चीनी विदेश मंत्री श्री यांग च्येई छी ने 18 तारीख को पेइचिंग में चीन स्थित अमरीकी राजदूत श्री क्लार्क रांड्ट को अपने यहां बुलाया और चीन सरकार की ओर से अमरीकी कांग्रेस द्वारा दलाई लामा को तथाकथित कांग्रेस स्वर्ण पुरस्कार प्रदान करने पर अमरीका सरकार के सामने जबरदस्त विरोध प्रकट किया।
यह बात चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता श्री ल्यू च्येन शाओ ने पेइचिंग में आयोजित एक नियमित संवाददाता सम्मेलन में कही।
श्री ल्यू च्येन श्याओ ने कहा कि तिब्बत चीन की प्रादेशिक भूमि का एक अखंड भाग है। तिब्बती मामलात पूरी तरह से चीन के अंदरुनी मामलात हैं। चीन किसी भी देश या व्यक्ति द्वारा दलाई लामा की समस्या का इस्तेमाल करके चीन के अंदरुनी मामलों में हस्तक्षेप करने का दृढ़ विरोध करता है। दलाई लामा के दसियों वर्षों की करनी व कथनी से जाहिर है कि वे धार्मिक बहाने से लम्बे अरसे से मातृभूमि का विभाजन कार्यवाई में लग्न एक निष्कासित राजनीतिज्ञ हैं। अमरीकी कांग्रेस द्वारा दलाई लामा को स्वर्ण पुरस्कार प्रदान करने , अमरीकी नेताओं द्वारा संबंधित रस्मों में भाग लेने और दलाई लामा से मुलाकात करने से अंतरराष्ट्रीय संबंधों के बुनियादी नियमों का गंभीर उल्लंघन किया गया है और अमरीकी सरकार द्वारा अनेक बार दोहराए गये अपने इस रुख का भी गंभीर उल्लंघन किया गया है कि तिब्बत चीन की प्रादेशिक भूमि का एक अखंड भाग है। अमरीकी सरकार की इस कार्यवाई ने चीन के अंदरुनी मामलों में घृणास्पद हस्तक्षेप किया है, चीनी जनता की भावना को ठेस पहुंचायी है और चीन-अमरीका संबंधों को गंभीर नुकसान पहुंचाया है। चीन इस के प्रति जबरदस्त असंतोष व दृढ़ विरोध प्रकट करता है। चीनी जनता का देश की प्रभुसत्ता व प्रादेशिक भूमि की रक्षा करने का संकल्प दृढ़ है।
श्री ल्यू च्येन शाओ ने बताया कि चीन अमरीकी पक्ष से अमरीका की गलत कार्यवाई से उत्पन्न कुप्रभाव को मिटाने के लिए कारगर कदम उठाने, तिब्बती स्वाधीनता शक्ति की विभाजन कार्यवाइयों के समर्थन को बंद करने और चीन के अंदरुनी मामलों में हस्तक्षेप बंद करने की मांग करता है तथा अमरीका से यथार्थ कार्यवाई से चीन व अमरीका के संबंधों की रक्षा करने का आग्रह करता है।
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