ड्रेगन फलाई जो एक मौसम विशेषज्ञ था , सुबह सुबह ही मौसम की भविष्यवाणी करने लगा । वह उड़ते हुए एलान कर रहा था कि सुनो , आज का दिन अच्छा होगा और वर्षा नहीं होगी ।
मैगपाई ने ड्रैगन फलाई की भविष्यवाणी सुन कर खुशी खुशी से अपना सब से सुन्दर वस्त्र पहन लिया , क्योंकि मैना बहन से एक प्यारे शिशु का जन्म हुआ , वह बधाई देने जाना चाहती थी ।
मुर्गा ने मौसम की भविष्यवाणी सुन कर जल्दी ही चीजों को कमरे से बाहन निकाला , क्योंकि वह बहुत पहले ही अपने छोटे मकान का जीर्णोद्धार करने की सोच करता था ।
गिलहरी ने भविष्यवाणी सुनने के बाद कल तोड़ लाए कुकुमर्त्ता को पेड़ की गुफा में से निकाल कर पेड़ की टहनियों पर लटकाया , ये कुकुमर्त्ते धूप में सूखा किया जाने के बाद सर्दियों के आहार के रूप में सुरक्षित किये जाएगा ।
मेढक को ड्रेगन फलाई की भविष्यवाणी पर नाखुश हुआ , क्योंकि उस के छोटे तालाब में जल ज्यादा नहीं रह गया था । अगर फिर वर्षा नहीं हुई , तो तालाब सूखा जाएगा । इस से उस का जीवन मुश्किल होगा ।
घड़ाटूं -घड़ाटूं , इस वक्त दूर से आकाश में एक विशाल आकार वाला विमान उड़ान भरते हुए आ रहा था , विमान नजदीक से नजदीक पहुंच रहा था , वह सफेद बादल में चक्कर लगाते हुए कुंडली मार रहा था , लगता था कि वह बादल पर कोई चीज छिड़का रहा था । थोड़ी देर बाद विमान चला गया ।
मैगपाई ने राह चलते चलते एकाएक देखा कि मैसम बिगड़ने जा रहा था , काली काली घटाएं उमड़ने घूमड़ने लगी । उसे डर था कि कही वर्षा से उस का वस्त्र भीग ना जाए , तो वह हड़बड़ा कर घर की ओर वापस भागने लगी ।
मुर्गा के मकान की छत्त अभी अभी हटाई गई थी , जब उस ने देखा कि मौसम बदला था , वर्षा से सामानों के भीगने के भय से उसने जल्दबाजी से मकान पर कुछ चटाई बिछाई और सभी सामानों को ढक दिया ।
गिलहरी कुकुमर्त्ताओं को पेड़ पर लटका करके खेलने के लिए जाने को हुआ था कि अचानक देखा , मौसम बदल गया , वर्षा से कुकुमर्त्ता बचाने के लिए उस ने घबराते हुए उन्हें उतार कर गुफे के अन्दर रख दिया ।
मेढ़क बदले हुए मौसम पर खिल गया और बोला , वर्षा फटाफट बरसो , तालाब डबडबा जाओ ।
ड्रैगन फलाई को मौसम के सहसा बदने पर अत्यन्त ताज्जुब हुआः अरे , अभी अभी आसमान साफ था , न जाने क्यों एकाएक वह खराब हो गया . फिर दूसरी जगह दिन तो चमकता रहा था , मात्र हमारी जगह का सफेद बादल कैसे काली घटा में परिवर्तित हुआ , जहां विमान घूम कर चला गया था , वहां क्या रहस्य छिपा है .
वर्षा हो रही है , वर्षा हो रही है । देखो , कृत्रिम वर्षा का कमाल । खेतों में किसानों का हर्षोल्लाष सुनाई दिया ।
ड्रेगन फलाई ने किसानों की बात सुनी , वह समझ गया कि यह वर्षा विमान द्वारा कृत्रिम रूप से बरसायी गई है , इस की कल्पना उसे कभी नहीं हुई , उस ने मैगपाई , मुर्गा तथा गिलहरी से क्षमा मांगा , तो उन सबों ने कहा कि इस में तुम्हारा क्या दोष है , यह तो अक्लमंद मनुष्य का काम है ।
|