ने उत्तर पश्चिमी चीन के सिनच्यांग में सर्वेक्षण के दौरान लोलान नाम के प्राचीन राज्य का पता लगाया था.यह राज्य ईसा पूर्व तीसरी शताब्दी में स्थापित हुआ था,जो मशहूर रेशम-मार्ग के महत्वपूर्ण भाग में अवस्थित था.ईसा 330 के आसपास भौगोलिक परिस्थिति में हुए परिवर्तन के कारण स्थानीय तारीमू नदी में पानी सूख गया.फलस्वरूप लोलान राज्य धीरे-धीरे निर्जीव विराने में परीणित हो गया.
वर्ष 1980 में सिनच्यांग के पुरातत्व अनुसंधान प्रतिष्ठान के विशेषज्ञों ने तकलामाकान मरूभूमि में दबे प्राचीन लोलान राज्य का सर्वेक्षण करते समय उस के एक खंडहर में पीठ के बल लेटी एक स्त्री का शव पाया जिस ने ऊनी कपड़े हुए थे,बकरे के चमड़े से बने जूते और मोटी ऊनी टोपी पहनी हुई थी.उस के बाल सुनहरे थे,त्वचा सांवली व लचीली थी,आंखें बड़ी व गहरी थीं,नाक ऊंची व सीधी थी,होंठ दुबले-पतले थे और ठोड़ी सूक्ष्म थी.मुख-मुद्रा काफी आकर्षक थी.उस की खूबसूरती से प्रभावित होकर विशेषज्ञों ने उसे लालान सुन्दरी का नाम दिया.
अनेक वर्षों के अनुसंधान से पता चला कि लालान सुन्दरी आज से लगभग 3800 साल पहले जीवित थी.उस की काठी 155.8 सेंटीमीटर लम्बी थी और रक्त 0 टाइप का था.कोई 40 साल की उम्र में उस का निधन हुआ.
मऊ उत्तर प्रदेश के अफसर अली और आजमगढ़ उत्तर प्रदेश के मुहमद शाहिद अंसारी ने अलग-अलग रूप से पूछा है कि क्या चीन में क्रिकेट खेला जाता है ? और क्या चीनी लोग होम्योपैथिक इलाज पर विश्वास रखते हैं? चीन में होम्योपैथी पद्धति का इतिहास क्या है?
मित्रो,अफसोस की बात है कि हम इस बारे में प्रश्नोत्तर में ज्यादा नहीं कह सकते हैं,क्योंकि चीन में क्रिकेट नहीं खेला जाता है और होम्योपैथी चिकित्सा पद्धति नहीं है.
भारत में क्रिकेट जितना लोकप्रिय है,चीन में उतना फुटबाल है और बास्केटबाल खेल.हालांकि टेबिल-टेनिस चीन का राष्ट्रीय खेल है,पर इधर के वर्षों में लोगों का रूझान इस के बजाय फुटबाल और बास्केटबाल के प्रति बढता जा रहा है.हमारे विचार में इस का कारण यह हैं कि इन दो खेलों का विश्व पर ज्यादा प्रभाव है और इन की अंतरराष्ट्रीयता सर्वमान्य है.इस समय चीनी फुटबाल और बास्केटबाल टीमों के अनेक खिलाडी विदेशों के खेल-क्लबों में खेल रहे हैं औऱ अनेक विदेशी फुटबाल व बास्केटबाल खिलाड़ी चीन में खेल रहे हैं.
मुहमद शाहिद अंसारी जी,चीन में मुख्यत:आम पश्चिमी चिकित्सा पद्धति और परंपरागत चीनी चिकित्सा पद्धति साथ-साथ प्रचलित हैं.लोग आम तौर पर पश्चिमी चिकित्सा पद्धति वाले अस्पताल जाते हैं,पर जो लोग पुरानी बीमारियों से ग्रस्त हैं,वे ज्यादातर परंपरागत चीनी चिकित्सालय जाते हैं.चीनी एक्यूपंक्चर अंतर्राष्ट्रीय चिकित्सा जगत में काफी नामी है और चीनी जड़ी-बूटियों से बनी औषधियों का भारत में आयुर्वेद के अनुसार बनी दवाओं की तरह दुष्प्रभाव नहीं होता है.इसलिए मरीज़ों के स्वास्थ्य को लम्बे समय तक इन के सेवन से किसी तरह के नुकसान का खतरा नहीं है.
फारबिसगंज बिहार के कृष्ण मोहन यादव और उन के साथियों ने पूछा है कि चीन का राष्ट्रीय चिन्ह कैसा है?
चीन का राष्ट्रीय चिन्ह गोलाकार होता है.ऊपर एक बड़ा पांचकोना सितारा है और उस के नीचे चार छोटे पांचकोने सितारे अर्द्ध चन्द्राकार रूप में फैले हुए होते हैं.सितारों के नीचे थ्येनआनमन मंच का चित्र अंकित होता है.चिन्ह के चारों ओर रेशमी पट्टी में बंधी गेहू की बालियां होती हैं और उन के नीचे यानी त्येनआनमन के चित्र के नीचे एक दांतेदार पहिया है.चिन्ह की पृष्ठभूमि का रंग लाल होता है और सभी चित्रों का रंग स्वर्णिम.पूरे राष्ट्रीय चिन्ह का रंग राष्ट्रीय झंडे के समतुल्य है.चीन के राष्ट्रीय झंडे का रंग भी लाल होता है और उस पर अंकित पांच सितारे स्वर्णिम रंग के होते हैं.

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