मानचोली शहर चीन के भीतरी मंगोलिया स्वायत्त प्रदेश के उत्तर पूर्वी भाग में स्थित है । वह उत्तर में रूस और पश्चिम में मंगोल से जुड़ा हुआ है । मानचोली चीन में सब से बड़ा थलीय सीमा व्यापार केंद्र है, जिस के सीमा व्यापार का इतिहास कई सौ वर्ष पुराना है । यहां चीन के पोहाई समुद्र की बंदरगाहों से रूस आदि और युरोप के लिए सब से सुविधाजनक और महत्वपूर्ण रास्ता माना जाता है । वर्तमान में मानचोली शहर चीन रूस के बीच साठ प्रतिशत थलीय परिवहन भार उठा रहा है ।
हर रोज़ सुबह-सुबह अनेक रूसी व्यापारी अपनी कार चलाकर सीमा पार कर मानचोली में प्रवेश कर चीज़ें खरीदते हैं । मानचोली में चीनी व पश्चिमी शैली के स्वतंत्र बाज़ार बहुत हैं । सड़क पर चीन, रूस और मंगोल तीनों देशों के व्यापारियों व पर्यटकों की भीड़ होती है । सड़कों के रोड-मार्गदर्शन और दुकानों का नाम सब चीनी और रूस भाषाओं में लिखा दिखाई पड़ता है । मार्केट, रेस्टरां, होटल और विभिन्न संस्थाओं के द्वारों के सामने पार्किंग में अधिकांश रूसी कारें दिखाई पड़ती हैं । मानचोली शहर में स्थाई तौर पर जीवन बिताने, काम करने और पर्यटन करने वाले रूसी और मंगोल वासियों की संख्या दस हज़ार से अधिक है । स्थानीय होटल व रेस्तरां हर वर्ष नब्बे प्रतिशत भरे रहते हैं ।
श्री फ़ङ छ्येनमिन पूर्वी चीन के चच्यांग प्रांत के यीवू शहर से हैं । वे मानचोली स्थित यीवू व्यापार सीटी में व्यापार करते हैं । श्री फ़ङ ने कहा कि रूस के साथ व्यापार करने के विशेष वातावरण से वे आकृष्ट हो कर दक्षिण से मानचोली आते हैं । व्यापारी फ़ङ छ्येनमिन ने कहा:
" वर्षमान में रूस और मंगोल के साथ हम व्यापार करते हैं । हमारे उत्पाद मुख्य तौर पर रूस तक पहुंचते हैं और हम रूसी व्यापारियों के साथ सौदा करते हैं । मुझे लगता है कि मानचोली के विकास का उज्ज्वल भविष्य है । यहां निर्माण, चीन रूस व्यापार, मानव जाति की आवाजाही और लोजिस्टिक्स का तेज़ विकास हो रहा है । हमें यहां पूंजी निवेश में पूरा विश्वास है ।"
दोस्तो, चीन में सुधार और खुले द्वार की नीति लागू की जाने के बाद मानचोली में खुलापन दिन ब दिन बढ़ता जा रहा है । विशेष कर इधर के वर्षों में चीन रूस संबंध में सुधार और द्विपक्षीय रणनीतिक साझेदार संबंध की स्थापना से मानचोली के सामने और ज्यादा विकास के मौका आए हैं। नवीनतम आंकड़ों से पता चला है कि वर्ष 2006 में चीन के भीतरी मंगोलिया स्वायत्त प्रदेश की विदेश आयात-निर्यात रकम छह अरब अमरीकी डॉलर थी, जिन में निर्यात रकम और आयात रकम अलग-अलग तौर पर दो अरब 14 करोड़ दस लाख अमरीकी डॉलर और तीन अरब 86 करोड़ अमरीकी डॉलर रही । इस में बीस प्रतिशत दर की वृद्धि हुई है ।
मानचोली कस्टम के आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2007 के पूर्वार्द्ध में एक करोड़ 26 लाख टन माल मानचोली कस्टम से गुज़रा। व्यापारिक रकम चार अरब पांच करोड़ अमरीकी डॉलर रही, जो गत वर्ष की समान अवधि की तुलना में अलग-अलग तौर पर 15.7 प्रतिशत और 30.4 प्रतिशत बढ़ी है । मानचोली बंदरगाह के अधिकारी श्री पिन ने जानकारी देते हुए कहा:
"हमारे यहां मार्ग के जरिए हर वर्ष तीस लाख टन माल और तीस लाख से ज्यादा व्यक्ति आते-जाते हैं । गत वर्ष में रेल गाड़ी के जरिए दो करोड़ 17 लाख तीस हज़ार टन माल यहां से गुज़रा है ।"
वर्तमान में हर रोज़ 1100 से अधिक कारें और 200 से ज्यादा ट्रक मानचोली बंदरगाह आते-जाते हैं । हर वर्ष कुल 18 लाख पचास व्यक्ति सीमा आर-पार करते हैं, और यह संख्या लगातार बढ़ रही है ।
एक रूसी व्यापारी ने हमारे संवाददाता से कहा:
"तीन साल पूर्व मैं कभी-कभार मानचोली आता था । मुझे यहां बहुत अच्छा लगता है । यहां तेज़ गति से निर्माण हो रहा है । अब तक मैं ने चीन के साथ कोई सहयोग नहीं किया है। लेकिन अगर मौका मिलेगा, तो मैं चीनियों के साथ सहयोग करने के लिए बड़ा इच्छुक हूं ।"
सामी व्यापार का पैमाना लगातार विस्तार पाने के साथ-साथ मानचोली बंदरगाह में व्यापार के तरीके भी लगातार बदल रहे हैं । यहां पहले माल को सीधे व्यापार से कैश व्यापार में बदला जाता था । आयातित व निर्यातित वस्तुओं के ढांचे में भी परिवर्तन हुआ है । मानचोली बंदरगाह के अधिकारी श्री पिन चीन रूस सीमा व्यापार की स्थिति से परिचित हैं। उन्होंने जानकारी देते हुए कहा:
"हमारे यहां मुख्य तौर पर रूस से कोयला, लकड़ी, रासायनिक खाद और कच्चे तेल का आयात किया जाता है । हम रूस को सब्ज़ी और फल का निर्यात करते हैं । रूस के सिटा प्रदेश के दो सङर मानचोली के पास हैं जहां तापमान नीचा होने के कारण फल का उत्पादन नहीं हो सकता। शरद ऋतु में सब्ज़ी उगायी जाती है । इस तरह यहां की नब्बे प्रतिशत सब्ज़ियां और फल निर्यात पर निभर रहते हैं ।"
वर्तमान में मानचोली रूस और मंगोल दोनों देशों के बाज़ारों की मांग को पूरा करने की कोशिश कर रहा है। उस का सीमा व्यापार दिन ब दिन बढ़ रहा है । सूत्रों के अनुसार चालू वर्ष में मानचोली बंदरगाह के माल परिवहन का लक्ष्य दो करोड़ तीस लाख टन को पार कर जाएगा।
इस शहर के भविष्य के विकास पर मानचोली के उप मेयर श्री लिंगली को पूरा विश्वास है । उन का कहना है:
"भविष्य में हमारा लक्ष्य मानचोली को उत्तर पूर्वी एशिया का अंतरराष्ट्रीय लोजिस्टिक्स केंद्र, चीन रूस ऊर्जा परिवहन अड्डा व चीन रूस सामी व्यापार मुक्त क्षेत्र बनाना है ।"
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