अब है औरेया उत्तर प्रदेश के अस्लाम खान का पत्र । उन्हों ने इस पत्र में लिखा कि आप के द्वारा प्रस्तुत कार्यक्रम में कजाख जाति के संबंध में बहुत रोचक तथा ज्ञानवर्धक कार्यक्रम सुना । कजाख जाति के रहन सहन पर व्यापक जानकारी सुनने को मिली । स्कूल के पास तंबू लगा कर रहते हैं कजाख जाति के लोग । दुर्गम रास्ते तय करने के बाद आप ने बड़ी मेहनत से यह कार्यक्रम तैयार कर हम श्रोताओं को जानकारी दी है , इस के लिए हमारे क्लब के सभी सदस्य आप के आभारी हैं ।
वही पहाड़ पर स्थित स्कूल जहां टीचर जाने को तैयार नहीं होते हैं , एक साहसी शिक्षिका कुली महम पढ़ाने के लिए गयी । इस साहसी कार्य के लिए उन्हें ख्याति मिली । वे बच्चों से इतना प्यार करती है कि गरीब बच्चों पर अपना आधा वेतन खर्च कर देती हैं , सुन कर हम सब बहुत प्रभावित हुए कि कुली महम बच्चों के प्रति इतनी समर्पित हैं । इस कार्य के लिए सरकार को उन्हें पुरस्कृत करना चाहिए । कुली महम का जीवन परिचय सुन कर बहुत दुख हुआ कि 41 साल की आयु में ही उन के पति उन्हें अकेला छोड़ कर इस दुनिया से चले गए । फिर भी वह अपना कार्य उसी लगन से कर रही है । यह उन के अदम्य साहस का परिचय है । कार्यक्रम बहुत अच्छा लगा ।
अब है कुरूक्षेत्र हरियाणा के महेश जैन का पत्र आया । उन्हों ने कहा कि आप के द्वारा चीन , भारत व विश्व की जो जानकारी मिलती है , वह अद्भुत और ज्ञानवर्धक है । मैं आप के रात्रिकालीन व प्रातःकालीन दोनों कार्यक्रम सुनता हूं । आप के द्वारा जिस सहज भाव में हिन्दी बोली जाती है , वह मुझे बहुत पसंद है । आशा है कि आप इसी प्रकार अच्छे अच्छे कार्यक्रम सुनाते रहेंगे । मेरा एक प्रश्न है कि पेइचिंग के अलावा चीन के अन्य व्यापारिक केन्द्र कौन से है ।
महेश जैन जी , हमें पत्र लिखने के लिए आप को धन्यावाद । आप ने पूछा है कि पेइचिंग के अलावा चीन के अन्य व्यापारिक शहर कौन से है. एक बड़ा देश होने के कारण चीन के अनेक वाणिज्यक व्यापारिक शहर हैं , पेइचिंग के अलावा सब से बड़ा यह शहर पूर्वी चीन का शांगहाई शहर है , वह भारत के मुम्बाई की भांति विश्व में मशहूर है । इस के अलावा दक्षिण चीन के क्वांगचाओ और शनजन शहर भी विश्व में काफी मशहूर हैं ।
अब आप के सामने है जुनपूर उत्तर प्रदेश के ए.के.दुबाई का पत्र , उन्हों ने कहा कि आप के कार्यक्रमों को मैं विगत दो तीन सालों से नियमित रूप से नहीं सुन पा रहा था , किन्तु इधर पुनः चाइना रेडियो इंटरनेशनल के हिन्दी प्रसारणों को नियमित रूप से सुनने का प्रयास करता हूं । आप के प्रसारणों से हम लोगों को चीनी संस्कृति , जीवन , वहां के सामाजिक वातावरण तथा चीनी लोक जीवन से जुड़ी हुई अन्य जानकारी प्राप्त होती रहती है । इस के लिए हम सी .आर .आई के हिन्दी प्रसारण से जुड़े समस्त लोगों के प्रति हृद्य से आभार व्यक्त करते हैं ।
आप के सामने जीवेश लाल करन का भी पत्र है , जो हमारा नया श्रोता है और मधुबनी बिहार से है । उन्हों ने अपने पत्र में कहा कि मैं चाइना रेडियो इंटरनेशनल हिन्दी सेवा का नया श्रोता हूं . मुझे आप का कार्यक्रम बहुत अच्छा लगता है । आप के द्वारा कभी कभी ज्ञान प्रतियोगिता आयोजित होती है , ये प्रतियोगिताएं कब कब आयोजित की जाती है , कृपया इस की जानकारी दें ।
मेरा यह सुझाव है कि आप अपने कार्यक्रमों में चीन के अलावा भारत के बारे में भी जानकारी दें ।
हम जीवेश लाल करण का अपने नियमित श्रोता के रूप में स्वागत करते हैं और हमारा विश्वास है कि आप जरूर आगे नियमित रूप से सी .आर .आई हिन्दी प्रसारण सुनते रहेंगे । आप ने पूछा है कि सी .आर .आई की ओर से कब कब ज्ञान प्रतियोगिता आयोजित की जाती है । इस का हमारा जवाब है कि सी .आर .आई की ओर से हर साल एक बार ज्ञान प्रतियोगिता आयोजित होती है , वर्तमान में आम तौर पर साल के मध्य काल से शुरू होती है और साल के अंत में समाप्त होती है। इस की शुरूआत के लिए हम समय से पहले रेडियो पर सूचना देते हैं । आशा है कि आप हमारे प्रसारण से प्रतियोगिता की सूचना सुन पाएंगे और सक्रिय रूप से प्रतियोगिता में भाग लेंगे । प्रसारण के बारे में आप के सुझाव के लिए आप को धन्यावाद ।

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