कुछ समय पहले की एक सुबह, चीन की राजधानी पेइचिंग के पश्चिमी भाग के य्वूछ्वेनशीली डिस्ट्रिक के एक नागरिक खेल कमरे में हो रही एक संगोष्ठी का दृश्यः डिस्ट्रिक से आये 20 से ज्यादा वृद्ध संगोष्ठी में भाग ले रहे हैं। उन में से सब से कम उम्र वाले वृद्ध की उम्र 53 साल की है, जबकि सब से बड़ी उम्र वाले आदमी की उम्र 81 की है। डिस्ट्रिक अस्तपताल के डॉक्टर हेन रेई जडं उन्हें खान-पान में पोषण पर ध्यान दें विषय पर एक भाषण दे रहे हैं।
रोज हमारे खानपान में संतुलन होना चाहिए। सरल भाषा में कहें तो मांस खाते समय सब्जी भी खानी चाहिए, और सब्जी की मात्रा मांस से चार गुना अधिक होनी चाहिए।
आज के चीन में इस तरह की संगोष्ठी ज्यादा से ज्यादा प्रचलित हो रहीं हैं। खानपान में चीनी लोगों की विचारधारा में परिवर्तन आया है। चीनी लोग पर्याप्त खाने से स्वास्थ्यवर्धक खाने की तरफ जा रहे हैं। य्वूछ्वेनशीली डिस्ट्रिक की नागरिक सुश्री च्याओ क्वेई लेन ने कहा,मुझे इसी तरह की संगोष्ठियां बहुत पसंद हैं। पहले हमारे दिमाग में पुराने विचार होते थे। अब खानपान के प्रति हमारे विचारों में परिवर्तन आया है। पर्याप्त खाना खाना हमारा लक्ष्य नहीं है, स्वास्थ्यवर्धक खाना खाना हमारा मकसद है ताकि हम खुशी से अपना बुढ़ापा बिता सकें।
आजकल चीन में न केवल सुश्री च्याओ क्वेई लेन की ही तरह वृद्ध लोग, बल्कि युवक भी संतुलित खाना खाने पर ध्यान देने लगे हैं।
अब हम पेइचिंग शहर के केंद्र स्थित वांग फू चिन पुस्तक दुकान में हैं। 30 साल की उम्र के श्री मा च्येन जुंग दोपहर की छुट्टी के वक्त पुस्तक दुकान में खाने की पुस्तकें चुन रहे हैं। उन्होंने संवाददाता से कहा, जब मैं पढ़ता था, तो खाने के प्रति मेरा ध्यान नहीं था। उस समय मुझे लगा कि मैं युवा हूं और स्वस्थ हूं। लेकिन, बाद में मैंने विदेश में पढाई की और मेरा स्वास्थ्य जल्द खराब हो गया। स्वदेश वापस लौटने के बाद मेरे मां-बाप ने मेरे खाने पर विशेष ध्यान दिया। शुरु में मुझे कोई अधिक फर्क नहीं लगा , लेकिन, कई महीनों के बाद मुझे लगा कि मेरे शरीर में फिर एक बार जीवन शक्ति का संचार हो गया है। इसलिए, मुझे विश्वास है कि अच्छा खाना अत्यन्त महत्वपूर्ण है। आज मैं पुस्तक दुकान में आया हूं और इस तरह की सामग्री ढूंढना चाहता हूं।
पुस्तक दुकान में हमारी मुलाकात नव-विवाहित सरकारी कर्मचारी सुश्री शन व्येन व्येन से भी हुई। वे भी खाने की पुस्तक चुन रही हैं। स्वास्थ्यवर्धक खाने के प्रति उन की अपनी समझ है। पहले मैं जब जी चाहा तब खा लेती थी। लेकिन, अब मैं वैज्ञानिक रुप से खाना चाहती हूं। भविष्य में यदि मैं एक बच्चे को जन्म देना चाहती हूं, तो मुझे विश्वास है कि स्वास्थ्यवर्धक पौष्टिक खाना बच्चे के लिए भी अच्छा होगा।
वर्ष 1988 में चीन ने समूचे नागरिकों के लिए संतुलित भोजन का निर्देशन करने वाली न्योछावर खाना गाईड प्रकाशित की थी। लेकिन, क्यों लगभग 20 वर्षों के बाद चीनी लोगों का ध्यान भोजन की इस गाईड पर गया है। गाईड के संपादकों में से एक , चीनी पौष्टिक संघ की महा सचिव सुश्री च्येई श्यो ईंग का मानना है,
प्रथम, 20वीं शताब्दी के 80 के दशक की शुरुआत में लोगों का मानना था कि हमारे देश के लिए सब से प्रमुख सवाल है भर पेट खाना । लेकिन, 20वीं शताब्दी के 90 के दशक की शुरुआत से अब की 21 वीं शताब्दी तक, चीन में विज्ञान व तकनीक मंत्रालय ने भारी कोशिश करके पौष्टिक खाने की तरफदारी की है। इस के साथ-साथ, जनता के हालिया जीवन स्तर के उन्नत होने के साथ-साथ, वे भी अपना शरीर और स्वास्थ्य अच्छा रखना चाहते हैं। इसलिए, पौष्टिक खाने की जानकारी प्राप्त करना बहुत जरुरी है।
अब हम पेइचिंग के लींग नान किंडरगार्डन में हैं। किंडरगार्डन के छोटे बच्चे दोपहर का खाना खाएंगे। इस किंडरगार्डन में रोज चार विशेष रसोइये 200 से ज्यादा बच्चों के लिए सुबह का नाश्ता, दोपहर व शाम का भोजन और स्नैक तैयार करते हैं।
आज बच्चों के खाने में चावल, रोटी, मांस व हरी सब्जी शामिल है। इस किंडरगार्डन की जिम्मेदार सुश्री ली श्यो ह्वा के परिचय के अनुसार, हालांकि चीनी शिक्षा मंत्रालय ने कड़े नियम नहीं बनाए हैं, फिर भी चीन के भीतरी इलाके के सभी किंडरगार्डनों में दिन का खाना पूरी तरह से न्योछावर खाना गाईड के अनुसार तैयार किया जाता है।लेकिन, संबंधित सूत्रों के परिचय के अनुसार, सीमित स्थितियों में आजकल चीन के अधिकांश भोजनालाओं या रेस्तरांओं में संतुलित खाना नहीं मिलता है। चीनी पौष्टिक संघ की महा सचिव सुश्री च्येई श्यो ईंग ने बताया कि भविष्य में सभी जगहों पर खाने के कड़े नियम लागू किए जाएंगे। उन के अनुसार,
सामूहिक इकाइयों में हाल में पौष्टिक खाना बनाने वाले कर्मचारी बहुत कम हैं। 100 से ज्यादा आदमियों को खाना प्रदान करने वाले भोजनालों में कम से कम एक पौष्टिक खाने की जानकारी रखने वाले कर्मचारी की ज़रुरत है। साथ ही, भोजनालों में कुछ प्रसार की सामग्री भी प्रदान की जाएगी और जनता को खाने के विकल्प के बारे में भी निर्देश दिए जाएंगे।
हमारी संवाददाता से मिली खबर के अनुसार, कुछ समय पहले, चीनी पौष्टिक संघ ने चीन का प्रथम खाना संबंधी कानून मसौदा बनाने के लिए चीनी स्वास्थ्य मंत्रालय की मदद की।सुश्री च्येई श्यो ईंग ने कहा,
दिन में 10 हजार पद चलने और संतुलित खाना और व्यायाम करने से आजीवन स्वास्थ्य की गारंटी की जाएगी।
अब लींग नान किंडरगार्डन के बच्चे दोपहर का खाना खाने के बाद सोना चाहते हैं। लेकिन, वे दांत साफ करने के बाद तुरंत बिस्तर में नहीं गए। वे टहलते हुए चीनी कविता पढ़ रहे हैं। वास्तव में इस किंडरगार्डन में एक नियम है, कि बच्चों को खाना खाने के बाद थोड़े समय के लिए टहलते हुए कविता पढ़नी चाहिए। पांच दस मिनट के बाद ही वे बिस्तर में घुस सकते हैं।
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