प्रिय दोस्तो , आज के इस कार्यक्रम में हम आप के साथ भीतरी मंगोलिया स्वायत्त प्रदेश के रहस्यमय सुंदर पर्यटन क्षेत्र थंगकरी तालाई य्यो ल्यांग झील का दौरा करने जा रहे हैं । यह रमणीय पर्यटन क्षेत्र इसी मंगोलिया स्वायत्त प्रदेश के पश्चिमी भाग स्थित अराशान जिले में है ।
मंगोल भाषा में थंगकरी का मतलब है आकाश और तालाई का अर्थ है झील , अतः इस पर्यटन क्षेत्र के नाम का अर्थ है आकाश के रेतीले समुद्र के पास खड़ी सुंदर झील । क्योंकि इस झील का आकार प्रकार चंद्रमा जैसा है , इसलिये वह चंद्रमा झील के नाम से प्रसिद्ध हो गयी है ।
क्योंकि थंगकरी रेगिस्तान चीन का चौथा बड़ा रेगिस्तान है , साथ ही रेतों के बहाव की गति सब से तेज है , इसलिये ऐसी स्थिति में चंद्रमा झीन का अस्तित्व कम देखने को मिलती है और उस का रहस्य इसी संदर्भ में भी गर्मित है ।
यह मंगोल जातीय गाना गाने वाले बुजुर्ग का नाम है पुटुकछी । वह पहले एक अध्यापक था , रिटायर होने के बाद वह काम के लिये चंद्रमा झील पर्यटन क्षेत्र आ गया । जब हमारे संवाददाता यहां पर आ पहुंचे , तो बुजुर्ग पुटुकछी दूसरे चरवाहों के साथ दूर से आये मेहमानों के सम्मान में गीत गाते हुए मदिरा पेश करने और हाता भेंट करने में व्यस्त थे । उन्हों ने हमारे संवाददाता के साथ बातचीत में कहा कि उन्हें इस चंद्रमा झील पर्यटन स्थल में काम किये हुए दो साल हो गये हैं , बहुत अच्छा लगता है । क्योंकि एक तरफ परिवार के लिये ज्यादा पैसे कमाये जा सकते हैं , दूसरी तरफ मुक्त कंठ से पसंदीदा गाना गाने से मन बहुत खुश होता है , और तो और बहुत से पर्यटक उन का गाना सुनते सुनते गुनगुनाने लग जाते हैं या नाचने लगते हैं , यह दृश्य देखकर वे और अधिक प्रसन्न हैं । उन के इस काम से यहां आने वाले देशी विदेशी पर्यटक अलाशान वासियों की मेहमानवाजी से परिचित होते हैं , साथ ही यहां के स्थानीय रीति रिवाज महसूस भी कर पाते हैं । वे अपना यह काम बहुत महत्वपूर्ण समझते हैं तथा और अधिक मंगोल जातीय गीत पर्यटकों को सुनाना चाहते हैं ।
उन से बातचीत करने के बाद हमारे संवाददाता पर्यटकों के साथ चंद्रमा झील पर्यटन क्षेत्र के लिये रवाना हुए । लकड़ी पुल पार करते ही उन्हें एकदम एक निर्मल झील नजर आयी और झील में झुंट के झुंट जंगली बत्तख क्रीड़ा कर रहे थे । यह दृश्य देखकर सभी लोग अचानक चमत्कृत रह गये । उन की समझ में नहीं आया है कि विशाल रेगिस्तान में इतना लुभावना दृश्य कैसे उत्पन्न हुआ , चारों ओर टेढ़े मेढ़े रेतीले ढलांनों से घिरे इस स्थल के सौंदर्य पर वे सब एकदम मोहित हो गये हैं ।
चीन के निंगश्या ह्वी स्वायत्त प्रदेश की राजधानी इन छ्वान शहर से आये पर्यटक ने अपना अनुभव बताते हुए कहा कि यह पर्यटन स्थल बहुत मनमोहक है , यहां का दुर्लभ दृश्य देखकर मेरा मन हलका होता है । आम दिनों में हम पर काम का दबाव बहुत भारी है , सप्ताहांत में मन बहलाने के लिये घूमने यहां आता हूं , एक बार मेरे बहुते से मित्र भी दक्षिण चीन के क्वांगचओ से यहां आये , उन्हें भी यहां पसंद आया । पर उस समय होटलों में कोई खाली जगह उपलब्ध नहीं थी , यहां से वापस लौटना पड़ा , नहीं तो वे यहां पर और दिन ठहरेंगे । जाते समय उन्हों ने कहा कि कई महीने बाद वे फिर यहां आयेंगे । इस पर्यटन ने हमें यह भी बताया कि यहां ऊंट पर सवार होने में बड़ा मजा भी आता है ।
इस पर्यटक ने परिचय देते हुए कहा कि ऊंट पर सवाह इस पर्यटन स्थल की एक बड़ी विशेषता है । चंद्रमा झील में नौका विहार करने के अतिरिक्त ऊंट पर सवाह होकर असीम विशाल रेगिस्तान महसूस हो सकता है ।
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