हाल ही में मैं ने सी आर आई के एक दल के साथ चीन के तिब्बत स्वायत प्रदेश का दौरा किया। जब हमारी गाड़ी तिब्बत के लिनजी से ल्हासा जा रही थी, तो हमारी मुलाकात कुछ विद्यार्थियों से हुई। वे लोग चीन के शानशी प्रांत से साइकिल चलाकर तिब्बत आ रहे थे, जिस का मकसद रास्ते में पर्यावरण संरक्षण का प्रसार-प्रचार करना है।
मेरा नाम ली च्येन फडं है, मैं शानशी प्रांत के दाथुंग विश्वविद्यालय की विदेशी भाषा अकादमी में पढ़ता हूं।
श्री ली च्येन फडं जंगली ऊंट साइकिल क्लब का एक सदस्य है। इस वर्ष की शुरुआत में उसने विश्वविद्यालय की वेबसाइट से इस क्लब के बारे में जानकारी हासिल की और इस में शरीक होने का निर्णय लिया। जब हम ने पूछा कि क्यों वे लोग साइकिल से कई हजार दूर शानशी प्रांत से तिब्बत आ रहे हैं, तो विद्यार्थी ली च्येन फडं ने हमें बताया,
वर्तमान यात्रा में हम मुख्यतः पर्यावरण संरक्षण का प्रसार कर रहे हैं और गरीब छात्रों को मदद दे रहे हैं। हर बार हम एक बड़े शहर या काऊंटी में पहुंचते हैं, तो स्थानीय सरकार की मदद से शहर के किसी बडे चौक पर पर्यावरण संरक्षण की शानदार रस्म का आयोजन किया जाता है।
श्रोताओं, चीन का छिंगहाई-तिब्बत पठार तिब्बत स्वायत प्रदेश चीन की यांग्त्सी नदी और पीली नदी समेत अनेक बड़ी नदियों का स्रोत है। इसलिए, तिब्बत में पर्यावरण संरक्षण बहुत ज़रुरी है। यदि यहां का पानी प्रदूषित होता है , तो निस्संदेह देश की अन्य जगहों में साफ सुथरा पानी नहीं पहुंचेगा। इसलिए, विद्यार्थी ली च्येन फडं और उन के साथियों की वर्तमान तिब्बत यात्रा का मकसद पर्यावरण संरक्षण का प्रसार करना है। ली च्येन फड़ं के अनुसार, रास्ते में कुछ स्थानीय लोगों को उन की बात समझ में नहीं आयी , फिर भी अधिकांश लोग उन का समर्थन कर रहे हैं। पर्यावरण संरक्षण समाज के हर एक व्यक्ति का कर्त्तव्य है, यह किसी एक व्यक्ति का काम नहीं है।
57 वर्षीय वू बाओ थ्येन जंगली साइकिल कल्ब के एक सदस्य हैं। हालांकि वे रिटायर हो गये हैं, फिर भी वे बहुत स्वस्थ हैं और युवकों की ही तरह साइकिल चलाकर तिब्बत आये हैं। रिटायर होने से पहले वे एक ड्राइवर थे और देश के अनेक शहरों की यात्रा करने का उन्हें मौका मिला है। उन्होंने हमें बताया कि देश की अन्य जगहों की तुलना में तिब्बत में हवा कहीं ज्यादा ताज़ा और साफ है।
मुझे लगता है कि चीन के भीतरी इलाकों की तुलना में तिब्बत का दृश्य बहुत अच्छा है। यहां सफेद-सफेद बादल हैं, नीला-नीला आसामान है, हरे-हरे पहाड़ और साफ-साफ पानी है। यहां की हवा भी अत्यन्त ताज़ा है।
उन्होंने हमें एक उदाहरण दे कर बताया। आजकल चीन के शांगहाई और पेइचिंग आदि बड़े शहरों में लोग घर में भी पानी को साफ करने के लिए विशेष उपकरण खरीदते हैं, लेकिन, तिब्बत में हर पहाड़ में से छोटे-छोटे नाले बहते हैं। लोग इन का पानी पीने के बाद भी बीमार नहीं पड़ते हैं। कारण यह है कि यहां का पर्यावरण संरक्षण बहुत अच्छा है।
विद्यार्थी भी श्री वू बाओ थ्येन की बात से सहमत हैं। उन्होंने कहा, मुझे एहसास हुआ है कि यहां का पर्यावरण संरक्षण कार्य बहुत अच्छा है। उदाहरण के लिए, तिब्बत की हर एक दुकान या शॉपिंगसेन्टर में प्लास्टिक बैग का इस्तेमाल नहीं किया जाता है, लोग कपड़े या कागज़ के बने बैग का इस्तेमाल करते हैं, जिन का पुनः इस्तेमाल किया जा सकता है।
हम ने देखा कि जंगली ऊंट साइकिल क्लब के सदस्यों में एक लड़की भी है। वह कैसे इस क्लब की सदस्य बनी,यह जानने में हमारी रुचि पैदा हुई। उस से बातचीत करने के बाद हमें पता लगा कि उस का नाम चांग च्वेन फांग है, और वह शानशी विश्वविद्यालय में पढ़ रही है। पिछले वर्ष उस ने अपने विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर इस क्लब के बारे में जानकारी हासिल की। उस ने कहा कि बचपन से ही वह एक लड़के की तरह साहसी है और जोखिम भरी गतिविधियों में भाग लेना पसंद करती है। इतना ही नहीं, उसे साइकिल चलाने का शौक भी है। इसलिए, उस ने क्लब में भाग लेने के लिए आवेदन दिया, सौभाग्य की बात है कि वह इस क्लब की एक सदस्य बनी और इस वर्ष वह क्लब के अन्य सदस्यों के साथ तिब्बत की यात्रा पर आयी है। उस ने कहा कि यह उस की प्रथम तिब्बत यात्रा है। तिब्बत का प्राकृतिक दृश्य और रंग बिरंगे रीति रिवाजों को देखकर उस के मन में यहां ठहरने की इच्छा पैदा हुई है। उस ने इस की कल्पना नहीं की थी कि तिब्बत में बर्फीले पहाड़ों के अलावा, फलों के उद्यान भी होंगे। उस ने तिब्बत के लिनजी प्रिफेक्चर में सड़कों के किनारे अनेक फल उद्यान देखे।
वर्तमान तिब्बत यात्रा पर जंगली ऊंट साइकिल क्लब के 16 सदस्य भाग ले रहे हैं।
छोटे कद वाली चांग च्वेन फांग इस में एकमात्र लड़की है और लड़कों में अपेक्षाकृत कमजोर दिखायी देती है। हमारे मन में संदेह था कि वह किस तरह इस कठोर यात्रा को पूरा कर सकेगी। चांग च्वेन फांग ने कहा, चूंकि मैं इस दल का एकमात्र लड़की हूं, इसलिए, सभी लोग मेरा बड़ा ख्याल करते हैं। कई सदस्य विशेष रुप से मेरी देखभाल करते हैं और मेरे साथ साइकिल चलाते हैं। पहले चार पांच दिनों में पठार पर आने की वजह से मेरा मन ज़रा खराब हुआ था। मेरे सिर में दर्द था और आसानी से सांस नहीं ले पा रही थी। लेकिन, धीरे-धीरे मेरा शरीर पठारीय वातावरण के अनुकूल हो गया। अब मैं स्वस्थ हूं।
श्रोताओं, चीन के शानशी प्रांत से तिब्बत 2500 किलोमीटर दूर है, और साइकिल पर वहां जाने में कम से 40 दिन लगते हैं। रास्ते में हर दिन ऊंचे-ऊंचे पहाड़ों को पार करना पड़ता है। रास्ते में उन्होंने न जाने कितनी कठिनाइयों का सामना किया है। चांग च्वेन फांग के अनुसार, लगभग हर दिन हम पहाड़ों पर साइकिल चलाते हैं। आप कल्पना कर सकते हैं कि पहाड़ों पर साइकिल चलाना कितना कठिन है। दिन में हम अक्सर दस घंटे साइकिल चलाते हैं, जबकि छह घंटे पहा़डी क्षेत्र में चलाते हैं। चूंकि हम सब विद्यार्थी हैं, इसलिए, हमारे पास अनेक पैसे नहीं हैं। रात को हम आम तौर पर स्कूल, कारखाने या सरकारी होटलों में ठहरते हैं। कभी-कभी हम रास्ते में अपने स्लीपिंग बैग में भी सोते हैं। उस ने कहा कि रास्ते में अनेक तिब्बती लोगों से मिलना हुआ। उन की नजरों में तिब्बती लोग बहुत जोशीले हैं और उदार हैं। जब भी सड़कों पर तिब्बती लोगों से मुलाकात हुई, तो उन्होंने चांग च्वन फांग और उस के साथियों को नमस्ते कहा। स्थानीय तिबब्ती लोग जंगली ऊंट साइकिल क्लब के पर्यावरण संरक्षण के आह्वान का पूरा समर्थन कर रहे हैं और कहा कि वे तिब्बत को साफ सुथरा बनाए रखने के लिए प्रयत्न करेंगे।
श्रोताओं, जंगली ऊंट साइकिल क्लब के सदस्य रास्ते में पर्यावरण संरक्षण का प्रसार प्रचार करने का काम करने के साथ साथ, खुद कुछ कार्यवाइयां भी कर रहे हैं। जैसे रेस्तरां में खाना खाते समय वे लोग लकड़ी से बनी चॉपस्टिक की जगह खुद साथ लायी गयी चॉपस्टिक का इस्तेमाल करते हैं। रास्ते में जब वे कचरा देखते हैं, तो रुककर कचरे को साफ करते हैं। क्लब के प्रधान वू हुंग व्यू ने हमें क्लब का लक्ष्य बताया, हमारे क्लब का लक्ष्य है कि साइकिल के जरिये देश की अनेक जगहें जाकर चीनी लोगों को पर्यावरण संरक्षण कार्य के बारे में ज्यादा ध्यान देने के लिए कहना।
हां, वर्ष 1999 में जंगली ऊंट साइकिल क्लब की स्थापना से अब तक, क्लब के सदस्यों ने पर्यावरण संरक्षण का प्रसार करने के लिए देश के भीतरी मंगोलिया से, शिनच्यांग वेवुर स्वायत प्रदेश , तिब्बत स्वायत प्रदेश और युन्नान आदि अनेक स्थलों का दौरा किया है। क्लब के सदस्य ली च्येन फडं ने हमें अपनी इच्छा बतायी,मैं आशा करता हूं कि पर्यटक तिब्बत की यात्रा करते समय यहां के सुहावने दृश्यों का आनंद उठाते समय स्थानीय पर्यावरण का संरक्षण भी करेंगे। जब वे लोग यहां से गुज़रते हैं, तो पद चिन्ह को छोड़कर कोई भी कचरा यहां नहीं रहने देंगे, ताकि दुनिया की यह अंतिम साफ सुथरी भूमि हमेशा पवित्र बनी रहे।
|