सब से पहले प्रस्तुत है बिलासपुर छत्तीसगढ़ के पराज राम श्रीवास के पत्र का उद्धरण । उन्हों ने अपने पत्र में सी .आर .आई हिन्दी कार्यक्रमों पर टिप्पणी करते हुए कहा कि आप के चाइना रेडियो इंटरनेशनल के हिन्दी सेवा से प्रसारित सभी कार्यक्रम अत्यन्त ज्ञानवर्धक एवं शिक्षाप्रद होने के कारण चीन देश के बारे में अधिक से अधिक जानकारी प्रदान करना बेहद सहायक सिद्ध हुआ है । आप के कार्यक्रम प्रस्तुत करने का अपना अलग अंदाज होने तथा कर्णप्रिय भाषा शैली होने से सोने पर सुहागे का काम करता है । आप का कार्यक्रम गागर में सागर भरने वाला जैसा है । आप के द्वारा हर दिन तीन या दो साप्ताहिक कार्यक्रम पेश किए जाते हैं, यह अन्य रेडियो सेवाओं में नहीं है और उपहार स्वरूप चार सभाओं का प्रसारण होता है , इस से कार्यक्रम सुनने की परेशानी नहीं रही ।
आप के सांस्कृतिक जीवन में चीनी गायिका सुश्री तुंग इंग हुवा की संगीत यात्रा के बारे में रोचक और दिलचस्प जानकारी दी गई है । गायिका तुंग जी की अपनी संगीत यात्रा की शुरूआत जिस कठिन दौर से हुई , वह अनुकरणीय है । आप के इस कार्यक्रम उन की सफलता के बारे में अच्छी जानकारी दी गई है , रोचक प्रस्तुतिकरण के लिए प्रस्तुतकर्ता वंकत को बधाई व सधन्यावाद । श्री पराज राम ने यह भी लिखा है कि आप के तिब्बत के बारे में कार्यक्रम मैं नियमित रूप से सुनता हूं । आप के कार्यक्रम अत्यन्त ही मनमोहक एवं बेहद शिक्षाप्रद लगता है । आप के द्वारा तिब्बती जीवन शैली , दिनचर्या शैली , व्यवसाय , शिक्षा स्तर , तिब्बती गीत संगीत , पर्यटन सथल ,पौराणिक रीतिरिवाज और अनोखी कला परम्परा तथा विभिन्न प्रकार चल रहे विकास कार्यों पर रोचक व दिलचस्प रिपोर्टों से आप के कार्यक्रम अति जानकारियों से सराबोर हो जाता है ।
श्री पराज राम श्रीवास को अच्छा अच्छा पत्र लिखने के लिए धन्यावाद देने के बाद अब मैं जो आज का दूसरा पत्र लाती हूं , वह समस्तीपुर बिहार के शंभु कुमार जायसवाल का है ।
उन्हों ने अपने पत्र में कहा कि मैं आप के हिन्दी कार्यक्रम का नियमित श्रोता हूं । सर्वप्रथम मैं आप को धन्यावाद प्रेषित करता हूं कि आप ने चीन की 55 वीं वर्षगांठ पर आयोजित प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार के लिए चुना था । आप के द्वारा प्रेषित सी .आर .आई लोगो वाला सुन्दर डिजिटल मटी बैंड सिस्तम रेडियो प्राप्त हुआ । रेडियो जो पुरस्कार पा कर पूरे घर में खुशी का माहौल उत्पन्न हो गया । हमारे मित्रों ने पुरस्कार जीतने पर बधाई दी तथा सी .आर .आई हिन्दी सेवा के कार्यक्रमों को सुनने का निश्चय किया । मुझे विश्वास है कि बहुत तो नहीं लेकिन कुछ मात्रा में हमारे गांव से पत्र सी .आर.आई को भेजे जाएंगे । हमारे यहां सी .आर .आई की हिन्दी सेवा सुनने के शौकिन है , क्योंकि आप लोगों की आवाज की मधुरता सी .आर .आई के प्रति आकर्षित करती है । एक बार सुनने पर रोचक कार्यक्रम बार बार सुनने को मजबूर कर देती है । हमारा गांव पिछड़ा एवं आर्थिक रूप से कमजोर है । इसलिए लोग पत्र नहीं लिखते , इसे बेकार समझते हैं , लेकिन 15 से 24 रूपए की बैटरी ले कर रेडियो अवश्य सुनते हैं । हम अपने परिवार , मित्र तथा ग्रामवासियों की तरफ से सी .आर .आई के सभी कर्मचारियों को हार्दिक धन्यावाद प्रेषित करते हैं । और आशा करते हैं कि इसी तरह की प्रतियोगिता आयोजित कर हम श्रोताओं को कार्यक्रम सुनने के लिए प्रेरित करेंगे ।
श्री शंभु का पत्र पढ़ कर मुझे भी बड़ी खुशी हुई है कि उन्हें सी .आर .आई की ज्ञान प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार मिला और पसंद भी आया । खास कर उन के परवारजनों , मित्रों और गांववासियों ने भी उन के साथ खुशी मनायी । मुझे विश्वास है कि हमारे विभिन्न श्रोता अवश्य ही आगे की ज्ञान प्रतियोगिताओं में सक्रिय रूप से भाग लें और पुरस्कार जीतने की कोशिश करें ।
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